सरकारी पोर्टल पर अवैध खनन  में लिप्त एनआईसी अधिकारी जांच के घेरे में, एक अभियुक्त गिरफ्तार

STF एवं साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड की संयुक्त कार्यवाही, खनन विभाग के पोर्टल से हो रहा था अवैध खनन कारोबार

एनआईसी उत्तराखण्ड के एक अधिकारी की भी मिलीभगत, अब तक कुल चार अभियुक्त गिरफ्तार

खनन विभाग से जुड़े कई चेहरे हो सकते हैं बेनकाब,14 जुलाई को हुआ था मामला दर्ज। इस पूरे मामले में  फर्जी आईडी संख्या MO61022325 विक्रम सिंह बिष्ट के नाम से थी।

अभियुक्त अनिल कुमार से 01 अदद लैपटॉप, 01 मोबाइल फोन VIVO, विभिन्न इलैक्ट्रानिक दस्तावेज यथा फर्जी रॉयल्टी, रवन्ना एवं जीएसटी से सम्बन्धित दस्तावेज ।

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। खनन विभाग के पोर्टल से अवैध खनन के मामले में एनआईसी के एक अधिकारी की मिलीभगत सामने आयी है। जांच चल रही है। एक अभियुक्त की गिरफ्तारी के साथ अभी तक कुल चार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है। विभाग के पोर्टल से अवैध खनन का यह मामला छह महीने पुराना है।

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अभियुक्त अनिल कुमार हाल सिद्धान्त स्टोन क्रेशर सहीद वाला ग्रांट बुग्गावाला ,हरिद्वार से बरामद लैपटॉप व फोन से अनेक महत्वपूर्ण सूचनायें एवं अवैध खनन कारोबार से जुड़े अन्य लोगो के विषय मे काफी महत्वपूर्ण सूचनाएं मिली हैं। अभियुक्त को धारा 420, 471, 201, 120बी भादवि व 66, 66सी आईटी एक्ट के अन्तर्गत गिरफ्तार किया गया है। बरामद कम्प्यूटर उपकरणों को अन्य  विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जा रहा है।

एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि
जांच के दौरान एनआईसी उत्तराखण्ड के एक अधिकारी की भी संलिप्तता के साक्ष्य मिले है । इस बाबत उक्त अधिकारी व अभियुक्तों के संबंधों की पड़ताल की जा रही है।

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एसएसपी, एसटीएफ अजय सिंह

    गौरतलब है कि बीते 14 जुलाई 2020 को भूतत्व एंव खनिकर्म  विभाग में नोडल अधिकारी रश्मि प्रधान की तहरीर के आधार पर मु0अ0 संख्या- 19/2020 धारा 66, 66सी आई0टी0 एक्ट साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन में पंजीकृत किया गया। वादिनी श्रीमति रश्मि प्रधान ने बताया कि एक अवैध खनन के मामले में विभाग की ई-रवन्ना पोर्टल के माध्यम से एक फर्जी आईडी संख्या MO61022325 का प्रयोग करके अवैध खनन किया जा रहा है । उपरोक्त फर्जी आईडी का डेटा/ विवरण भी अज्ञात लोगों ने  डिलीट (नष्ट) कर दिया गया है ।

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       इस पूरे मामले में फर्जी आईडी संख्या MO61022325 विक्रम सिंह बिष्ट के नाम से थी। खनन से जुड़े कई लोगो के विवरण प्राप्त हुये  थे ।

     पूर्व में 3 मुजरिमों को गिरफ्तार किया जा चुका है । जांच में यह बात सामने आयी कि अनिल और उसके एक साथी  से खनन कारोबार मे जल्दी ज्यादा मुनाफा करने की बात तय हुयी। उसके बाद फर्जी आईडी को अपने स्टोन क्रेशर पर इलैक्ट्रानिक माध्यम से मंगवायी व उसके जरिये खनन सामग्री की खरीद फरोख्त जारी रखी। खरीद फरोख्त से सम्बन्धित काफी फ़र्ज़ी रवन्ना व दस्तावेज अभियुक्त से बरामद कम्प्यूटर उपकरणों में भी मिले  है।  इस अवैध कारोबार से जुड़े अन्य लोगों के बारे मे भी महत्वपूर्ण सूचनायें प्राप्त हुयी है ।

अपराध विधिः-

भूतत्व एंव खनिकर्म विभाग के ई-रवन्ना पोर्टल पर आई0डी0 बनाकर अवैध खनन का अपराध करना ।

मुकदमा अपराध संख्या-19/2020 अन्तर्गत धारा 420, 471, 201, 120बी भा0द0वी0 व 66, 66सी आई0टी0 एक्ट ।

गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण – 
अनिल कुमार पुत्र सुलेख चौहान निवासी ग्राम तेलपुरा थाना बुग्गावाला हरिद्वार उम्र-45 वर्ष

पुलिस टीम-
निरीक्षक श्री अमर चन्द शर्मा 
उ0नि0 राजेश ध्यानी
कॉ0 मुकेश कुमार 
का0चालक शंकर सिंह नेगी

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