कैबिनेट मंत्री सुबोध कब लेंगे कुलपति के खिलाफ एक्शन ?
विपक्ष ने भाजपा का ब्लड प्रेशर
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। उत्तराखंड तकनीकी विवि में भ्रष्टाचार के पुराने आरोप एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पूर्व में भी विश्वविद्यालय प्रशासन पर अनियमितताओं, छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ और फर्जी नियुक्तियों के आरोप लगते रहे हैं।
इन्हीं आरोपों और छात्रों की उपेक्षा के खिलाफ बीते दिनों डीएवी कॉलेज के छात्रसंघ ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया।
छात्रसंघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में छात्रों ने विभागीय मंत्री सुबोध उनियाल के आवास के बाहर प्रदर्शन करते हुए कुलपति ओंकार सिंह यादव का पुतला फूंका।
छात्रों का आरोप है कि विभागीय मंत्री के संरक्षण में विश्वविद्यालय में वर्षों से भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है और छात्रों की शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
पूर्व में भी वर्ष 2023 और 2024 में कुलपति के खिलाफ छात्र संगठन और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने आंदोलन किए थे। विश्वविद्यालय में परीक्षाओं की गड़बड़ियों, डिग्री वितरण में देरी और भर्ती घोटालों की जांच की मांग उठ चुकी है। लेकिन अब तक किसी भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

हालिया शांतिपूर्ण प्रदर्शन को पुलिस ने बल प्रयोग कर रोकने की कोशिश की और गढ़ी कैंट थाना पुलिस ने सिद्धार्थ अग्रवाल समेत कई छात्रों को हिरासत में लेकर उन पर धारा 151 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
इस कार्रवाई की जानकारी मिलते ही उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थाने पहुंच गए और धरना देकर छात्र नेताओं की रिहाई की मांग करने लगे। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, महानगर अध्यक्ष जसविंदर जोगी, उपाध्यक्ष विनीत भट्ट (बंटू), पार्षद रोबिन त्यागी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मोहित मोनी और कई कार्यकर्ताओं ने थाने में डेरा डाल दिया।
जब पुलिस प्रशासन ने सिद्धार्थ अग्रवाल को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने की तैयारी शुरू की तो कांग्रेस नेताओं ने थाने से मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर घेराव करने का ऐलान कर दिया। दबाव बढ़ता देख पुलिस ने छात्र नेता को बिना शर्त रिहा कर दिया।
रिहाई के बाद सिद्धार्थ अग्रवाल ने चेतावनी दी कि यदि 10 दिन के भीतर कुलपति पर कार्रवाई नहीं हुई, तो विश्वविद्यालय की तालाबंदी और मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में फैले भ्रष्टाचार और छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।
कांग्रेस नेताओं ने भी दोहराया कि उत्तराखंड में छात्रों की आवाज़ को दबाने की हर कोशिश का जवाब दिया जाएगा। पार्टी पहले भी विश्वविद्यालय के मामलों में छात्रों के साथ खड़ी रही है और आगे भी उनका साथ देती रहेगी।
बहरहाल, हमेशा से ही चर्चा में रहने वाले तकनीकी विवि में चल रही गड़बड़ियों को लेकर विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है।
कुलपति ओंकार सिंह के खिलाफ उठ रहे विरोध के स्वर के बीच कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के अगले कदम पर भी नजरें टिकी हैं।