देहरादून में है आलीशान बंगला। सत्ता के गलियारों में भी रही खूब धमक। मिली थी जेड श्रेणी सुरक्षा। शादी में 200 करोड़ खर्च किये गए थे। शादी के बाद औली में गंदगी के ढेर लग गए थे।
अविकल उत्तराखंड/एजेंसी
देहरादून। दक्षिण अफ्रीका में भ्र्ष्टाचार के मामले के मोस्ट वांटेड व फरार चल रहे और अब संयुक्त अरब अमीरात में गिरफ्तार हुए भारतीय कारोबारी गुप्ता ब्रदर्स का उत्तराखंड से करीबी रिश्ता रहा है। सहारनपुर में राशन की दुकान का काम कटने वाले गुप्ता बंधु 24 साल पहले दक्षिण अफ्रीका चले गए थे।
गुप्ता भाइयों का देहरादून के 7 कर्जन रोड पर आलीशान बंगला है। बंगले के पास फेमस ब्राइटलैंड स्कूल है। उत्तराखंड सरकार ने गुप्ता भाइयों को जून 2017 में जेड श्रेणी की सुरक्षा दी थी। प्रदेश के कुछ सीएम तक गुप्ता बंधुओं की सीधी पकड़ थी।
प्रदेश में भी कई बिचौलिये गुप्ता बंधुओं को सीएम से मिलवाने की जुगत में रहते थे। एक बार एक सीएम के पास कुछ मध्यस्थ गुप्ता बन्धुओं को मिलाने ले गए। बाद में उस समय के सीएम ने गुप्ता बंधुओं से कहा कि सीधे मुझसे मिल लिया करें किसी बिचौलिये की जरूरत नहीं है। यह प्रसंग आज भी सत्ता के गलियारों में सुनाया जाता है।
गुप्ता ब्रदर्स के दो बेटों की शादी वर्ष 2019 में 18 से 22 जून तक में साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर औली में हुई। बदरीनाथ धाम के नजदीक यह स्थान विंटर गेम्स और स्कीईंग के लिए मशहूर है। औली तक मेहमानों को पहुंचाने के लिए 15 हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था की गई थी। इस शादी का स्थानीय लोगों ने बहुत विरोध किया था।
औली को सजाने का जिम्मा ई-फैक्टर कम्पनी को दिया गया है जो वेडिंग सेरेमनी अरैंजमेण्ट में माहिर माने जाते हैं। औली को सजाने के लिए 25 हजार फूलों और पौधों को मंगाया गया था। यही नहीं लगभग 10 हजार स्क्वायर फीट में ग्लास हाउस भी बनाया गया था।
शादी का कार्ड बेहद भी अनोखा था। कार्ड एक बड़े बॉक्स में था, जिसमें शादी की डिटेल वाली चांदी की छह प्लेटें थी। इनका कुल वजह 1 किलो से ज्यादा था। शादी में 100 पंडित बुलाए गए थे। मेहमानों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात दिल्ली की कम्पनी ली-चाट को जिम्मा दिया गया था। दुनिया के लगभग 400 अलग अलग तरह के पकवान बनाए गए थे।
तब यह चर्चा आम थी कि गुप्ता अपने बेटों की शादी इटली में करना चाहते थे लेकिन, तत्कालीन त्रिवेंद्र सरकार की पहल पर उन्होंने शादी के लिए औली को चुना।
शादी के बाद औली में फैली गंदगी को लेकर भी विरोध के स्वर उठे थे। इधर, गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी के बाद उत्तराखंड में भी हलचल महसूस की जा रही है। दून स्थित बंगले पर भी पूर्व में छापे पड़ चुके हैं।
गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी व कारनामे
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने सोमवार को जानकारी दी कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने गुप्ता परिवार के राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता को गिरफ्तार किया इंटरपोल ने दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। दक्षिण अफ्रीकी सरकार दोनों के प्रत्यर्पण की कोशिश में है।
गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के करीबी दोस्त हैं। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने जैकब जुमा के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल वित्तीय लाभ के लिए किया और वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति में भी अपने इस प्रभाव का इस्तेमाल किया। हालांकि, गुप्ता बंधुओं ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। दोनों ही भाई दक्षिण अफ्रीका से फरार थे और इंटरपोल उनकी लंबे समय से तलाश कर रही थी।
दक्षिण अफ्रीका ने यूएई के साथ प्रत्यर्पण को लेकर समझौता किया है। राष्ट्रपति सिरिल रैफोसा प्रशासन ने पहले यूएई प्रशासन से गुप्ता परिवार के सदस्यों को 2018 में प्रत्यर्पित करने को कहा था। इसके बाद अमेरिका ने भी इनके वीजा पर प्रतिबंध लगा दिया था, उनकी संपत्ति को भी फ्रीज कर दिया था। यूके ने भी पिछले साल गुप्ता परिवार के खिलाफ केस दायर किया था।
इंटरपोल ने दोनों भाईयों को फरवरी माह में मोस्ट वांटेड की लिस्ट में रखा था।
दक्षिण अफ्रीका प्रशासन ने गुप्ता परिवार के खिलाफ 2018 में ककेस दर्ज किया था, दोनों पर डेयरी प्रोजेक्ट में फर्जीवाड़ा का आरोप था। सन् 2015 में गुप्ता पर आरोप लगा था कि उन्होंने जुमा के साथ मिलकर तत्कालीन वित्त मंत्री एन नेने को पद से हटाया था, उनकी जगह पर देश वैन रूयेन को वित्त मंत्री बनाया गया था, जिसके चलते दक्षिण अफ्रीका की करेंसी रैंड धराशायी हो गई थी।
वरिष्ठ पत्रकार संजय श्रीवास्तव की रिपोर्ट
दक्षिण अफ्रीका के गुप्ता भाई हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. लेकिन आमतौर पर गलत कारणों से. सहारनपुर के रहने वाले ये गुप्ता भाई दक्षिण अफ्रीका चले गए थे. वहां अब उनके खिलाफ सरकारी विभागों की मिलीभगत से गैरकानूनी सौदों से कमाई का आरोप लग रहा है. दक्षिण अफ्रीका के अधिकारी उनके अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब के खातों से पैसा जब्त करने की कोशिश कर रहे हैं.
कुछ समय पहले ही ये भाई औली में 200 करोड़ की महंगी शादी के चलते भी सुर्खियों में थे. उसके बाद ये खबरें आईं कि इस शादी के कारण औली में पर्यावरण से काफी छेड़छाड़ भी हुई. गंदगी भी फैली.
कौन हैं ये गुप्ता बंधु
गुप्ता भाई दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष कारोबारियों में हैं. एक साल पहले तक वहां उनकी तूती बोलती थी, अब हालत डावांडोल है. वो दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष पांच धनी लोगों में शुमार होते थे. पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की सरकार उनके इशारों पर नाचती थी. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति के परिवारजनों को अपने यहां ऊंची नौकरियां दे रखी थीं. बाद में गुप्ता बंधुओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे. इसके चलते राष्ट्रपति जैकब जुमा को भी पद से इस्तीफा देना पड़ा.
गुप्ता ब्रदर्स करीब 25 साल पहले सहारनपुर से बिजनेस अवसरों की तलाश में दक्षिण अफ्रीका गए थे. फिर उनका कारोबार वहां ऐसा फैला कि वो वहां के बड़े धनी कारोबारी परिवारों में शुमार होने लगे. वैसे उन पर हमेशा जुमा और उनके कई मंत्रियों के नजदीकी होने और सियासी फायदे से कारोबार में आगे बढ़ाने के आरोप लगते रहे.
दक्षिण अफ्रीका की नई सरकार अब उनके खिलाफ कई मामलों की जांच करा रही है. फिलहाल दक्षिण अफ्रीका का उनका कारोबार डगमगाया हुआ है. ये भी खबरें हैं कि वो वहां से अपना कारोबार समेटना चाहते हैं.
सहारनपुर में पढ़े-लिखे
ये तीन भाई हैं. अजय (50 साल), अतुल (47 साल) और राजेश (44 साल). इन सभी का जन्म उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ. तीनों की पढ़ाई-लिखाई सहारनपुर में ही हुई. तीनों ने वहां के जेवी जैन कॉलेज से डिग्री ली. बड़े भाई अजय ने बीकॉम किया और फिर सीए का कोर्स किया. अतुल ने बीएससी की और कंप्यूटर हार्डवेयर और असेंबलिंग का कोर्स किया. छोटे भाई राजेश ने बीएससी की. उन्होंने शुरू में पिता के कारोबार में हाथ बंटाया और फिर दक्षिण अफ्रीका चले गए.
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