मुख्य सचिव के आदेश के बाद शिक्षा विभाग में रिक्त 402 पदों को प्रमोशन से भरने की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश जारी किए गए
मूल आदेश देखिये

निदेशक
प्रारम्भिक शिक्षा उत्तराखण्ड
सेवा में,
ननूरखेडा देहरादून
अपर निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा,
कुमाऊँ मण्डल, नैनीताल / गढ़वाल मण्डल पौड़ी। सेवायें-3/ 10695-702
पत्रांक: विषय:
/ शिथिलीकरण / 2021-22 दिनांक: 20 दिसम्बर, 2021 उत्तराखण्ड सरकारी सेवक पदोन्नति के लिए अहंकारी सेवा में शिथिलीकरण (संशोधन) नियमावली, 2021 के प्राविधानानुसार कनिष्ठ सहायक से वरिष्ठ सहायक के रिक्त पदों पर पदोन्नति हेतु गोपनीय आख्याएं मंगाये जाने के संबंध में
महोदय,
उपर्युक्त विषयक निदेशालय के पत्रांक-सेवायें-3/10340-41/2021-22 दिनांक 15-12 2021 का संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन के पत्रांक-420/XXCX (2)/2021-55 (47)/2004 टी०सी० दिनांक 09-12-2021 द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में उत्तराखण्ड सरकारी सेवक पदोन्नति के लिए अहंकारी सेवा में शिथिलीकरण (संशोधन) नियमावली 2021 में दिये गये निर्देशानुसार पदोन्नति की कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए कृत कार्यवाही की आख्या निदेशालय को उपलब्ध कराये जाने के संबंध में पत्र प्रेषित किया गया था।
उक्त के संबंध में अवगत कराना है कि वर्तमान में विद्यालयी शिक्षा विभाग में वरिष्ठ सहायक के 402 पद रिक्त चले आ रहे हैं किन्तु कार्मिकों द्वारा अहंकारी सेवा पूर्ण न करने के कारण पद रिक्त होते हुए भी कार्मिकों को पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जैसा कि आप विज्ञ हैं कि उत्तराखण्ड शासन के कार्मिक एवं सतर्कता विभाग की अधिसूचना सं0-385 / XXX (02)/2021-3(6)2012 दिनांक 09-11-2021 द्वारा प्रख्यापित उत्तराखण्ड सरकारी सेवक पदोन्नति के लिए अर्हकारी सेवा में शिथिलीकरण (संशोधन) नियमावली, 2021 में राज्याधीन सेवाओं में नियमानुसार अहंकारी सेवा में शिथिलीकरण प्रदान किया गया है, जो कि 30-06-2022 तक प्रभावी रहेगी।
अतः कृपया अपने मण्डलान्तर्गत कार्यरत ऐसे कनिष्ठ सहायक जो 30-06-2021 को शिथिलीकरण का लाभ प्राप्त करने के उपरान्त वरिष्ठ सहायक पद पर पदोन्नति हेतु पात्रता पूर्ण करते हैं, की गोपनीय आख्याएं तत्काल मंगवाते हुए पदोन्नति प्रक्रिया प्रारम्भ करने का कष्ट करें। संलग्न-शिथिलीकरण नियमावली।
(एस०पी० खाली) 20.12.2021
अपर निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा उत्तराखण्ड
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स्मृति शेष- शेरदिल राजूभाई


