शैक्षणिक स्टाफ बोर्ड एग्जाम में बिजी। और 2021-2022 वित्तीय वर्ष में ही पुस्तक खरीदने के हुए आदेश। वित्तीय वर्ष खत्म होने में मात्र दो दिन बचे
वित्तीय वर्ष खत्म होने पर आयी पुस्तकें खरीदने की याद
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। आर्डर…आर्डर… आर्डर…वित्तीय वर्ष खत्म होने में महज दो दिन रह गए हैं। और अधिकांश शैक्षणिक स्टाफ बोर्ड एग्जाम में व्यस्त हैं।लेकिन आधचर्यजनक सच्चाई यह है कि राज्य के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों को पुस्तकालय विकास हेतु भारत सरकार से अनुमोदित धनराशि के अर्न्तगत इसी वित्तीय वर्ष में पुस्तकें कय किये जाने के लिये आदेशित किया गया है। ऐसे में 2021-2022 वित्तीय वर्ष के कुछ ही घण्टे में पुस्तकें कैसे खरीदी जा सकेंगी। इस आदेश के बाद विद्यालय प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए हैं।
राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने 29 मार्च को सभी जनपदों कर मुख्य शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख पुस्तक खरीदने के आदेश किये हैं।
विद्यालय में पुस्तकालयों को सशक्त बनाने हेतु यह एक अच्छा प्रयास है परन्तु वर्तमान में बोर्ड परीक्षायें 28 मार्च से प्रारम्भ हो चुकी हैं जो कि 19 अप्रैल तक चलेंगी जिसमें अधिकांश माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य बोर्ड परीक्षा में केन्द्र व्यवस्थापक व विद्यालयों के समस्त शिक्षक अन्य परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षक के महत्वपूर्ण दायित्व निभा रहे हैं ।
पुस्तकें क्रय करने का आदेश मंगलवार 29 मार्च को किया गया है तथा वित्तीय वर्ष समाप्त होने में मात्र दो दिन शेष हैं। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि विद्यालय किस प्रकार से इन पुस्तकों को समयान्तर्गत नियमानुसार क्रय कर सकेंगे। जबकि इसके लिये एस.एम. सी. से प्रस्ताव भी पारित किया जाना आवश्यक होता है। दुर्गम में स्थित विद्यालयों के लिये यह कार्य और भी कठिन हो जाता है। इस प्रकार के आदेशों से सरकारी योजना के उद्देश्यों की पूर्ति पूर्ण नही हो पाती ।
उत्तराखण्ड सभी के लिये शिक्षा परिषद राज्य परियोजना कार्यालय तपोवन मार्ग ननूरखेड़ा रायपुर देहरादून के पत्रांक रा.प.का. / 1656 / पेडा / lib/ 2021-22 दिनांक 29 मार्च 2022 के द्वारा राज्य के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों को पुस्तकालय विकास हेतु भारत सरकार से अनुमोदित धनराशि के अर्न्तगत इसी वित्तीय वर्ष में पुस्तकें कय किये जाने के लिये आदेशित किया गया है।