हरिद्वार की ‘पाठशाला’ में सीखा वन टू का फोर और फोर टू का वन। कुछ ही साल में काले धन के पहाड़ पर बैठ गया हाकम सिंह।
अविकल थपलियाल
देहरादून। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत ने धंधे के गुर हरिद्वार प्रवास के दौरान सीखे। जिले के एक बड़े अधिकारी के घर रहकर बेईमानी के पहाड़े का रट्टा व घोटा तीर्थनगरी हरिद्वार में ही लगाया।
पैसे कमाने के चक्कर में हाकम सिंह सत्ता की सीढ़ियों को जमकर इस्तेमाल किया। भाजपा का जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह का शीर्ष नेताओं के दरबार में लगातार हाजिरी लगाना और सम्बन्ध बढ़ाना खास रणनीति का हिस्सा भी रही। एक समय पैसे की किल्लत से जूझ रहा हाकम सिंह कुछ ही सालों में काले धन के पहाड़ पर बैठ गया। रिजॉर्ट, होटल व ट्रेवल कंपनी का मालिक बन गया। कई बार थाईलैंड घूम आया।
भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ खुशनुमा माहौल में फ़ोटो खिंचवाना भी हाकम सिंह का खास शगल रहा। हाकम सिंह के इन नेताओं के साथ कई आत्मीय लम्हों से जुड़े फोटोज वॉयरल हो रहे हैं। हाल ही में बैंकाक से लौटने के बाद हाकम सिंह ने आने राजनीतिक आकाओं से मदद की गुहार भी लगाई। लेकिन सीएम धामी का कड़ा रुख देख नेताओं ने अपने दरवाजे बंद कर लिए।
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मास्टर माइंड हाकम सिंह का जन्म सीमान्त जनपद उत्तरकाशी के मोरी ब्लाक के फिताड़ी गांव में एक साधारण परिवार में हुआ। लेकिन, नेताओं और अधिकारियों की यारी की बदौलत उसने चंद वर्षों में करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर दिया।
हाकम सिंह न केवल सांकरी में एक आलीशान रिजॉर्ट का मालिक है, बल्कि होमस्टे और बागवानी के क्षेत्र में भी वह काफी ठीक स्थिति में है।
लगभग 20 साल पहले हाकम सिंह उत्तरकाशी में तैनात रहे डीएम के संपर्क में आया। घर की माली हालत ठीक नहीं होने के कारण उसने इस चर्चित उच्च अधिकारी के घर में काम किया। दो साल बाद उस अधिकारी का हरिद्वार ट्रांसफर हो गया। वह अधिकारी हाकम सिंह को भी आने साथ हरिद्वार ले गया।
उत्तरकाशी व हरिद्वार में चर्चित अधिकारी के यहां काम करते करते हाकम सिंह ने अन्य अधिकारी व कर्मचारियों से जान पहचान बढ़ाई। हाकम के परिचितों का कहना है कि मुख्य तौर पर हरिद्वार ही रहकर उसने वन टू का फोर का पहाड़ा सीखा।
हाकम सिंह ने नेताओं की हनक देख स्वंय भी पॉलिटिक्स में उतरने का मन बनाया। हाकम सिंह ने 2008 में पहली बार प्रधान का चुनाव लड़ा और जीत गया। 2019 में हाकम जखोल वार्ड से जिला पंचायत सदस्य चुना गया।
हाकम सिंह का सांकरी में आलीशान रिजॉर्ट है। रिजॉर्ट में कई बड़े-बड़े नेता और नौकरशाह ठहरते रहे है। खास बात यह है कि क्षेत्र में अपनी धाक जमाने के लिए हाकम सिंह रिजॉर्ट में ठहरने आए बड़े-बड़े लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट कर देता था।
पार्टी में अपने इन्हीं राजनीतिक सम्बन्धों के बूते हाकम सिंह 2020 के भर्ती घोटाले में नामजद होने के बावजूद साफ बच निकला था । इसके बाद ही सीमांत उत्तरकाशी जिले के हाकम सिंह का हौसला और भी बुलन्द हुआ और 2021 दिसंबर में UKSSSC भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को नकल करवा कर लगभग 80 लोगों को मेरिट सूची में स्थान दिलवा दिया। अपने ही इलाके के और करीबी नाते रिश्तेदारों को पास करवा करोड़ों रुपए इकठ्ठा कर लिए।
भर्ती परीक्षा से जुड़ी एजेंसियों व कर्मियों से हाकम सिंह की खास नजदीकी बतायी जा रही है।हर बार राजनीतिक व नौकरशाही से बेहतर कनेक्शन की बदौलत हाकम सिंह निर्बाध गति से नौकरी दिलाने का काम कर रहा था। अपने इलाके में हाकम सिंह को सौ फीसदी नौकरी की गारंटी देने वाले शख्स के तौर पर जाना जाता रहा है।
लेकिन इस बार सीएम धामी के कड़े निर्देश के बाद STF ने खुलकर कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड हाकम सिंह समेत 18 लोगों को गिरफ्तार कर हलचल मचा दी। जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह से भाजपा ने भी पल्ला झाड़ लिया। और फिलहाल 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया।
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