वो वीआईपी कौन है जिसका नाम लेने से सभी डर रहे-बॉबी
अविकल उत्तराखंड
कोटद्वार। अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोटद्वार की अदालत द्वारा दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद स्वाभिमान मोर्चा ने कोटद्वार न्यायालय परिसर के बाहर जोरदार प्रदर्शन कर सरकार और न्यायपालिका पर तीखे सवाल खड़े किए।
मोर्चा के अध्यक्ष बॉबी पंवार के सैकड़ों समर्थकों ने भारी पुलिस बंदोबस्त और बैरिकेडिंग के बावजूद अदालत परिसर के पास पहुंचकर दोषियों को फांसी की मांग करते हुए नारेबाजी की। पुलिस द्वारा रोकने पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बहस और धक्का-मुक्की भी हुई।
बॉबी पंवार ने फैसले को “राजनीतिक षड्यंत्र” करार देते हुए कहा,
“यह उम्रकैद की सजा नहीं, एक VIP को बचाने की कोशिश है। वो VIP कौन है, जिसका नाम लेने से सभी डर रहे हैं? जब तक दोषियों को फांसी नहीं होती और उस वीआईपी का चेहरा उजागर नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।”
फैसले के तुरंत बाद उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला फूंका और सरकार की चुप्पी व कमजोर पैरवी पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि सरकार इस फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती तो आंदोलन और उग्र होगा।
बॉबी पंवार ने चेतावनी दी:
“आज पुतला फूंका है, कल विधानसभा का घेराव होगा। न्याय के लिए यह लड़ाई अब प्रदेशव्यापी जनांदोलन में बदलेगी।”
मोर्चा ने कहा है कि — जब तक अंकिता को पूर्ण न्याय नहीं मिलता, दोषी फांसी पर नहीं चढ़ते, और वीआईपी का नाम सामने नहीं आता — तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे।

