विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम योगी ने लिया था यह फैसला
लखनऊ में अवकाश प्राप्त बैंक अधिकारी के मकान से कब्जा हटवाया
अविकल थपलियाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की दूसरी बार बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर फिर रफ्तार पकड़ रहा है। अवैध निर्माण व कब्जे हटाये जा रहे हैं। अवैध कब्जों में लिप्त तत्वों को लेकर बाबा के दरबार में कोई माफी नहीं। चाहे वो किसी भी दल या संगठन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति हो।
हालिया मुलाकात में सीएम योगी ने 5 कालीदास मार्ग स्थित सीएम आवास में ताजा किस्सा सुनाया। बोले, गलत काम करने वालों को कोई रियायत नहीं दूंगा। या तो सुधर जाओ या फिर जेल का रास्ता पकड़ो।

बात बहुत पुरानी नहीं है। अवैध कब्जे से जुड़ा यह मसला विधानसभा चुनाव के समय का है। कहते हैं, वे चुनाव प्रचार में बहुत व्यस्त था। इसी बीच, उन्हें विशेष स्रोतों से इनपुट मिलता है कि बैंक से रिटायर्ड एमडी स्तर के अधिकारी के मकान पर बिल्डर ने कब्जा कर लिया। यह वारदात लखनऊ में ही हुई।
उक्त अधिकारी की शिकायत पर सीएम योगी ने आवश्यक निर्देश दिए। और चुनाव प्रचार में मशगूल हो गए। आचार संहिता की वजह से सरकारी मशीनरी भी एक सीमा से आगे नहीं बढ़ पायी। दरअसल जॉच में एक अहम सुराग यह हाथ में लगा कि कब्जेधारी बिल्डर के ऊपर सत्ताधारी भाजपा सांसद का हाथ है। नतीजतन, पुलिस-प्रशासन पूरे मामले में खामोशी अख्तियार कर बैठा। बिल्डर व भाजपा सांसद की पूरे मामले में मिलीभगत शीशे की तरह साफ सामने दिख रही थी।
रिटायर बैंक एमडी के मकान से कब्जा नहीं हट पा रहा था। बात फिर सीएम योगी के पास पहुंची। सीएम योगी आदित्यनाथ को जैसे ही पता चला कि इस पूरे खेल में उनकी ही पार्टी के एक राज्यसभा सांसद का समर्थन है। तो उन्होंने एमडी को बुलाया।
सीएम योगी कहते हैं कि उन्होंने बैंक अधिकारी को कहा कि भाजपा सांसद के खिलाफ एक तहरीर लिख कर दीजिये। यह सुनते ही बैंक अधिकारी लाचारी प्रकट करने लगे। सत्ताधारी भाजपा सांसद के खिलाफ शिकायत कैसे करूँ आदि आदि
सीएम योगी बोले कि वे अवकाश प्राप्त बैंक अधिकारी की मनोदशा व भय को ताड गए कि भाजपा सांसद से इनको डर लग रहा है। योगी कहते हैं कि उन्होंने कहा कि डरो मत.. मुझ पर भरोसा रखो.. आपका कुछ नहीं होगा..मैं स्वंय एक्शन लूंगा…
यह बात विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम चरण 7 मार्च के मतदान से ठीक पहले की है। चुनाव प्रचार खत्म कर सीएम योगी लखनऊ में ही थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसे के बाद बैंक अधिकारी ने भाजपा सांसद व बिल्डर के खिलाफ तहरीर दी। सीएम योगी ने तहरीर मिलते ही तत्काल भाजपा सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए। हालांकि, अधिकारियों ने एक बार फिर चुनाव आचार संहिता का उदाहरण दे एक्शन न् लेने की सलाह दी। लेकिन सीएम ने नौकरशाही को साफ कह दिया कि अपराधियों व कब्जेधारियों को जेल भेजने पर कोई आचार संहिता नहीं लगी है।
मुकदमा दर्ज करने के आदेश होते ही हड़कंप मच गया। सीएम योगी के कड़े रुख को भांप पुलिस प्रशासन ने भाजपा सांसद व बिल्डर पर शिकंजा कसा। सीएम योगी ने हंसते हुए बताया कि सभी राइट टाइम हो गए। माफी मांगने लगे और तत्काल मकान पर कब्जा छोड़ दिया। 10 मार्च की मतगणना से पहले रिटायर्ड बैंक अधिकारी को उनका मकान वापस मिल गया।
यह किस्सा सुनाते हुए सीएम योगी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में बरसों बरस से मकान व जमीन पर कब्जे करने वालों के सक्रिय गिरोह काम कर रहे हैं। इन्हें अभी तक राजनीतिक संरक्षण मिलता रहा है। कहते हैं कि 2017 से 2022 तक इन माफिया तत्वों की काफी कमर तोड़ी गई है। ऐसे गिरोहों के खिलाफ बुलडोजर अपना काम करता रहेगा। कोई नहीं बख्शा जाएगा चाहे वो भाजपा का ही क्यों न हो…कोई माफी नहीं..एक्शन चलता रहेगा…

Pls clik-सीएम योगी आदित्यनाथ से विशेष बातचीत
‘यस’ और ‘नो’ कहने की ताकत होनी चाहिये -योगी आदित्यनाथ

