राशन व निर्माण सामग्री से जुड़ी दुकानें गुरुवार-शनिवार खुलेंगी
देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर में पूरे जिले में कर्फ्यू रखने का निर्णय लिया गया। जिलों में कर्फ्यू की मियाद चार दिन और बढ़ी।
मुख्यमंत्री ने बुधवार की सांय कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, हरक सिंह रावत व सुबोध उनियाल व मुख्य सचिव से चर्चा की।
परचून की दुकानें अब रोज नहीं खुलेंगी, इन तीन जिलों देहरादून, हरिद्वार व यूएस नगर में रहेगा पूर्ण कर्फ्यू
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने तीन सहयोगी मंत्रियों के साथ कोरोना के गंभीर हालात पर चर्चा ई। प्रदेशभर में पूर्ण लॉकडाउन पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर में पूरे जिले में कर्फ्यू रखने का निर्णय लिया गया। अभी तक इन जिलों में कुछ इलाकों में ही कर्फ्यू लगाया गया था।
बड़ा निर्णय राशन की दुकानों को लेकर लिया गया। प्रदेश भर में परचून की दुकानें अब हर रोज नहीं खुलेंगी बल्कि दुकानों के लिए अल्टरनेट डेज की व्यवस्था शुरू की जाएगी।
सीएम तीरथ रावत ने अडानी, बिड़ला,महिंद्रा,पेटीएम ग्रुप से मांगा सहयोग
पौड़ी जिले में 10 मई सुबह 6 बजे तक रहेगा curfew
उत्त्तराखण्ड में 39 लाख लोगों के कोरोना सैंपल टेस्ट हो चुके हैं। 18 से 45 साल तक के लोगों के टीकाकरण के लिए 100 करोड़ जारी। 1400 ऑक्सीजन बेड के लिए DRDO को 40 करोड़ जारी। 375 नए डॉक्टरों की भी नियुक्ति हो चुकी है, इसके अलावा 185 एमएनएचपी की तैनाती की जा रही है। TOCILIZUMAB की 25 डोज केंद्र से मिली। बीते दो दिन में कालाबाजारी करते दो लोग गिरफ्तार। ऑक्सीजन सिलिंडर भी बरामद। 112 पर दें कालाबाजारी की सूचना। uttarakhand corona
प्रदेश के वन मंत्री हरक सिंह ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित मृत शवों के दाह संस्कार हेतु वन निगम निशुल्क देगा लकड़ियां
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। उत्त्तराखण्ड में कोरोना संक्रमण व मौतों के लगातार ग्राफ बढ़ने से चिंतित तीरथ सरकार ने कर्फ्यू की मियाद बढ़ाने का फैसला किया है। तीन जिलों में पूर्ण लॉकडौन व अन्य जिलों नें दस मई तक कर्फ्यू बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। सीएम ने इस मुद्दे पर अपने सहयोगी मंत्रियों व शासन से गहन मंथन किया। राशन की दुकानें भी एक दिन छोड़कर खुलेंगी। मंडियों के खुलने की अवधि भी कम कर दी गयी है। सम्बंधित जिलों के डीएम अपने अपने स्तर से कर्फ्यू के बाबत नयी SOP जारी कर रहे हैं।
सीएम तीरथ रावत ने अडानी, बिड़ला,महिंद्रा,पेटीएम ग्रुप से मांगा सहयोग
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्य में कोविड के खिलाफ लङाई में उद्योगों से सहयोग लेने के लिये देश के जाने माने उद्योगपतियो से वार्ता की है। उन्होंने अडाणी ग्रुप के गौतम अडाणी और आदित्य बिङला ग्रुप के चेयरमैन कुमार आदित्य बिङला से बात कर देवभूमि उत्तराखंड में कोविड 19 संक्रमण के तेज़ी से बड़ते प्रभाव से भी अवगत कराया , मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने सीएसआर में कोविड से संबंधित मेडिकल इक्वीपमेंट देने का अनुरोध किया । दोनों उद्योगपति ने मुख्यमंत्री को हर सम्भव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया । कुमार मंगलम बिड़ला से भी सहयोग पर चर्चा की।
इसी क्रम में महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महेंद्रा और पेटीएम के विजय शेखर शर्मा के साथ वर्चुअल मीटिंग करते हुए प्रदेश में कोविड से लङाई में सीएसआर के तहत राज्य सरकार का सहयोग करने के अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने सहायता मेडिकल उपकरणों के रूप में दिये जाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि सीधे आवश्यक मेडिकल इक्वीपमेंट देने से राज्य सरकार को सरकारी औपचारिकताएं नहीं करनी पङेंगी और अनावश्यक विलम्ब नहीं होगा।
आनंद महिंद्रा के साथ वार्ता में मुख्यमंत्री ने
1000 आक्सीजन सिलेंडर, 1000 आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर्स, एमआरई मशीन, 10 मेडिकल ऑक्सिजन जेनरेटर ( छोटा अक्सीज़न प्लांट) 500 बी.आइ.पी.ए.पी(BIPAP) 500 सी.पीए.पी(CIPAP) ,मॉनिटर इत्यादि सहित करोना संक्रमण से बचाव के अन्य उपकरण उपकरण उपलब्ध कराने का आग्रह किया। आनंद महिंद्रा ने हर सम्भव सहयोग देने के प्रति मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया। वर्चुअल मीटिंग मे महेंद्रा ग्रूप क के वरिष्ठ अधिकारी अनीश शाह , मनोज , श्रुति , कवींद्र सिंह व उज़्बेक ईरानी मौजूद थे।
एक अन्य वर्चूअल मीटिंग में पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वार्ता की। मुख्यमंत्री ने उन्हें भी राज्य की आवश्यकताओं से अवगत कराया। पेटीएम के सीईओ ने 100 आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर्स उत्तराखण्ड को शीघ्र उपलब्ध कराने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने आनंद महिंद्रा और विजय शेखर शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से कोविड से लङाई में अवश्य जीत हासिल करेंगे। वर्चुअल मीटिंग में उद्योग जगत से समन्वय हेतु नोडल अधिकारी श्री नीरज खैरवाल भी उपस्थित थे।
बुधवार 5 मई को शासन के आलाधिकारियों ने कोरोना 19 से जुड़ी कार्यवाही का दिया update
दूसरी ओर सचिवालय में मीडिया ब्रीफिंग करते हुए अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार ने बताया कि प्रदेश में कोविड संबंधी व्यवस्थाओं मे और तेजी लाने के लिए नोडल अफसरों की तैनाती की गई है। राज्य सरकार अपनी व्यवस्थाओं के साथ ही सीएसआर के माध्यम से भी मेडिकल इक्विपमेंट्स जुटाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर तमाम सामाजिक संगठनों से भी सहयोग लिया जा रहा है।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि प्रदेश में राज्य सरकार लगातार ऑक्सीजन बेड, आईसीयू की व्यवस्था कर रही है। अगले कुछ दिनों में 1400 ऑक्सीजन बैड तैयार हो जाएंगे, जिसके लिए राज्य सरकार ने 40 करोड़ की धनराशि डीआरडीओ को जारी कर दी है। अब तक प्रदेश में 39 लाख लोगों के सैंपल टेस्ट किये जा चुके है।
सचिव अमित नेगी ने प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार को 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन हेतु तीन लाख वैक्सीन प्राप्त हो चुकी है। इसके अलावा 18 साल से 45 वर्ष की उम्र में लोगों के वैक्सीनेशन हेतु 100 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी कर दिए गए हैं। सचिव नेगी ने बताया कि प्लाज्मा डोनेशन हेतु पोर्टल की व्यवस्था की गई है जिसका अच्छा रेसपोंस मिलने लगा है। इसके साथ ही ई- संजीवनी पोर्टल के माध्यम से रोजाना दो हजार से ज़्यादा लोगों को घर बैठे मुफ़्त उपचार मिल रहा है।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों को कहा रेमेडिसविर इंजेक्शन का इस्तेमाल तय एसओपी के अनुसार ही करने को कहा गया है। हालांकि हमारे पास ये पर्याप्त संख्या में हैं। बड़े अस्पताल अपनी आक्सीजन संबंधित मांग की सूचना 24 घंटे पहले प्रशासन को दे दें ताकि समय से ऑक्सीजन की आपूर्ति कर दी जाए। इसके साथ ही अस्पतालों में प्रयोग की जा रही ऑक्सीजन का ऑडिट हेतु जिला अधिकारी को निर्देशित दिए गए हैं ।
कोविड संक्रमण को रोकने के लिये आम जनता का सहयोग बहुत जरूरी है। जब आवश्यक हो तभी घर से निकले और कोविड गाइड लाइन का अक्षरशः पालन करें। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु मानव संसाधन उपलब्ध कराने हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश में आउटसोर्स, पीआरडी, उपनल के जरिए व्यवस्था की जा रही है। 375 नए डॉक्टरों की भी नियुक्ति हो चुकी है, इसके अलावा 185 एमएनएचपी की तैनाती की जा रही है।
सचिव डाॅ पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि कोविड उपचार में एक विशेष दवाई TOCILIZUMAB का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसको बहुत ही विशेष परिस्थिति में दिया जाता है। राज्य सरकार को फ़िलहाल केंद्र से इस दवा के 125 डोज की अनुमति मिली थी, जिसमें से अभी तक 25 डोज प्रदेश को पहुंच सके हैं। इस दवा अनुमति हेतु गढ़वाल क्षेत्र के लिए दून मेडिकल कॉलेज एवं कुमाऊं क्षेत्र के लिए सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट को नामित किया गया है।
प्रदेश मे कोविड संबंधित दवाओं की कालाबाजारी को लेकर आइजी अमित सिन्हा ने जानकारी दी कि नैनीताल, उधम सिंह नगर, देहरादून और हरिद्वार में लगातार राज्य सरकार द्वारा कार्रवाई की जा रही है। बीते 2 दिन में चार लोग कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं। इसके साथ ही साथ ऑक्सीजन सिलेंडर भी पुलिस द्वारा बरामद किये गये है। प्रदेश की जनता को जहां भी कालाबाजारी जैसे सूचना मिले तत्काल पुलिस को संपर्क करें जिसके लिए 112 पर जानकारी दी जा सकती है।
STF के एसएसपी अजय सिंह ने कालाबाजारी के बाबत की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया।
स्पेशल टास्क फोर्स का कालाबाजारी पर शिंकजा सहित मानवीय रुप
जब्त ऑक्सीजन सिलेण्डरों जरुरतमंदो के उपयोग हेतु माननीय न्यायालय से नियमानुसार अवमुक्त कराने की कार्यवाही ऑक्सीजन सिलेन्डर की कालाबाजारी के खिलाफ एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा 4 मई को थाना किच्छा क्षेत्र में कार्यवाही की गयी थी जिसमें 48 ऑक्सीजन सिलेन्डर, फ्लोमीटर व रिफलिंग के सामान के साथ 01 अभियुक्त गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के विरुद्ध धारा 420, 188 भा0द0वि0 व 53 आपदा प्रबन्धन अधिनियम एंव 3 महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। जैसे की वर्तमान में कोरोना काल में जीवन रक्षक औषधि एवं वस्तुओं की जीवन बचाने हेतु आवश्कता है, इसी उद्देश्य से *पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि वर्तमान समय में जीवन रक्षक वस्तुओं की कमी हो रही है तथा बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत जब्त किये गये ऑक्सीजन सिलेण्डर ऑक्सीमीटर कोरोना किट आदि प्रयोग होने वाले उपकरणों को मानवता के दृष्टिगत सक्षम न्यायालयों से रिलीज करवाकर मुख्य चिकित्साधिकारी/सक्षम प्रसाशनिक अधिकारी को उपलब्ध कराया जाये। जिससे उक्त सम्बन्धित उपकरण संक्रमितों के काम आ सके।
इसी क्रम में *एसटीएफ द्वारा जब्त किये गये अवैध 33 ऑक्सीजन सिलेण्डर भऱे तथा 15 खाली सिलेण्डर को आज दिनाँक 05.05.21 को न्यायिक मजिस्ट्रेट रुद्रपुर के आदेश के अनुपालन में सम्बन्धित विभाग जिला आपदा प्रबन्धन नोडल अधिकारी ऊधमसिंह नगर के पक्ष में अवमुक्त किया गया है*। प्रायः देखा जा रहा है कि लोग ऑक्सीजन सिलेण्डर घर पर इस्तेमाल करने के बाद सम्बन्धित एजेंसी को वापस नहीं कर रहे हैं और घर में एकत्रित करके रख रहें हैं जिससे कि अन्य जरुरतमंदो को उपरोक्त उपलब्ध नही हो पा रहा है।क्योकि काफी दिन तक लोग ऑक्सीजन cylender न तो रिफिल करा रहे न अपना सिक्योरिटी एमाउन्ट भी वापस ले रहे
हैं।
आमजन से अपील की जाती है कि अपनी आवश्यकताओं के पूरा होने पर दूसरे की मदद के लिए समय से cylender आदि वापस कर मानवता का परिचय दे,किसी कि जान उसके समय से प्रयोग होने से बच सकती है
प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा बताया कि कोराना काल में जीवन रक्षक उपकरणों / दवाईयों आदि की कालाबाजारी करने वालों को विरुद्ध उत्तराखण्ड एस0टी0एफ0 लगातार सक्रिय है तथा कालाबाजारी करने वालो के विरुद्ध लगातार कार्यवाही कर रही है । उन्होनें जनता से अपील की है केवल अधिकृत ऐजेन्सिंयों / दुकान/ डीलरो से ही जीवन रक्षक उपकरण / दवाईया क्रय करें । सतर्क रहे सुरक्षित रहे।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच कथित व्यक्तियो द्वारा की जा रही कालाबाजारी की रोकथाम हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय के आदेशानुसार, उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा हेल्प लाईन नम्बर 9412029536 एवं वॉट्सअप नम्बर 9411112780 जारी किये गये है, जहां आम नागरिक ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमेडिसविर इंजेक्शन और अन्य जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी साझा कर सकते हैं ।
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