सीएम के फिजीशियन व देहरादून के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ बिष्ट ने जारी किया वीडियो। मौजूदा समय में देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में नियुक्त हैं।
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ NS बिष्ट का कहना है कि टीके की दो डोज लगने के बाद फ्रंट वारियर स्वास्थ्यकर्मियों में प्रतिरोधक क्षमता डेवलप हो चुकी है। लिहाजा वे कोरोनो रोगियों की सेवा में जी जान से जुट जाएं। स्वंय कोरोना टेस्ट करा घर न बैठे।
डॉ बिष्ट ने एक वीडियो भी जारी किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की जितनी जरूरत कोरोना महामारी की दूसरी लहर में है उतनी पहले नहीं थी। कोरोना की पहली लहर में स्वास्थ्य कर्मियों के मन में संक्रमण को लेकर स्वाभाविक हिचकिचाहट भी थी । लेकिन अब टीके की दो डोज लगने के बाद उनके अंदर प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है । लिहाजा उन्हें कोरोना की दूसरी लहर में जी जान से जुट जाना चाहिए। व्यवसायिक धर्मिता का यही तकाजा है।
स्वास्थ्य कर्मी स्वयं को संक्रमित मानकर घर पर रहते हुए कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करें इसलिए कोरोना टेस्ट करा कर घर न बैठे। और टीकाकरण के प्रति कृतज्ञता जाहिर कर अपनी सेवाएं दें।
Dr N S bisht
डॉ बिष्ट ने कहा कि देखने में आ रहा है कि कुछ स्वास्थ्य कर्मी कम लक्षणों में भी कोरोना टेस्ट करा रहे हैं जो कि उचित नहीं है । और यह वैज्ञानिक रूप से उचित भी नहीं। सिर्फ घर बैठने के लिए कोरोना टेस्ट कराना ठीक नहीं है क्योंकि अधिकतर स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव ही आएंगे। चूंकि, स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लग चुकी है लिहाजा उन्हें कोरोना का गंभीर खतरा भी नहीं है इसके अलावा दूसरों को उनसे होने वाले रक्त संक्रमण की दर भी बहुत कम है
क्या कहता है टीकाकरण का विज्ञान
वैक्सीन लगे हुए व्यक्ति में कम लक्षण दिखते हैं और वह जानलेवा नही होता। यही नहीं, वैक्सीन लगने से दूसरों को होने वाले संक्रमण की गति भी धीमी पड़ जाती है।
खास खबर,pls clik
अब 10 मई से युवाओं को लगेंगे टीके,एक लाख वैक्सीन मिली
कोरोना से 118 की मौत,8390 पॉजिटिव, बच्चों का मौन प्रदर्शन
सभी विद्यालयों में 30 जून तक गर्मियों की छुट्टी,देखें अड़े
कोरोना-अनुबंध पर डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ नर्स की सेवाएं ली जाएंगी
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245