उठे सवाल- परिजनों ने डीजीपी से कहा, कोटद्वार के तीन किशोरों की हत्या की गई

मृतक नाबालिग के परिजन आज डीजीपी अशोक कुमार से मिले। कोटद्वार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए

कोटद्वार के तीन किशोरों की मौत दुर्घटना में नहीं उनकी हत्या की गई, जांच की मांग

कोटद्वार में नौ सितम्बर 2022 को गायब हुए तीनों नाबालिग की लाश 12 सितम्बर को खोह नदी में मिली। मौके पर मौजूद स्कूटी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। स्कूटी की नंबर प्लेट पर सफेद कपड़ा बंधा था। लेकिन थाने में खड़ी होने के बाद स्कूटी के दोनों रिम बैंड थे। घटनास्थल की फोटोग्राफी नहीं करने पर उठे सवाल

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। कोटद्वार में संदिग्ध परिस्थितियों में तीन नाबालिग बच्चों की मौत के मामले में उनके परिजनों ने आज डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात की और पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई। परिजनों ने घटना के विवरण के साथ स्कूटी के चित्र भी पुलिस मुख्यालय को मुहैया कराए।

कोटद्वार निवासी संजीव क्षेत्री,कृष्ण कुमार व बिरेन्द्र चौधरी के अनुसार, डीजीपी ने एसपी पौड़ी से फोन पर बात करके लैंसडाउन कोतवाल से मामले की जांच कराने के लिए आदेशित किया।

इस पूरे प्रकरण से पुलिस की भूमिका पर शुरू से ही गहरे सवाल उठते रहे हैं। जनता में पुलिस की जांच को लेकर गहरा शक गहराया हुआ है। कोटद्वार की इस ह्रदयविदारक घटना की सही जांच होने पर ही दोषी पकड़ में आएंगे।

सेवा में,

श्रीमान पुलिस महानिदेशक महोदय, देहरादून उत्तराखण्ड |

विषय—कोटद्वार में तीन नाबालिगों की हुई हत्या की जांच के सम्बन्ध में। महोदय,

निवेदन इस प्रकार कि दिनांक- 09/09/2022 को तीन नाबालिग नमो पुत्र संजीव क्षेत्री, रौनक पुत्र कृष्ण कुमार तथा आर्यन पुत्र बिरेन्द्र चौधरी निवासीगण गोविन्द नगर निकट गीता भवन मन्दिर कोटद्वार वाले प्रातः लगभग 5:30 बजे घर से स्कूटी नम्बर यू0के0 15 ए-9440 से निकले थे तथा नाबालिगों के परिजनों द्वारा थाना कोटद्वार में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी करायी गयी थी तथा परिजनों के द्वारा भी काफी खोजबीन करने के बाद भी नाबालिग नहीं मिले

दिनांक- 12/09/2022 को प्रातः 7:00 बजे थाना कोटद्वार से सूचना मिली कि कोटद्वार से 5 वे मील पर शव देखे गये हैं शिनाख्त करने आ जाओ तब नाबालिगों के परिजन वहाँ पर अये तो देखा कि वह शव परिजनों के पुत्र आर्यन, नमो एवं रौनक के हैं उससे कुछ दूर पर उपरोक्त स्कूटी भी थी जिस पर सिर्फ पीछे की साईड से मामूली क्षतिग्रसत थी एवं आगे नम्बर प्लेट पर सफेद रंग का कपड़ा बन्धा हुआ था ।

तथा परिजनों को शक है कि उक्त लड़कों नमो, रौनक एवं आर्यन की हत्या कर उनके शवों को वहाँ फेंका गया है तथा थाना कोटद्वार की पुलिस भी इसे एक्सीडेन्ट ही मान रही है तथा जानबूझकर सही विवेचना नहीं कर रही है और स्कूटी जब गदेरे के नीचे जहाँ खड़ी हुई थी स्कूटी की स्थिति बिल्कुल उस समय ठीक थी उस समय स्कूटी पर कोई टूट फूट नहीं थी ।

पुलिस ने उक्त उस समय खड़ी स्कूटी का कोई वीडियो व फोटोग्राफी क्यों नहीं की यह भी एक सन्देह का बिन्दु है साथ ही उक्त स्कूटी गदेरे के पास अन्डर वॉटर पास (सड़क के नीचे) सही स्थिति में खड़ी होना पाया गया था किन्तु जिस दिन हम याने मृतकों के परिजन थाने में पुलिस से उक्त बिन्दुओं पर बात करने गये तो वहाँ देखा तो स्कूटी क्षतिग्रस्त पायी गयी व स्कूटी के दोनों रिम बैण्ड बताये गये व दिखाये गये ।

यह भी बड़ा सन्देह का बिन्दु है कि घटना स्थल पर स्कूटी सही स्थिति में होना किन्तु थाने के अन्दर स्कूटी का क्षतिग्रस्त होना आश्चर्यजनक व सन्देहजनक तथ्य है किन्तु थाना कोटद्वार की पुलिस किस प्रकार के तथ्य जुटा रही है असमंजस की स्थिति है वह मासूम बच्चे जो कि अपनी मासूमियत के धनी थे और मृतकों के परिजन जो कि न्याय की चाहते हैं और वह व्यक्ति जिन्होंने उक्त बच्चों के साथ गलत कृत्य किया है व उनकी हत्या की है ।

पुलिस से सही विवेचना कर न्याय की मन्शा रखते हैं किन्तु ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस मात्र अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए मात्र औपचारिकता कर उक्त घटना को एक्सीडेन्ट का नाम दे रही है व अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है और लगभग 17-18 दिन गुजर जाने के बाद भी उक्त घटना की सही विवेचना न कर दोषियों तक अभी तक नहीं पहुँच पायी जबकि तीन बच्चों की हत्या होना जघन्य अपराध है तथा कोटद्वार की जनता भी इस घटना से आक्रोश में है व जन आक्रोश बढ़ रहा है ।

किन्तु उक्त तीनों मृतक बच्चों के परिजन अभी इस दुख से नहीं निकले साथ ही तीनों मृतकों के परिजन अपनी उत्तराखण्ड सरकार व प्रशासन व उत्तराखण्ड पुलिस न्याय की अपेक्षा रखते हैं और यह भी चाहते है कि पुलिस मृतकों के परिवार को न्याय दिलायें व इस मामले की स्वतन्त्र विवेचना चाहते हैं व आप से यह भी निवेदन करते हैं कि थाना कोटद्वार की पुलिस को जल्द से जल्द मामले मे खुलासा करने हेतु व अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु उचित कानूनी कार्यवाही के सम्बन्ध में उचित आदेश पारित कर न्याय दिलाया जाना आवश्यक है।

अतः महोदय से प्रार्थना कि मामले में मृतकों को पूर्ण न्याय मिलने इस जघन्य अपराध का खुलासा पुलिसे पाश विलग्न किये जाने हेतु उचित आदेश पारित करने की द्वारा अवलम्व कृपा करें।

दिनांक-26/09/2022

० प्रार्थीगण

1- संजीव क्षेत्री संजीव

  1. कृष्ण कुमार कृष्णा कुमार 3- बिरेन्द्र चौधरी virendra

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