श्रद्धालुओं व पर्यटकों से स्थानीय उत्पाद खरीदने की प्रार्थना
पिछली सरकारों ने आध्यात्म व आस्था केंद्रों को हेय दृष्टि से देखा, हम लौटा रहे सांस्कृतिक गौरव
सीएम धामी को सराहा,दुबारा जितबे कर जनता का जताया आभार,
माणा आकर , मैं धन्य हो गया..भाग्यवान हूँ
रोपवे व सड़क बनने से रोजगार व पर्यटन बढ़ेगा
अविकल उत्तराखण्ड
माणा, सीमांत गांव से-
बद्री केदार धार्मिक यात्रा पर आये पीएम मोदी ने श्रद्धालुओं व पर्यटकों से स्थानीय उत्पादों की खरीद की प्रार्थना करते हुए पिछली सरकारों को खूब धोया। हिमाचल व उत्तराखंड की कई मुद्दों पर समानता का जिक्र करते हुए चुनावी सन्देश देने की भी कोशिश की। सीएम धामी की मधुर वाणी और मुस्कान का विशेष तौर पर जिक्र किया।
केदार नाथ में हिमाचली टोपी व पोशाक में नजर आए। तो बद्रीनाथ धाम में वेशभूषा बदली नजर आयी। लेकिन अंदाजे बयां एक बार फिर महफिल लूटने वाली रही। विकास के आधार पर उत्तराखण्ड में लगातार दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने का हिमाचल चुनाव में उल्लेख होने का जिक्र कर वहां के मतदाताओं को अप्रत्यक्ष तौर पर राजनीतिक सन्देश भी दे गए।
पीएम मोदी अपनी इस यात्रा में धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, विकास और सामाजिक संवेदनशीलता का पुट देने में पूरी तरह सफल रहे। परमात्मा और मातृ शक्ति को बारम्बार प्रणाम कर बद्री केदार समेत देश के अन्य इलाकों के आध्यात्म व आस्था केंद्रों की विकास यात्रा में स्वंय को मात्र एक माध्यम करार दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के किसी भी इलाके में जाने वाले श्रद्धालु व पर्यटक वहां के स्थानीय उत्पाद अवश्य खरीदें। पारम्परिक व स्थानीय वस्तुएं खरीदने से इलाके की आजीविका में सुधार होगा। यात्रा में कुल खर्च का 5 प्रतिशत भी स्थानीय उत्पादों पर खर्च करेंगे तो ऐसा करने से आपको आनन्द भी आएगा और संतोष भी मिलेगा।
पीएम मोदी ने सीमांत इलाकों व आध्यात्मिक व आस्था के केंद्रों को लेकर पिछली सरकारों के उपेक्षापूर्ण रवैये की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि वे बार्डर इलाके में जिंदा गांव खड़ा करने में जुटे हुए हैं। इस बाबत मोदी ने गुजरात के दो गांवों का जिक्र किया। डोडरा के अलावा एक अन्य गांव जहां बांध बनाने व अन्य सुविधाएं जुटने से कायाकल्प हो गया।
पिछली सरकारों ने आस्था केंद्रों के साथ अन्याय किया
पीएम मोदी ने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि गुलामी की मानसकिता में जकड़े लोगों ने अपनी संस्कृति की उपेक्षा की। आजादी के बाद सोमनाथ व राम मंदिर को लेकर आयी अड़चनों के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि विदेशी संस्कृति से जुड़े लोगों ने आस्था स्थलों के विकास को हेय दृष्टि से देखा।देश की विरासत के प्रति विद्वेष व अविश्वास फैलाने का काम करते हैं। इनके गलत रवैये से आस्था स्थल दशकों तक तबाह रहे।
मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों की उपेक्षा की वजह से देश के धार्मिक और आस्था के केंद्रों की यात्रा करना सबसे कठिन बना दिया गया। हजारों साल पुरानी संस्कृति को संभाल नहीं पाए.. मूलभूत सुविधा नहीं दी गयी। करोड़ों श्रद्धालुओं का अपमान किया। जबकि ये आस्था के केंद्र हमारी प्राण शक्ति व शक्ति पुंज हैं।
मोदी ने कहा कि आज काशी विश्वनाथ, अयोध्या, उज्जैन, बद्री केदार व हेमकुंड का कायाकल्प किया जा रहा है । पुराना गौरव वापस लौट रहा है। अब पर्यटक व तीर्थयात्री बद्री केदार व हेमकुंड के अलावा माणा पास व मलारी तक जाएगा।
पीएम मोदी ने केदारनाथ-हेमकुंड इलाके में रोपवे निर्माण को विकास व पर्यटन से जोड़ते हुए हिमाचल में वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत का विशेष तौर पर उल्लेख कर यह भी जोड़ा कि अब पहाड़ी इलाकों में पर्वत माला श्रृंखला के तहत विकास किया जाएगा।
मोदी ने कहा कि हेमकुंड तक रोप वे के शिलान्यास से कनाडा, ब्रिटेन व जर्मनी में उत्सव का माहौल होगा।
माणा आकर , मैं धन्य हो गया..भाग्यवान हूँ
उत्तराखंड के केदारनाथ – बद्रीनाथ धाम में पूजा अर्चना के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सीमांत माणा गांव में आहूत जनसभा को लगभग 40 मिनट तक सम्बोधित किया।
सीमांत इलाके की जनता से कहा कि वे यहां आकर धन्य हो गए है..भाग्यवान हैं.. दीवाली की बधाई व परिवारों की सुख समृद्धि की कामना करते हुए मातृ शक्ति कस विशेष तौर पर आभार जताया और कहा कि पहाड़ी सीमांत प्रहरी इलाके में रोपवे व सड़कों के निर्माण से पर्यटन व रोजगार बढेगा।
महिला स्वंय सहायता समूह के बनाये स्थानीय उत्पादों व उनसे होने वाली आय पर खुशी जताते हुए कहा कि इस शताब्दी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा।
बद्रीनाथ में भाजपा कार्यसमिति का जिक्र किया
मोदी ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि लगभग 25 साल पहले जब उन्होंने माणा- बद्रीनाथ में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति आयोजित करने का फैसला किया तो कई पार्टी नेता नाराज हो गए। उस समय मैंने उन्हें माणा गांव की मिट्टी की ताकत समझाई थी। और कहा था कि जिस दिन भाजपा के दिल में माणा बस जाएगा उस दिन उत्तराखण्ड भाजपा का हो जाएगा।
रोप वे निर्माण में मजदूरों के सहयोग का वादा लिया
अपने सम्बोधन में पीएम मोदी ने हेमकुंड-केदारनाथ व माणा-मलारी डबल सड़क निर्माण में लगे मजदूरों को सहयोग करने की भी बात कही। जनसभा में भारी संख्या में पहुँचे स्थानीय ग्रामीणों से कहा कि ये मजदूर नहीं है, परमात्मा की सेवा कर रहे हैं… आपके ही गांव का काम कर रहे हैं..इन्हें मजदूर मत समझना..अपने भाई,बहन व संतानों की तरह संभालना…
सीएम धामी की प्रशंसा
पीएम मोदी ने सीएम धामी को मृदु भाषी व हमेशा मुस्कुराने वाला शख्स करार दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन लगाने में उत्तराखंड व हिमाचल ने तेजी से काम किया। डबल इंजन की सरकार में रोड व हवाई कनेटिविटी के अलावा ऑप्टिकल फाइबर की दिशा में तेजी से काम हो रहा है।उदाहरण देते हुए कहा कि माणा गांव की महिलाएं डिजिटल पेमेंट कर रही हैं।
मोदी ने महिला स्वंय सहायता समूह के कार्यों की भी खूब सराहना की। साथ ही कहा कि रोड ,रोप वे ,रेल व हवाई कनेक्टिविटी से पहाड़वासियों का जीवन ज्यादा शानदार व जानदार हो जाएगा। ड्रोन के जरिये फलों व सब्जियों के ट्रांसपोटेशन की रणनीति पर भी काम हो रहा है। होम स्टे आर्थिकी बढ़ाएगा और पलायन कर चुके प्रवासी गांव की ओर लौटेंगे।
सीमांत माणा गांव के विशेष विकास के लिए अधिकारियों को योजना बनाने को कहा गया है। देश के सीमांत गांवों को विकास का पहला गांव बना देंगे। पिछली सरकारों ने मेहनत करने वाले पहाड़ वासियों के उनके हाल पर छोड दिया था। लेकिन अब बार्डर से समृद्धि की यात्रा शुरू होगी..
शिलान्यास की गई परियोजनाओं का विवरण
3400 करोड़ रुपये से अधिक की रोपवे और सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किया गया। जिनमें गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजनाओं भी शामिल थी। केदारनाथ रोपवे लगभग 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा। हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा। यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है। इन दोनों रोपवे को लगभग 2430 करोड़ रुपये की संचयी लागत से विकसित किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान करीब 1000 करोड़ रुपये की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं – माणा से माणा पास (एनएच – 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच107बी) तक – सीमावर्ती क्षेत्रों में हर मौसम में सड़क संपर्क प्रदान करने की दिशा में एक और कदम साबित होंगी। कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के अलावा, ये परियोजनाएं रणनीतिक दृष्टि से भी फायदेमंद साबित होंगी।
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पीएम मोदी ने केदारनाथ धाम में रुद्राभिषेक कर मजदूरों की खैर खबर पूछी
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