एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस के 74 मरीज, एक महिला की मृत्यु
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। कोरोना से 53 मौत का समाचार है। देहरादून, टिहरी यूएस नगर, हरिद्वार व उत्तरकाशी के विभिन्न अस्पतालों में पिछले दिनों ही 18 बैकलॉग डेथ का भी विवरण दिया है। 23 मई तक प्रदेश में 402 बैकलॉग डेथ की तस्वीर सामने आ चुकी है। यह कोरोना डेथ अप्रैल/मई माह में हुई। और विभिन्न बड़े-छोटे अस्पतालों ने इनको छुपाते हुए कोविड कंट्रोल व सरकारी पोर्टल में अपलोड नही की। राज्य में कुल कोरोना मौतें 5805 दिखाई गई हैं।
एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस के 74 मरीज, एक महिला की मृत्यु
रविवार की शाम 7 बजे तक एम्स ऋषिकेश में म्यूकोर माइकोसिस के कुल 74 मरीज आ चुके हैं। आज एक 54 वर्षीय रुड़की निवासी पुरुष की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इसके साथ ही इस बीमारी से मृतकों का आंकड़ा 6 हो गया है, जबकि एक मरीज को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब एम्स में म्यूकोर माइकोसिस के 67 रोगी भर्ती हैं।
सीएम तीरथ ने बागेश्वर व पिथौरागढ़ में परखी कोविड तैयारी। विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।
उत्त्तराखण्ड पुलिस का आदेश- मास्क सही से नहीं पहना तो भी लगेगा जुर्माना
कोरोना बैकलॉग डेथ का विवरण नीचे दिए गए पन्ने ओर देखिए
पिथौरागढ़ में लोकार्पण व निरीक्षण पर रहा जोर
उत्त्तराखण्ड पुलिस का आदेश- मास्क सही से नहीं पहना तो भी लगेगा जुर्माना
पुलिस मुख्यालय में प्रवक्ता नीलेश आनन्द यदि किसी व्यक्ति ने सही तरीके से मास्क नहीं पहना है और मास्क नाक व मुंह के नीचे या गले में लटका रखा है, तो उस पर मास्क न पहनने के बराबर ही जुर्माना किया जाए। ऐसे व्यक्ति पर प्रथम बार उल्लंघन में 500, दूसरी बार 700 और उसके बाद 1000 रूपए जुर्माना की कार्यवाही अमल में लायी जाए।
उत्तराखंड पुलिस द्वारा कोरोना की दूसरी लहर *24 मार्च 2021 से दिनांक 23 मई 2021 तक कोविड-19 के संक्रमण को रोकने हेतु की गई कार्यवाही साथ ही 1 मई 2021 से उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा चलाये जा रहे *मिशन हौसला* के तहत अब तक आम जनता की सहायता हेतु किया कार्यों का विवरण- देखें चार्ट
प्लीज डायल 104 हेल्पलाइन नंबर
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखण्ड सरकार ने जनहित में डायल-104 हैल्पलाइन नं0 जारी किया है। इसमें 100 से अधिक NIMHANS से प्रशिक्षित परामर्शदाता (काउंसलर) 24X7, रोस्टरवार ड्यूटी लगाकर टेलीकान्फ्रेंसिंग के माध्यम से परामर्श (काउंस्लिंग) दे रहे हैं। मानसिक रूप से अस्वस्थ रोगियों को एम्स ऋषिकेश के जाने-माने मनोचिकित्सक डा0 राजीव गुप्ता के नेतृत्व में जरूरतमंद रोगियों का साइकेट्री में इलाज कराया जा रहा है।
मानसिक स्वास्थ्य परामर्श (काउंस्लिंग) हेतु 104 हेल्पलाइन में बीएसएनएल के सहयोग से साफ्टवेयर विकसित किया गया है। रोजाना करीब 25 लोगों के कॉल 104 हेल्पलाइन नं0 पर प्राप्त हो रही हैं। अब तक 1154 लोगों को दूरभाष कॉल पर मानसिक स्वास्थ्य हेतु परामर्श (काउंस्लिंग) प्रदान किया गया है। जहाँ कोरोना की प्रथम लहर में 41011 व्यक्तियों द्वारा मानसिक स्वास्थ्य हेतु 104 हेल्पलाइन नं0 के माध्यम से परामर्श (काउंस्लिंग) प्राप्त किया गया, उसके साथ ही स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा 2899 विजिट भी किये गये। उसी पैटर्न पर अभी हमारे परामर्शदाता (काउंसलर) होम आइसोलेशन में जो कोविड पॉजिटिव हैं तथा जो गम्भीर इलाज से गुजर रहे हैं एवं जो कोरोना से पार पा चुके हैं, ऐसे समस्त जनों को हमारे परामर्शदाता (काउंसलर) काॅल कर मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी परामर्श (काउंस्लिंग) प्रदान कर रहे हैं। जो लोग मानसिक रूप से अधिक अस्वस्थ हैं, उन्हें एम्स ऋषिकेश साइकेट्री अनुभाग में रेफर किया जा रहा है तथा जो सामान्य रूप से तनाव, अवसाद, भय, अनिद्रा, भूख न लगना, इत्यादि से ग्रस्त हैं, उन्हें प्रशिक्षित परामर्शदाताओं (काउंसलर) द्वारा 104 हेल्पलाइन के माध्यम से टेलीकान्फ्रेंसिंग द्वारा परामर्श (काउंस्लिंग) दिया जा रहा है। हर सप्ताह देश के नामांकित मनोचिकित्सक, काउंसलर, मोटिवेशनल, स्पिरिचुवल वक्ताओं द्वारा आॅनलाइन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस सम्बन्ध में जन-जागृति की जा रही है। हर शनिवार को 05 बजे देश के जाने-माने एैक्सपर्ट के साथ डी0आई0जी0 देहरादून/नोडल आॅफिसर मानसिक स्वास्थ (मैन्टल हैल्थ) डा0 निलेश आनन्द भरने और जाने-माने साईकोलाॅजिस्ट डा0 राकेश क्रिपलानी वार्तालाप करेंगे जिसका जूम लिंक https://us02web.zoom.us/j/5321017875?pwd=YnEzK3VubHUrQU1uQkpOM0RBZzlrUT09 तथा व्हाट्स एैप न0 9412080554 एवं टैलिग्राम न0 9412080703। “मनोसारथी” के उत्घाटित कार्यक्रम में दिनांक 15 मई 2021 को हुए ऑनलाइन वेबिनार में 524 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें डा0 निलेश आनन्द भरने डी0आई0जी0 देहरादून, स्टेट नोडल ऑफिसर मानसिक स्वास्थ (मैन्टल हैल्थ), डा0 फरिदुज़फर ऑफिसर इंचार्ज नैशनल हैल्थ मिशन, डा0 एस0एल0 वाया निदेशक राष्ट्र रक्षा विश्वविद्यालय (आर0आर0यू0) गुजरात और डा0 राकेश क्रिपलानी मनोवैज्ञानिक (साईकोलॉजिस्ट) ने बड़ी सहजता से कोरोना तथा उससे जुड़े हुऐ मानसिक समस्या तथा निवारण का उल्लेख किया। कार्यक्रम का संचालन देहरादून की मनोवैज्ञानिक (साईकोलॉजिस्ट) उपासना ने बड़ी नियोजकता के साथ प्रस्तुत किया। क्या करें अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करें। पौष्टिक आहार का सेवन करें। नियमित नींद लें। मनोरंजक गतिविधियों में समय बितायें। किताबें पढ़ें, संगीत सुनें। नियमित व्यायाम एवं योग करें। पारिवारिक सदस्यों के साथ नियमित बातचीत करते रहें। क्या न करें लगातार टीवी चैनल में खबरें न देखें। नकारात्मकता से दूर रहें। धूम्रपान एवं मदिरा का सेवन न करें। अनावश्यक घर से बाहर न घूमें। अनावश्यक भीड़ में न जायें। किसी भी चीज के बारे में जरूरत से अधिक भय, तनाव न लें। लक्षण 1-नींद न आना, 2-भूख न लगना 3-किसी भी बारे में लगातार दिन रात वही ख्याल दिमाग में आते रहना। 4-सॉसें व धड़कनें तेज चलना, पसीना आना 5-किसी भी कार्य में ध्यान व मन न लगना 6-जो कार्य कर रहे हैं, उस पर फोकस एवं ध्यान न लगना 7-चिड़चिड़ापन, भय एवं तनाव 8-परिवार के सदस्यों के साथ ठीक से बात न करना
बचाव 1-तत्काल अपने परिवार के सदस्यों से बातचीत करें। 2-अपने मन की बात उनसे साझा करें। 3-अपने मित्रों के साथ बात करें। 4-अच्छी किताबें पढ़ें एवं ज्ञानवर्द्धक वीडियो देखें। 5-घर के आसपास खुले में टहलें 6-छत पर धूप लें, व्यायाम करें। 7-अधिक परेशानी हो तो 104 नं0 पर कॉल कर प्रशिक्षित परामर्शदाताओं (काउंस्लरों) से परामार्श (काउंस्लिंग) प्राप्त करें।
(डा0 निलेश आनन्द भरने) पुलिस उपमहानिरीक्षक देहरादून, अपराध एवं कानून व्यवस्था, स्टेट नोडल ऑफिसर, (मैन्टल हैल्थ एवं वैल बिन्ग)।