उत्तराखण्ड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के जोशीमठ आंदोलन से जुड़े नेताओं को माओवादी व देशद्रोही करार देने से मचा बवाल
आंदोलन के प्रमुख नेता अतुल सती ने किया विरोध
उत्तराखंड की खुशनुमा वादियों में जहर घोल रहे हैं महेंद्र भट्ट -कांग्रेस
अविकल उत्तराखण्ड
जोशीमठ। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के जोशीमठ के आन्दोलनकरियों को माओवादी व चीन का एजेंट बताने पर विवाद खड़ा हो गया है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान का कड़ा विरोध किया है। उधर, कांग्रेस ने भी भट्ट के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
आन्दोलन के प्रमुख नेता अतुल सती ने आंदोलन स्थल से ही वीडियो जारी कर कहा कि भाजपा नेता भट्ट अपने घटिया बयान के लिए माफी मांगे। सीमा की प्रहरी देशभक्त जनता का अपमान किया है। अतुल सती ने भाजपा नेता से कई मुद्दों पर सवाल भी पूछे..
जोशीमठ संघर्ष समिति के नेता अतुल सती के बयान के मुख्य अंश
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष जी का बयान आया है कि जोशीमठ की आपदा पीड़ित जनता जो सरकार की उपेक्षा नाकामी नकारेपन के कारण आंदोलन को विवश है, ठंड में बरफ में धरने पर बैठी है.. माओवादी है .. देशद्रोही है .. चीन की एजेंट है ।
श्रीमान भट्ट जी जिस दिन आपने अपने घर पर हमें बेवकूफ बनाने के लिये बुलाया उस दिन हम देशी ही थे या उस दिन भी आप चीन वालों से ही बात कर रहे थे ?
भट्ट जी जोशीमठ में जो आपकी पार्टी कार्यकर्ता आपके खिलाफ नारे लगा रहे थे, आपको जिन्होंने निकल जाने पर विवश किया वे भी चीनी थे .? तो आपकी पार्टी में वे क्या कर रहे थे .?
जिस दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वार्ता के लिये हमें बुलाया और वार्ता की उस दिन मुख्यमंत्री देश के ही लोगों से वार्ता कर रहे थे अथवा चीनियों से .?
27 जनवरी को सम्पूर्ण पैनखण्डा की जनता ने हजारों की तादाद में जोशीमठ में प्रदर्शन किया वह सब चीनी ही हैं .? यदि ऐसा है तो बगल में बैठे चीन की ही आप मदद कर रहे हैं जो इसी ताक में बैठा है ।
हम तो सीमा के प्रहरी हैं हमारे यहां से लोग सीमा पर गोली खाते रहे हैं । मेरे पिता स्वयं सेना में रहे हैं और तमाम लोग परिवार के सेना में समय दिए हैं, यह आपका बयान उन सभी लोगों का अपमान है । कल ही जोशीमठ के लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद डिमरी को आपकी सरकार ने ही सम्मानित किया है ।वे हमारे भाई हैं तो क्या ..वे भी ?
आपको अगर जरा भी संवेदनशीलता और राजनैतिक नैतिकता हो तो अपने इस दुर्भावनापूर्ण व घटिया बयान के लिये माफी मांगे । अन्यथा जोशीमठ की देशभक्त जनता सीमा की प्रहरी जनता जिसने,देश के लिये व सेना के लिये बहुत सी कुर्बानियां दीं आपको कभी माफ नहीं करेगी ।
पीड़ित जनता की मदद नहीं कर सकते मत कीजिये मगर कम से कम यह तो न कीजिये .!
उत्तराखंड की खुशनुमा वादियों में जहर घोल रहे हैं महेंद्र भट्ट -कांग्रेस
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के उस बयान जिसमें उन्होंने जोशीमठ में माओवादियों के सक्रिय होने की बात कही है उसकी उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कड़े शब्दों में निंदा की है। दसोनी ने कहा की महेंद्र भट्ट का जोशीमठ के परिपेक्ष में दिया गया बयान बहुत ही गंभीर है और यदि सामरिक दृष्टि से राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर बहुत ही महत्वपूर्ण जोशीमठ में माओवादी ताकतें सक्रिय हैं और महेंद्र भट्ट के पास इसके पुख्ता सबूत और साक्ष्य हैं तो ऐसे में इसे राज्य सरकार का फेलियर ही समझा जाएगा कि अभी तक राज्य सरकार ने इस ओर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की।
इसका तात्पर्य यह भी समझा जा सकता है कि राज्य सरकार को इनपुट देने वाली तमाम खुफिया एजेंसियां धत्ता साबित हुई ??दसोनी ने कहा कि यह बयान देकर महेंद्र भट्ट ने अपनी ही सरकार पर बहुत सारे प्रश्न खड़े कर दिए हैं। यदि जोशीमठ में राज्य विरोधी /देश विरोधी ताकतें सक्रिय हैं तो ऐसे में धामी सरकार कार्यवाही करने में देर क्यों लगा रही है?
दसोनी ने कहा कि महेंद्र भट्ट ने अपने बयान से कुछ ही दिनों में होने वाली चार धाम यात्रा को भी बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है ,अपने बयान से महेंद्र भट्ट ने असुरक्षित उत्तराखंड का संदेश देश और दुनिया में देने का काम किया है ।
दसोनी ने कहा कि उत्तराखंड जहां लोग गुलदस्ते की भांति बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में रहते हैं उसमें जहर घोलने का काम महेंद्र भट्ट ने किया है ।दसौनी के अनुसार आज जोशीमठ का जो हस्र है उसमें बहुत बड़ा हाथ तत्कालीन स्थानीय विधायक होने के नाते महेंद्र भट्ट का भी है।
रैणी आपदा के बाद से ही जोशीमठ के स्थानीय लोग लगातार घर में दरारें आने की बात कह रहे थे फिर क्या कारण है कि महेंद्र भट्ट ने समय रहते जोशीमठ के लिए कुछ नहीं किया? दसौनी ने कहा के महेंद्र भट्ट को इस तरह का हलका बयान देने से पहले शर्म आनी चाहिए क्योंकि भाजपा स्वयं को तथाकथित हिंदू धर्म की झंडा बरदार होने के रूप में प्रचारित प्रसारित करती है फिर क्या कारण है की आदि गुरु शंकराचार्य के मठ की रक्षा और बद्री विशाल की विश्राम स्थली जोशीमठ आज जब अस्तित्व विहीन होने की कगार पर है उसकी रक्षा करने में भारतीय जनता पार्टी की सरकार अक्षम साबित हुई है।
दसोनी ने कहा के महेंद्र भट्ट हमेशा से ही विवादास्पद बयानों के लिए सुर्खियों में रहे हैं और एक बार फिर उन्होंने उत्तराखंड को शर्मसार करने वाला बयान देकर अपनी सरकार पर सवाल उठा दिया है ।
दसोनी ने कहा कि जो लोग जोशीमठ के सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं वह कोई खुश होकर या स्वेच्छा से इतने कड़ाके की ठंड में सड़कों पर नहीं उतरे हैं सरकार को समझना होगा कि उसके द्वारा किये जा रहे राहत कार्यों से लोग असंतुष्ट हैं और आक्रोशित हैं इसलिए मजबूरी में आंदोलन कर रहे हैं।
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