मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के पार्टनर शरत पंत व पत्नी मल्लिका पंत मुकदमे में नामजद, हुए भूमिगत
एसआईटी जांच अधिकारी राजेश शाह ने कहा कि पंत दम्पत्ति की तलाश में जगह जगह छापामारी जारी
शरत पंत की भाजपा के बड़े बड़े नेताओं से है नजदीकी
ईडी के विभिन्न कोरोना जांच लैब्स पर पड़े छापे से मचा हड़कंप
अविकल उत्त्तराखण्ड
हरिद्वार/देहरादून। महाकुम्भ कोरोना घोटाला भाजपा के गले की फांस बनता जा रहा है। एसआईटी जांच व ईडी छापे में मिल रहे सबूतों के बाद दिग्गज केंद्रीय व प्रदेश भाजपा के नेताओं फोटो में दिख रहे शरत पंत व उसकी पत्नी मल्लिका पंत को मुकदमे में नामजद कर दिया है। मामले की भनक लगते ही पंत दम्पत्ति अंडरग्राउंड हो गए हैं। मोबाइल स्विच ऑफ हो गए।
करोड़ों के महाकुम्भ घोटाले में फंसे पंत फैमिली की भाजपा के गलियारों में गहरी पैठ उजागर होते ही सत्तारूढ़ केंद्र व प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
गौरतलब है कि मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के पार्टनर पंत दम्पत्ति पहले ही हाईकोर्ट से स्टे ले चुके थे। इनके अलावा नलवा व डॉ लाल चंदानी लैब के मालिकों को भी यह स्टे मिला हुआ था।
महाकुम्भ कोरोना घोटाले के सामने आते ही मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के पार्टनर शरत पंत की भाजपा दिग्गजों के साथ फ़ोटो वायरल हुई थी। इनमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई केंद्रीय व प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ शरत पंत की फ़ोटो सामने आने से भाजपा बैकफुट पर आ गयी थी। भाजपा आज तक इस मुद्दे पर सफाई नहीं दे पाई है।
इससे एक बात तो यह साफ हो गयी थी कि मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के पार्टनर शरत पंत की भाजपा में भारी घुसपैठ की वजह से ही कुम्भ में कोरोना जांच का प्रोजेक्ट मिला। मैक्स सर्विसेज ने यह काम नलवा लैब ,हिसार व डॉ लाल चंदानी लैब को सबलेट कर दिया। इन लैब्स के अलावा कुछ अन्य लैब्स ने हरिद्वार में कोरोना टेस्टिंग की। इसमें करोड़ों की फर्जी जॉच का मामला सामने आया।
इस मामले में सबसे पहले गिरफ्तार हुए डाल्फिया लैब के मालिक आशीष वशिष्ठ ने एसआईटी को बताया कि मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के कहने पर ही जांच में फर्जीवाड़ा किया गया। और ICMR के पोर्टल पर फर्जी डेटा अपलोड किया।
इस बहुचर्चित करोड़ों के फर्जीवाड़े की एसआईटी जाँच कर रहे पुलिस अधिकारी राजेश शाह ने बताया कि पंत दम्पत्ति की गिरफ्तारी के लिए नोयडा व नैनीताल की तरफ पुलिस टीम भेजी गई है। दोनो के mobile बन्द आ रहे है। भूमिगत बतवये जा रहे हैं। जांच अधिकारी शाह ने बताया कि गिरफ्तारी के लिए कोर्ट में कुर्की व जमानती वारंट प्रार्थना पत्र दिया जाएगा।
बहरहाल, हरिद्वार महाकुम्भ में 1 लाख फर्जी कोरोना जांच के रफ्तार पकड़ने से भाजपा के अलावा स्वास्थ्य विभाग की भी मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। मैक्स कारपोरेट सर्विसेज को कोरोना जांच की जिम्मेदारी देने पर शासन सत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे है। पार्टनर शरत पंत की उत्त्तराखण्ड से लेकर दिल्ली तक भाजपा नेताओं से नजदीकी की कहानी भी खुलकर सामने आ चुकी है।
ईडी छापे से मचा हड़कंप
शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय के छापे में 40 लाख के मोबाइल, लैपटॉप के अलावा फर्जी बिल लकड़ी गए थे। यह छापा मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के अलावा डॉ लाल चंदानी लैब्स, नोवास पैथ, डीएनए लैब्स व नलवा के ठिकानों पर छापामारी कर गड़बड़ी पकड़ी। फर्जी 3.40 करोड़ के भुगतान को ईडी ने प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई कर रही है। उत्त्तराखण्ड,दिल्ली व हरियाणा में छापे मारकर लैब्स संचालकों से पूछताछ चल रही है।
कुल 22 लैब ने की थी कोरोना जांच
महाकुम्भ में 11 लैब्स ने स्वास्थ्य विभाग के व 11 लैब्स ने कुम्भ मेला अधिष्ठान के तहत कोरोना टेस्टिंग की। ईडी व एसआईटी इन सभी लैब्स के अलावा अन्य जगहों पर की गई कोरोना जांच की असलियत पता करने में जुटी हुई है।
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