ग्राफिक एरा अस्पताल
आहार नली के इलाज की नई टेक्नोलॉजी पर कार्यशाला
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। ग्राफिक एरा अस्पताल में चिकित्सा क्षेत्र की नई टेक्नोलॉजी पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। शनिवार को आयोजित कार्यशाला में आहार नली (इसोफेगस) में आई बाधा (डिस्फेजिया) को बिना सर्जरी ठीक करने के लिए एक नयी तकनीक पी.ओ.ई.एम. के बारे में बताया गया।
पी.ओ.ई.एम. तकनीक से उन मरीजों का इलाज आसानी से किया जा सकता है जिनमें खाना अटकना , उल्टी की समस्या, स्थाई रूप से रहती है। इन मरीजों में आमतौर पर सर्जरी द्वारा आहार नली में आई बाधा को दूर किया जाता था , परंतु सर्जरी के दौरान अस्पताल में लंबे समय तक रहना एवं खर्चा बहुत ज्यादा हो जाता है, लेकिन इस नई तकनीक पी.ई.ओ.एम. से एंडोस्कोप के जरिए आंतों में आई बाधा को बिना टांकों के ठीक कर दिया जाता है तथा मरीज दूसरे ही दिन घर जा सकता है। इस तकनीक से इलाज का खर्च भी बहुत कम आता है।
ग्राफिक एरा अस्पताल के पेट एवं आंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सचिन देव मुंजाल एमडी डीएम ने बताया की ग्राफिक एरा में पी.ई.ओ.एम. तकनीक के द्वारा अब तक कई मरीजों का उपचार सफलतापूर्वक किया जा चुका है और वे सभी मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
कार्यशाला में अहमदाबाद गुजरात से आए डॉक्टर प्रतिन भट्ट ने बताया की पी.ओ.ई.एम. तकनीक बहुत ही कारगर है एवं इससे मरीज को सर्जरी के दौरान आने वाली परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता और इसके परिणाम भी सर्जरी से बहुत बेहतर हैं
ग्राफिक एरा अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ पुनीत त्यागी ने बताया की ग्राफिक अस्पताल में सभी विभाग पूर्ण रूप से कार्यरत हैं तथा सभी तरह के ऑपरेशन किए जा रहे हैं । ग्राफिक एरा अस्पताल आयुष्मान भारत के अंतर्गत सभी लाभार्थियों को निशुल्क चिकित्सा भी प्रदान कर रहा है।
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