ढोल बजाते दून लौटे हरदा संग नही दिखा प्रीतम गुट
सभी को साथ लेकर नहीं चल पाया-हरदा
नारसन से दून तक प्रीतम गुट नजर नहीं आया
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। दिल्ली से ढोल बजाते विजयी मुद्रा में देहरादून पहुंचने पर हरीश रावत ने कहा कि वे भाजपा ढोल की पोल खोल अभियान चलाएंगे। यह अभियान कांग्रेस के स्थापना दिवस 28 दिसम्बर से शुरू किया जाएगा।
दूसरी ओर, दिल्ली में हुई महापंचायत में लिए गए “फैसलों” के बाद भी कांग्रेसी दिग्गज एक मंच पर नही दिखे।
ट्वीट विवाद और दिल्ली में हुई कांग्रेस की महापंचायत में हुए फैसले की एक बार फिर जानकारी देते हुए चुनाव प्रचार अभियान समिति के चैयरमैन हरीश रावत ने कहा कि उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। और सभी उनको सहयोग करेंगे। और कांग्रेस की परंपरा के अनुसार सीएम का चयन सोनिया गांधी करेंगी।
कांग्रेस भवन में आहूत संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने 2002 का उदाहरण देते हुए कहा कि विधानमंडल दल की बैठक के बाद सोनिया गांधी को ही नेता चयन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
पूर्व सीएम ने कहा कि चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालने के डेढ़ महीने बाद उन्हें लगा कि वे सभी को साथ लेकर नहीं चल पा रहे हैं और न ही अपेक्षित रिजल्ट ही आ रहा है। बड़े से बड़े नेता और कार्यकर्ता का उपयोग भी नहीं हो पा रहा था।
इसलिए उन्होंने हाईकमान के सामने अपनी बात रखी। और आज नारसन से लेकर देहरादून तक कार्यकर्ताओं का जोश देखने लायक था। उन्होंने कहा कि लक्ष्य सीएम पद नहीं बल्कि बहुमत पाना है।
भविष्य के चुनावी अभियान का खाका खींचते हुए हरीश रावत ने कहा कि शहीद वीर ग्राम प्रणाम अभियान 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। 28 दिसम्बर से पार्टी हर दिन 4 से 6 सभाएं करेंगी। नेताओं को उनके क्षेत्र में बैठक व सभाओं को सफल बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
अपने संबोधन में हरीश रावत ने भाजपा को खनन,महंगाई,भ्र्ष्टाचार , बेरोजगारी व तीन सीएम थोपने को मुद्दा बनाने की बात कही। उन्होंने हरिद्वार कुम्भ में कोरोना जांच में हुए घोटाले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि हिमालयी राज्यों में उत्त्तराखण्ड में सर्वाधिक मृत्यु दर रही।
प्रीतम गुट रहा दूर दूर
दिल्ली की महापंचायत के बाद भी उत्त्तराखण्ड कांग्रेस में नेताओं के बीच की दूरी कम नहीं हुई। दिल्ली से लौटते हुए हरीश रावत का कई जगह ढोल बाजों के साथ स्वागत हुआ। लेकिन नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समर्थक नेता व कार्यकर्ता कहीं नजर नहीं आये।
देहरादून में आहूत प्रेस वार्ता में भी दूसरे गुट का कोई नेता मौजूद नहीं था। नारसन से देहरादून तक की यात्रा को हरीश रावत में शक्ति प्रदर्शन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इस शक्ति प्रदर्शन में हरीश रावत के पक्ष में जमकर नारे लगे।
कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने पर आहूत प्रेस वार्ता में भी नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह नजर नहीं आये। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और हरीश रावत ने ही मीडिया के सामने अपनी बात रखी।
Pls clik
उत्त्तराखण्ड चुनाव में 6 बजे शाम तक होगा मतदान, 1 घण्टे बढ़ाया
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245