एसआरएचयू में हिमालयन सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एचसीआईई) के अत्याधुनिक भवन का शुभारंभ

एसआरएचयू जौलीग्रांट के स्टूडेंट्स को मिलेगी स्टार्ट अप में मदद

वसंत पचंमी पर एसआरएचयू के अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना, कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल ने किया उद्घाटन

अविकल उत्तराखंड

डोईवाला। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यलाय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट में अध्ययरत छात्र-छात्राएं अब केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रहेंगे। उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद अब स्टार्ट अप में हाथ अजमा सकते हैं। स्टार्ट अप शुरू करन के लिए वह विश्वविद्यलाय से तकनीकी मदद ले सकते हैं। बसंत पचंमी के शुभअवसर पर विश्वविद्यलाय में संस्थापित हिमालयन सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एचसीआईई) के नए भवन का औपचारिक शुभारंभ किया गया। बधुवार को बसंत पचंमी के उपलक्ष्य में सरस्वती पूजन के बाद आयोजित समारोह में विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना व कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल व एचसीआईई के निदेशक डॉ.अमजद हुसैन ने संयुक्त रुप से नए भवन का औपचारिक उद्घाटन किया।

इस मौके पर अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि विश्वविद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्राओं का कौशल विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। इसी कड़ी में हिमालयन सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एचसीआईई) के नए अत्याधुनिक भवन का विधिवत शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है। राष्ट्र का आर्थिक विकास होने के साथ बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल ने कहा कि स्टार्टअप शुरु करना आसान नहीं होता। यहां बड़े सारे उतार चढ़ाव के साथ आप एक बड़े गोल के तरफ बढ़ते हैं। ऐसे में युवाओं को मदद की जरूरत भी होती है। हिमालयन सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एचसीआईई) उन्हें वो तकनीकी मदद उपलब्ध कराएगा। हिमालयन सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एचसीआईई) के निदेशक डॉ.अमद हुसैन कहा कि वह छात्र-छात्राओं को हर संभव मदद देंगे ताकि वह कुशल उद्मी बन सकें।

स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय में सरस्वती पूजन
बधुवार को बसंती पंचमी के अवसर पर हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) में सरस्वती पूजन का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ विश्वविदयालय के अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने संस्थापक डॉ.स्वामी राम व मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वल्लित व पुष्पांजलि अर्पित कर किया। डॉ.धस्माना ने कहा कि बसंत पंचमी सकारात्मक ऊर्जा का पर्व है। वसंत का सीधा अर्थ है सौन्दर्य, अर्थात शब्द, वाणी, प्रकृति, प्रवृत्ति का सौंदर्य। यह पर्व जीवन में ज्ञान और शिक्षा के महत्व को भी दर्शाता है। जीवन में ज्ञान के बिना सफलता की कल्पना करना मुश्किल है। ज्ञान हर प्रकार के अंधकार को दूर करने की क्षमता रखता है। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल, डॉ.सुनील सैनी, डॉ.अशोक देवराड़ी, कुलसचिव डॉ.मुकेश बिजल्वाण, डॉ.एसएल जेठानी, डॉ.सीएस नौटियाल आदि मौजूद रहे।

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *