पावर बैंक एप घोटाला- अन्तरराष्ट्रीय गिरोह का एक और सदस्य गिरफ्तार

अभियुक्त नागाभूषण, सुकन्या और तिब्बत मूल के पेमा वांगमो साईबर को शीघ्र उत्तराखंड लाया जायेगा


प्रकरण में चार और अभियोग पंजीकृत 
पुलिस ने आठ खातो में लगभग 30 लाख रुपये कराए फ्रीज

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। पावर बैंक नामक एप के माध्यम से पैसे इन्वेस्ट करने पर 15 दिन मे पैसे दोगुने करने का लालच देकर लोगों के करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी करने वाले अन्तराष्ट्रीय गिरोह के एक और सदस्य को एसटीएफ ने यूपी के लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार किया है। इससे पहले सात जून को नोयडा से भी गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।


एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह नेबताया कि हरिद्वार जिले के श्यामपुर निवासी रोहित कुमार और कनखल निवासी राहुल कुमार गोयल ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून से शिकायत की थी कि उनके द्वारा प्ले-स्टोर से पावर बैंक नामक एप डाउनलोड कर अलग-अलग तिथियो में क्रमशः 91,200 एवं 73,000 रुपये जमा कराये गए थे। दोनों की शिकायत पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर विवेचना निरीक्षक महेश्वर पुर्वाल के सुपूर्द कर एसटीएफ एवं साइबर थाने की संयुक्त टीम का गठन किया। इसी प्रकार का एक मुकदमा टिहरी जिले में भी पंजीकृत हुआ है, जिसमे शिकायतकर्ता से 97000 की धोखाधड़ी की गई है।


इस मामले में पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य पवन कुमार पाण्डेय पुत्र बनवारी पाण्डये निवासी सी-7 एचआईजी फ्लैट, ग्रीन व्यू अपार्डमेंट, सैक्टर 99, नोयडा को सात जून को नोयडा से गिरफ्तार किया था। अभियोग में अभियुक्त के विरुद्ध धारा 3/21, 4/22 Banning of unregulated deposit Scheme act 2019 का अपराध कारित करना भी पाया गया।
अभियोग में तकनीकी साक्ष्य एकत्रित करने पर पता चला कि आरोपियो द्वारा धनराशि के लेनदेन हेतु अधिकांशतःRAZORPAY Wallet/Gateway का प्रयोग किया गया। टीम द्वारा RAZORPAY Gateway से सम्पर्क कर आरोपियों के सम्बन्ध में जानकारी मांगी गयी । बैंक/मर्चेन्ट/गेटवे एवं अन्य संबंधित कंपनियों से प्राप्त विवरण का विश्लेषण करने पर वर्तमान तक 360 करोड की धोखाधड़ी प्रकाश मे आयी तथा और अधिक धनराशि की धोखाधड़ी सम्भावित है।
इसी क्रम में RAZORPAY के legal Head द्वारा एक जून को साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन बैंगलोर मे पावर बैंक से सम्बन्धित 10 कम्पनियों के निदेशको सहित 13 व्यक्तियो के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया। बैंगलोर पुलिस द्वारा प्रकरण में 6 आरोपियो की गिरफ्तारी की गयी है ।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी अभियुक्तो मे से 03 अभियुक्त नागाभूषण, सुकन्या और तिब्बत मूल के पेमा वांगमो साईबर थाने पर पंजीकृत अभियोगों में भी सम्मिलित है, जिनको शीघ्र ही रिमाण्ड पर उत्तराखंड लाया जायेगा ।
पावर बैंक नामक एप के माध्यम से ठगी के सम्बन्ध में साइबर सैल दिल्ली द्वारा भी 29 मई को अभियोग पंजीकृत किया गया । दिल्ली पुलिस द्वारा प्रकरण में संबंधित कम्पनियों के निदेशक एवं कम्पनी के CA  अविक केडिया एवं रौनक सहित 11 आरोपियो की गिरफ्तारी की गयी है। अभियुक्त अविक केडिया साइबर थाने पर पंजीकृत अभियोग में भी सम्मिलित है, जिसको शीघ्र रिमाण्ड पर उत्तराखंड लाया जायेगा ।


पावर बैंक नामक एप के माध्यम से ठगी के सम्बन्ध में साइबर सैल गुजरात में भी एक अभियोग पंजीकृत किया गया है, जिसमें एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तो की संलिप्तता भी पायी गयी है।
प्रकरण के संबंध में समाचार पत्रो एवं सोशल मीडियो में प्रचार प्रसार होने के कारण वर्तमान तक ई-मेल एवं व्यक्तिगत रुप से विभिन्न जनपदो से अब तक छोटी एवं बड़ी धनराशि से संबंधित 55 शिकायते प्राप्त हुयी है, जिनमे से 04 प्रकरणो (मनोज चैहान निवासी हरिद्वार से 2,82,600, आशीष मोहन निवासी हरिद्वार से 1,80,000, प्रशान्त कुमार निवासी हरिद्वार से 4,71,200 एवं कुलदीप कुमार निवास हरिद्वार से 3,94,800 रुपये की धोखाधड़ी) में अभियोग पंजीकृत किये गये है तथा शेष प्रार्थना पत्रों पर जांच चल रही है।


अब तक पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानो में दबिशे दी गयी और एक अन्य अभियुक्त प्रकाश बैरागी निवासी ग्राम मियांपुर बेली जनपद लखीमपुर खीरी, यूपी को लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार किया गया है। उक्त अभियुक्त प्रकरण में संलिप्त कम्पनियों Maojaza Technology एवं Sumyth Pvt- Ltd का डायरेक्टर है जिसकी कम्पनी के खातो में पावर बैंक एप के माध्यम से धोखाधड़ी से लगभग 57 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है।
टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त पवन कुमार पाण्डेय पुत्र बनवारी पाण्डये निवासी सी-7 एचआईजी फ्लैट, ग्रीन व्यू अपार्डमेंट सैक्टर 99 नोयडा उ0प्र0 के बैंक खातो में लगभग 28 लाख रुपये फ्रीज कराये गये तथा अभियुक्त प्रकाश बैरागी के खातो में 50 हजार रुपये फ्रीज कराये गये ।


साईबर थाने द्वारा तकनीकी रुप से यह जानकारी भी प्राप्त की गयी जिसमे कि धोखाधड़ी से प्राप्त कुछ धनराशि को क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से चीन भेजे जाने के साक्ष्य प्राप्त हुये है, साथ ही धोखाधड़ी हेतु प्रयुक्त पावर बैंक एप को भ्वदहावदह ब्ीपदं से संचालित किया जा रहा था। इस संबंध में Honkong के xiaoxiao chen और China से Lin Xhin के नाम प्रकाश में आए हैं।
प्रकरण काफी गम्भीर एवं विदेशी नागरिकों/कम्पनियो के जुड़े होने के साक्ष्य प्राप्त होने के कारण राष्ट्रीय एजंसियों CBI, IB, ED आदि से भी सहयोग लिया जा रहा है, साथ ही अन्तराष्ट्रीय एजेंसियो से भी सम्पर्क स्थापित करने का प्रयास जारी है ।


इसी क्रम में वर्तमान में प्रचलित अन्य कई संदिग्ध एप के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुयी है जो इसी प्रकार के अवैध कार्यो मे लिप्त है जिनमे मुख्यतः EZ Point, Sun factory, Lightening Power Bank, EZ Coin, Fish+  आदि सम्मिलित है। Fish+ नामक एप के द्वारा की जा रही धोखाधड़ी से सम्बन्धित शिकायत जनपद उत्तरकाशी निवासी व्यक्ति के माध्यम से प्राप्त हुई है।

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