जनप्रतिनिधि व शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में हुई चर्चा
अविकल उत्तराखंड/ देहरादून। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों के क्रियान्वयन के कम में उत्कृष्ठ कल्स्टर विद्यालयों की स्थापना पर विचार विमर्श हेतु जनपद देहरादून के जनप्रतिनिधि एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक डायट देहरादून के सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जनपद देहरादून के जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान द्वारा की गई। निदेशक माध्यमिक शिक्षा / अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमति सीमा जौनसारी जिनके पहल पर बैठक का आयोजन किया गया बैठक में उपस्थित थी। कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना D.EL.D प्रशिक्षकों द्वारा किया गया।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष के अतिरिक्त ब्लाक प्रमुख विकासनगर कालसी क्षेत्रपंचायत सदस्य ग्राम प्रधान एवं पार्षदों की उपस्थिति भी सराहनीय रही। शिक्षा विभाग की ओर से उक्त बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी सभी विकासखण्डों के खण्ड शिक्षा अधिकारी उपशिक्षा अधिकारी एवं जनपद में संचालित अटल उत्कृष्ठ कल्स्टर विद्यालयों एवं मॉडल स्कूलों के प्रधानाचार्यो द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डा० मोहन सिंह बिष्ट द्वारा किया गया इस अवसर पर बैठक की रूप रेखा सबके सामने प्रस्तुत करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत द्वारा अवगत कराया गया कि शिक्षा की गुणवत्ता बिना समुदाय के सहयोग के सुनिश्चित नहीं की जा सकती । उत्कृष्ठ कल्स्टर विद्यालयों के संकल्पना के संबन्ध में अवगत कराते हुए रावत ने अपने सम्बंध में कहा कि कलस्टर विद्यालय एक निश्चित परिधि के भूगोल के केन्द्र में 15 किलोमीटर के दायरे में ऐसा विद्यालय होगा जहां शिक्षा के समस्त भौतिक एवं शैक्षिक संसाधन व्यवस्थित किये जायेगें ताकि उनका लाभ कलस्टर के आने वाले सभी विद्यालयों को हो सके। इस अवसर पर चेतन नौटियाल उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण क्लस्टर विद्यालयों पर किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान ने इस अवसर पर कहा कि यदि क्लस्टर विद्यालयों में छात्र / छात्राओं के लिये आवास की व्यवस्था करवा दी जाये तो ये शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा। ब्लॉक प्रमुख विकासनगर जसविन्द्र सिंह ने इस अवसर पर क्लस्टर विद्यालयों की उपयोगिता के साथ-साथ प्राइवेट स्कूलों पर कुछ प्रशासनिक जवाबदेही पर बल दिया। ब्लॉक प्रमुख कालसी मधहर सिंह चौहान ने कहा कि हमें प्राथमिक शिक्षा पर अधिक बल देना होगा। क्योंकि प्राथमिक शिक्षा ही बुनियादी शिक्षा है।
कार्यक्रम के अन्त में डायट देहरादून के प्राचार्य राकेश जुगरान ने सभी जनप्रतिनिधियों, प्रधानाध्यापकों शिक्षकों को धन्यवाद प्रेषित करते हुए नई शिक्षा नीति 20201 महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए गुणवत्तापरक शिक्षा के लिये डायट क्लस्टर स्कूलों की महत्ता पर प्रकाश डाला।
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