नवंबर आखिरी हफ्ते में होने वाले ग्लोबल आपदा सम्मेलन की तैयारी से पहले दून में जुटे नामचीन कलाकार
रंगों से खींचे जाएंगे आपदा के विभिन्न आयाम
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिवस पर ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय परिसर में पेंटिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। आपदा सुरक्षा उपायों के स्वैच्छिक अनुपालन को आगे लाने के लिए जन जागरूकता महत्वपूर्ण है, जिससे आपदा से हाने वाले परिणामों को सामने लाया जा सके। Global Disaster summit 2023
गौरतलब है कि आपदा पर 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक दून में होने वाले छठवें ग्लोबल सम्मेलन की तैयरियों के मद्देनजर जनजागरूकता अभियान के तहत पेंटिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। पेंटिंग कार्यशाला में उभरते कलाकारों और कला उत्साही लोगों को लाइव एक्सपोजर प्रदान करने के साथ-साथ जोखिम न्यूनीकरण से संबंधित विभिन्न मुद्दों की ओर जागरूकता एवं ध्यान आकर्षित करना है।
कार्यशाला में 24 प्रतिष्ठित और निपुण कलाकार हिस्सा ले रहे है जिसमें प्रो. राम विरंजन, प्रो. सुनील विश्वकर्मा, प्रो. शेखर चंद्र जोशी, डॉ. लक्ष्मण प्रसाद, डॉ. संजीव आर्य, नरसिम्हा मूर्ति, ईश्वर पट्टर, प्रकाश उपाध्याय और यतिन कांडपाल प्रमुख हैं। कार्यशाला में डीजी यूकास्ट, प्रोफेसर दुर्गेश पंत, डीआइजी और एसीईओ यूएसडीएमए, राज कुमार नेगी, ईडी यूएसडीएमए डॉ. पीयूष रौतेला और वीसी ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय,डॉ. नृपेंद्र सिंह उपस्थित रहे।
कार्यशाला में एकत्रित हुए कलाकारों का मुख्य उदेश्श्य अपने कला के माध्यम से प्राकृतिक आपदा से होने वाले परिणामों पर जागरूकता बढ़ाने की रही जिसकी मुख्य थीम निम्नलिखित विषयों पर आधारित है –
आपदा सुरक्षित उत्तराखण्ड।
आपदा सुरक्षा हेतु तैयारी ।
प्रकृति संरक्षण।
जलवायु परिवर्तन अनुकूलन ।
आपदा सुरक्षा हेतु सहयोग एवं नेटवर्किंग।
प्रौद्योगिकी और आपदा सुरक्षा
हिमालय और प्राकृतिक खतरे ।
पारम्परिक प्रथाएं और आपदा जोखिम में कमी ।
कार्यशाला में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से बड़ी संख्या में छात्र – छात्राओं, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, आम जनता और ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने स्थल का दौरा किया और कलाकारों के साथ संवाद कर उनके द्वारा रचित रचनाओं / कार्यो की सराहना की।
कार्यशाला का समापन स 31 अक्टूबर को किया जायेगा । इस मौके पर कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा।

