अविकल उत्तराखंड
देहरादून। प्रदेश की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ती 8 से 14 सितंबर तक काला फीता बांधकर विरोध दर्ज करेंगी। उसके बाद 15 सितंबर से 22 सितंबर तक कार्य बहिष्कार करेंगी। इसके बाद भी यदि मांगें नहीं मानी गई तो 23 सितंबर से जिलों में सीएमओ दफ्तर और राजधानी दून में महानिदेशालय पर धरना-प्रदर्शन करेंगी।
उत्तराखंड मातृ-शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को ज्ञापन भेजकर शीघ्र मांगें पूरी करने को कहा।
प्रमुख मांगें
1 मई 2013 के बाद नियुक्ति महिला स्वास्थ्य कर्मियों को भी पूर्व में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मियों की भांति मूल वेतन 5200/- से 20200/- एवं ग्रेड वेतन 2800/- दिया जाए।
फ्रंट लाइन वर्कर के रुप में कोविड वैक्सीनेशन में कार्य कर रही महिला स्वास्थ्य कर्मियों को अन्य संवर्ग की भांति 10000/-रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाए।
महिला स्वास्थ्य कर्मियों को एसीपी का लाभ दिया जाए और जिला कैडर समाप्त कर राज्य कैडर किया जाए।
समस्त जिलों में डीएचबी के पदों पर महिला स्वास्थ्य कर्मियों एएनएम की पदोन्नति शीघ्र की जाए।
स्वास्थ्य कार्यकर्ती महिला/पुरुष सेवा नियमावली में जन स्वास्थ्य उपचारिकता का उल्लेख किया जाए।
वैलनेस हैल्थ सेन्टरों में संविदा में कार्यरत MLHP/CHO की ड्यूटी भी कोविड वैक्सीनेशन में लगाई जाए।
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