2012 के छावला सामूहिक बलात्कार कांड के अभियुक्तों के बरी होने पर दिल्ली से उत्तराखण्ड तक विरोध प्रदर्शन.किरण नेगी के परिजनों को राज्य सरकार आर्थिक मदद करे.
अंकिता हत्याकांड के बाद दिल्ली की किरण नेगी सामूहिक बलात्कार मामले में सुप्रीम कोर्ट के तीनों अभियुक्तों को बरी करने सम्बन्धी फैसले के बाद दिल्ली से लेकर उत्तराखण्ड तक विरोध प्रदर्शन व बैठकों का दौर जारी है। दिल्ली में प्रवासी उत्तराखंडी फैसले से पनपी निराशा के बावजूद इंसाफ की जंग तेज करने को कमर कसे हुए हैं। सीएम धामी भी कह चुके हैं कि सरकार कानूनी जंग लड़ेगी। छावला सामूहिक बलात्कार कांड को लेकर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण मेहरा भी एकजुट होकर न्याय की जंग लड़ने की बात कह रहे है। किरण के हत्यारों को बरी किये जाने पर आम जनता व सामाजिक संगठन भी आक्रोश में है। इस मुद्दे पर गुरुवार की सांय महिला कांग्रेस ने देहरादून में कैंडल मार्च निकाला..
kiran negi murder case,Angry over the acquittal of Kiran Negi’s killers, Congress took out a candle march
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। प्रदेश महिला कांग्रेस ने उत्तराखंड की बेटी किरण नेगी को न्याय दिलाने व श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार को कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल हुए । कैंडल मार्च में किरण नेगी मांगे न्याय,
अंकिता मांगे न्याय का बैनर भी कांग्रेसी साथ लेकर चल रहे थे।
इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बेटी किरन की आत्मा, हम सबसे प्रश्न पूछ रही है? पूरी मानवता व पूरे जागृत जनमत से पूछ रही है, आखिर कोई तो है मेरा गुनाहगार?
उन्होंने उत्तराखंड सरकार से आग्रह है किया हम राज्य के तौर पर तो कानूनी लड़ाई नहीं लड़ पाए हैं! जिस समय यह वीभत्स कांड हुआ था, उस समय किरन नेगी के भाई-बहन छोटे थे। आज उस परिवार को जो भावनात्मक रूप से पूरी तरीके से टूट चुका है, सहारे की जरूरत है। बेटी अंकिता भंडारी के परिवार को ₹25 लाख और उसके भाई को नौकरी देने की जो मुख्यमंत्री ने बात कही है, वह सराहनीय है। वही सहायता किरन नेगी के टूटे व ध्वस्त पड़े परिवार को भी मिलनी चाहिए!
उन्होंने न्यायिक विकल्प ढूंढने के लिए मनु सिंघवी जी और कपिल सिब्बल के नाम सुझाए । उन्होंने कहा कि संवैधानिक न्याय के विशेषज्ञों की सहायता ली जाए! बलात्कार जघन्यतम् अपराध है, उसके दोषी को हम पाताल से भी ढूंढकर सजा देंगे। यह छोटे राज्य का दृढ़ संकल्प होना चाहिए।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी राज्य सरकार से न्यायिक विकल्पों को तलाशने की माँग करते हुए कहा कि अंकिता और अब किरण के साथ हुए अन्याय से हम बहुत उद्देलित है । बेटियों के साथ हुए इन वीभत्स अपराध के दोषियों को सजा दिलाने के लिए राज्य सरकार को आगे आना चाहिए ।
कैंडल मार्च किरनका गुनाहगार_कौन ?सवाल सरकार से पूछा गया कार्यक्रम की आयोजक महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने कहा कि हम माननीय न्यायलय का बहुत सम्मान करते है फिर भी लगता है की पुलिस ने कही न कही सबूतों को न्यायलय में नही रखा।
कैंडल मार्च
में प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, कार्यकारी महानगर अध्यक्ष डाक्टर जसमिंदर सिंह गोगी ,महेंद्र नेगी गुरु जी, शीश पाल बिस्ट ,नजमा खान निशान परवीन ,आशा टमटा ,राजेंद्र धवन ,अनिल बसनेत ,प्रदीप डोभाल , शुभम ,सुनील जायसवाल ,अमित रावत ,रॉबिन त्यागी राजकुमार जायसवाल ,ओम् प्रकाश सत्ती बबन ,मनोज नौटियाल ,गुलज़ार अहमद शरीफ़ बेग आदि सहित सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया।
सोमवार 7 नवंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सीएम धामी का बयान
किरन नेगी हत्याकांड- pls clik, सुप्रीम कोर्ट का फैसला
https://hindi.livelaw.in/category/news-updates/no-identification-of-accused-witnesses-not-cross-examined-supreme-court-acquits-3-men-sentenced-to-death-cites-glaring-lapses-in-trial-213612
छावला सामूहिक बलात्कार कांड
9 फरवरी 2012 – किरन दो अन्य लड़कियों के साथ अपने काम से घर लौट रही थी। उसके घर के बहुत पास, उसे रोका गया और फिर तीन व्यक्तियों- राहुल 26, रवि और विनोद (22) ने अपहरण कर लिया था। हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आए थे।
किरन को हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रोढाई गांव के गांव में करीब 30 किमी दूर एक सरसों के खेत में ले जाया गया। वहां तीनों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। रेप के बाद दोनों ने उसकी आंखों में तेजाब डाल दिया और उसे मरने के लिए वहीं छोड़ दिया गया। चार दिन तक तड़पने के बाद बाद किरन की घटनास्थल पर ही मौत हुई। इसके बाद दिल्ली में प्रवासी उत्तराखंडियों ने न्याय की जंग लड़ी।
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245