बोल चैतू,सफरनामा- कर्मभूमि की खटाक से सॉफ्ट डिजिटल के आंगन में

अविकल थपलियाल कोटद्वार का बचपन। छापेखाने में साप्ताहिक कर्मभूमि की छपाई। गोल चक्का व बेलन घूमते…