पर्यावरण बचाओ आंदोलन के तहत पेड़ कटान का विरोध जारी
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। पर्यावरण बचाओ आंदोलन के तहत सागर ताल से लेकर खलंगा तक एक वाक एंड टॉक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
हैदराबाद केंद्रीय विश्वाविद्यालय एवं देहरादून में हो रहे पेड़ों के कटान के खिलाफ एकजुटता व्यक्त की।
बारिश के मौसम के बावजूद भारी संख्या में लोगों ने कार्यक्रम में हाज़िरी लगाकर पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता एवं पेड़ों के कटान के खिलाफ एकजुटता को मजबूती से व्यक्त किया।
वाक एंड टॉक के मुख्य वक्ता अजय शर्मा ने खलंगा वन के वृक्षों, पौधों, पशु, पक्षियों, दीमक की बाम्बी आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
बलभद्र खलंगा समिति के प्रतिनिधि सेवानिवृत कर्नल थापा द्वारा खलंगा युद्ध के विस्तृत इतिहास को सभी के समक्ष रखा गया।
कार्यक्रम की शुरूआत सतीश धौलाखंडी के जन गीतों से हुई। कार्यक्रम का संचालन ज्योत्स्ना रावत ने किया।

पर्यावरण बचाओ आंदोलन अब जनता के बीच पर्यावरण सम्बंधित शिक्षा का प्रसार कर जागरूकता अभियान को जनता के बीच ले जाने कीओर अग्रसर है। आंदोलन का स्पष्ट मानना है कि पर्यावरण और प्रकृति को बचाने के लिए सर्वप्रथम पर्यावरण और प्रकृति को जानना जरूरी है।
इसी क्रम में भ्रमण एवं शिक्षण का कार्यक्रम का आयोजन विभिन्न देहरादून के विभिन्न वनों एवं क्षेत्रों में किया जा रहा है।
इस कड़ी में इस वर्ष का पहला कार्यक्रम खलंगा में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में इरा चौहान, नितिन मलेठा, हिमांशु चौहान, लेखराज, विजय भट्ट, इन्द्रेश नौटियाल, कमलेश खांतवाल, योगेंद्र नेगी,कनिका, निवेदिता, हरीश तिवारी, एस एस रावत, अनीश लाल, रूचि, जया सिंह, सिद्धांर्थ गुप्ता, नकुल, सागर, सरकार, कार्तिकेय शर्मा, जयशिखा, जयंत आदि मौजूद रहे।

