उत्तराखंड के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल एक बार फिर निलंबित कर दिए गए। 18 मई को गीताराम की सवेतन भली का आदेश करने वाले विभागीय सचिव फ़ैनई ने ही निलंबन के आदेश पर दस्तखत किए। बहाली को लेकर हल्ला मचने के बाद गुरुवार की रात को ही मुख्यमन्त्री ने निलंबन के निर्देश दे दिए थे। शुक्रवार को गीताराम के निलंबन के विधिवत आदेश कर दिए गए। यह भी आश्चर्य है कि सचिवालय के अधिकारी कैसे मुख्यमन्त्री व विभागीय मंत्री यशपाल आर्य को अंधेरे में रख गीताराम को बहाल करवा लें गए। जांच अब ऐसे अधिकारियों की भी बनती है। इस मुद्दे पर फजीहत के बाद सरकार को roll back करना पड़ा। पहले बहाली फिर 72 घण्टे बाद निलंबन। अजब तमाशा हम सबके आगे।