• चारधाम पहुंचे तीन लाख श्रद्धालु। डीएम दून व रुद्रप्रयाग ने अधिकारियों को दिए निर्देश•
अविकल उत्तराखंड
देहरादून।चारधाम यात्रा शुरू होते ही आ रही परेशानी को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत व सुबोध उनियाल को क्रमशः केदारनाथ व बद्रीनाथ में सभी व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण व अनुश्रवण की जिम्मेदारी सौंपी है।
इस बाबत अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा व वन को पत्र लिख सूचित किया है।
अपर मुख्य सचिव के पत्र का सार
कृपया, मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा चारधाम यात्रा के परिप्रेक्ष्य में केदारनाथ एवं बद्रीनाथ में तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों के आवागमन इत्यादि को सुगम एवं सुविधायुक्त बनाये जाने हेतु समस्त व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण हेतु डॉ धन सिंह रावत, मा0 मंत्री, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड को केदारनाथ तथा श्री सुबोध उनियाल, मा० मंत्री, वन, भाषा, निर्वाचन एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड को बद्रीनाथ यात्रा के लिए नामित किया गया है।
2 अतः उक्त के संबंध में मा0 मुख्यमंत्री जी की अपेक्षानुसार कार्यवाही करने के संबंध में मा० मंत्रीगण को संज्ञानित कराने का कष्ट करें।
(राधा रतूड़ी)
अपर मुख्य सचिव।
• चारधाम पहुंचे तीन लाख श्रद्धालु
• आज शाम तक श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ पहुंचे पौने दो लाख से अधिक श्रद्धालु।
• श्री गंगोत्री यमुनोत्री पहुंचे सवा लाख
देहरादून। उत्तराखंड चारधाम पहुंचनेवाले तीर्थयात्रियों की संख्या तीन लाख से अधिक पहुंच गयी है तीर्थयात्रियों ने चारधाम यात्रा के प्रति अति उत्साह देखा जा रहा है पंजीकरण काउंटरों पर लंबी लाईने है तो बड़ी संख्या से सड़क मार्ग एवं हैली से तीर्थयात्री चारधाम पहुंच रहे है। आज शाम तक तक 288464 तीर्थयात्री चारधाम पहुंच गये हैं
कुछ देर में यह संख्या तीन लाख से अधिक हो जायेगी।तीर्थयात्रियों को हर स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुले आज 11 मई शाम तक 63337 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके है इसी तरह श्री केदारनाथ धाम में कपाट खुलने की तिथि 6 मई से आज 11 मई शाम तक तक 111538 तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर लिए हैं। श्री बदरीनाथ धाम में आज चार बजे शाम तक 9365 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये जबकि आज शाम तक 14995 श्रद्धालुओं ने श्री केदारनाथ जी के दर्शन कर लिए है।
श्री गंगोत्री धाम मे तीन मई से 10 मई तक 60630 तथा यमुनोत्री धाम में 52959 तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर लिए है।
बताया कि श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय बदरीनाथ धाम एवं श्री केदारनाथ में यात्रा व्यवस्था का जायजा लेकर आजकल बदरीनाथ धाम में यात्रा की मानिटरिंग कर रहे है। अजेंद्र अजय ने यात्रियों से पंजीकरण, स्थानीय यात्रा मार्ग के मंदिरों में दर्शन किये जाने सहित आवासीय व्यवस्थाओं की सुनिश्चितता, स्वास्थ्य सुविधाओं के उपयोग हेतु तीर्थयात्रियों से अपील की है।
रुद्रप्रयाग डीएम ने दिए निर्देश
रुद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग व सफल संचालन हेतु जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जा रही हैं ताकि केदारनाथ धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। इस आशय की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं चाक-
चौबंद करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए है तथा सभी विभागीय अधिकारियों द्वारा अपनी-अपनी व्यवस्थाएं निरंतर सुचारू की जा रही हैं जिसमें स्वास्थ्य, पेयजल, विद्युत शौचालय, पार्किंग, शटल, सुरक्षा आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि श्री केदारनाथ यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या के दृष्टिगत केदारनाथ धाम में उपलब्ध व्यवस्थाओं के अनुरूप ही यात्रियों को केदारनाथ हेतु रवाना किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की यात्रा में अप्रत्याशित संख्या में श्रद्धालुओं के आने की आशा है। वर्ष 2019 की तुलना में इस वर्ष के शुरूआती दिनों में ही यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि कपाट खुलने के बाद से बुधवार (11 मई) तक लगभग 96 हजार लोगों ने केदारनाथ पहुंचकर दर्शन कर लिए हैं।
लोगों की सुविधाओं को लेकर कई इंतजाम किए गए हैं साथ ही जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या बढ़ेगी उन इंतजामों में भी वृद्धि की जाएगी। शौचालयों की संख्या को बढ़ाया गया है तथा पेयजल की भी सुचारू व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है वे अपनी जांच अवश्य कराएं। साथ ही पैदल मार्ग में रुक-रुक कर यात्रा करें। उन्होंने बताया कि यात्रा व्यवस्था के दृष्टिगत धाम में पहुंच चुके यात्रियों की माॅनीटरिंग की जा रही है तथा रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड के मध्य उन्हें रोका जा रहा है। जैसे-जैसे जगह मिले उसी के अनुसार उन्हें भेजा जा रहा है।
उन्होंने सभी से ध्यैर्य बनाए रखने की अपील की है तथा यात्रा में आने वाले लोगों से अनिवार्य रूप से अपना पंजीकरण करवाने की अपील की गई है। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि पुलिस विभाग द्वारा श्री केदारनाथ धाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या के दृष्टिगत जनपद के सीमांतर्गत सिरोबगड़, जवाड़ी बायपास, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, कुंड, गुप्तकाशी, सोनप्रयाग, गौरीकुंड इत्यादि विभिन्न स्थानों एवं गौरीकुंड से केदारनाथ 16 कि.मी. पैदल यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावों में शांति एवं सुरक्षा हेतु आवश्यकता के अनुसार पुलिस बल नियुक्त कर बैरियर लगाए गए हैं। यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में उपलब्ध व्यवस्थाओं के अनुरूप यात्रा के प्रथम पड़ाव सोनप्रयाग से प्रातः 3 बजे से प्रातः 11 बजे तक ही तीर्थ यात्रियों को श्री केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु आगे प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है तथा प्रत्येक घंटे में शटल सेवा की संख्या की माॅनीटरिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि गौरीकुंड में वाहनों के पार्किंग हेतु पूर्व से स्थल उपलब्ध न होने के कारण सोनप्रयाग से आगे स्थान गौरीकुंड तक यात्रियों के आवागमन हेतु परिवहन विभाग द्वारा शटल सेवा के माध्यम से सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
इसके अलावा प्रतिदिन आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा हेतु यात्रा कंट्रोल रूम के माध्यम से हर एक घंटे गौरीकुंड से ऊपर जाने वाले यात्रियों की संख्या तथा केदारनाथ धाम में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या की माॅनीटरिंग की जा रही है।
सभी उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार हर समय समुचित व्यवस्था उपलब्धता बनाए रखें – जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार।
देहरादून । जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने अवगत कराया है कि चारधाम यात्रा प्रारंभ होने के उपरान्त यात्रियों एवं पर्यटकों का विभिन्न मार्गों एवं स्थलों पर भारी संख्या में आवागमन बढ़ गया है तथा कतिपय स्थानों पर यात्रियों के जान-माल की घटना प्रकाश में आई है यात्रियों की सुविधा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा दैवीय आपदा एवं वनाग्नि इत्यादि की घटनाओं कोे दृष्टिगत रखते हुए समस्त उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने कार्य स्थलों अनिवार्यतः बना रहना आवश्यक हैं।
जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया कि अपने-अपने तहसील मुख्यालय पर हर समय उपलब्धता बनाए रखें एवं रात्रि प्रवास सुनिश्चित करें ताकि यात्रियों, पर्यटकों के आवागमन, दैवीय आपदा एवं वनाग्नि इत्यादि के दौरान किसी प्रकार की असुविधा व जान-माल की स्थिति उत्पन्न न हो। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि उनके सत्यापन, निरीक्षण आदि में यदि किसी उप जिलाधिकारी व तहसीलदार के अपने मुख्यालय से इतर प्रवास किए जाने की पुष्टि होती है तो संबंधित के विरूद्ध सीधे कार्यवाही सुनिश्चित कर दी जाएगी और उनकी अनुउपलब्धता की स्थिति में जन एवं पशु हानि के लिए उनका व्यक्तिगत उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा साथ ही उनकी मुख्यालय से देहरादून की यात्रा को शासकीय कार्य में कदापि नहीं माना जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि अपरिहार्य परिस्थितियों में संबंधित उपजिलाधिकारी/तहसीलदार उनसे (जिलाधिकारी) अनुमोदन उपरान्त ही मुख्यालय छोड़ सकेंगे।
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