वेबसाइट से इसरो की रिपोर्ट हटाने की राहुल ने निंदा की
जम्मू कश्मीर के उधमपुर में भारत जोड़ो यात्रा को जोशीमठ त्रासदी के नाम समर्पित कर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर सुर्खियां देने की कोशिश
उत्तराखण्ड भाजपा ने कहा,जोशीमठ को राजनैतिक रंग देने से कांग्रेस का दोहरा चरित्र उजागर
उत्तराखंड में कांग्रेस व भाजपा के बीच जोशीमठ आपदा को लेकर जुबानी जंग हुई तेज
अविकल उत्तराखण्ड
उधमपुर/जम्मू/देहरादून। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज का दिन जोशीमठ संकट को समर्पित रहा। उत्तराखण्ड कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राहुल गाँधी के साथ यात्रा में हिस्सा लेते हुए जोशीमठ आपदा के प्रभावित परिवारों के पक्ष में आवाज बुलंद की। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर इलाके से गुजर रही राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में जोशीमठ के सवालों को उठाकर कांग्रेस ने इसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय टच देने की भी कोशिश की।
वेबसाइट से इसरो की रिपोर्ट हटाने की राहुल ने निंदा की
राहुल गांधी ने सरकार के उस कदम की निंदा की जिसमें दबाव डालकर इसरो की रिपोर्ट वेबसाइट से हटाया गया। राहुल गांधी ने कहा कि इस तरह के प्रतिष्ठित संस्थानों की रिपोर्ट सभी भ्रामक खबरों को विराम देने वाली और विश्वसनीय मानी जाती रही हैं ।
वहीं दूसरी ओर हिमालयी राज्यों में तेजी से हो रहे निर्माण कार्यों के प्रति उन्होंने चिंता व्यक्त की।
राहुल गांधी के साथ उत्तराखण्ड कांग्रेस के नेताओं के हाथों में जोशीमठ त्रासदी के पोस्टर लिए चित्र वॉयरल होते ही भाजपा कैम्प में भी हलचल मच गई। और देर शाम भाजपा संगठन अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी तीखी प्रतिक्रिया प्रेस को जारी कर दी।
इधर, भारत यात्रा के दौरान राहुल गांधी समेत उत्तराखंड कांग्रेस नेतृत्व ने “जोशीमठ बचाओ” और “विकास के नाम पर विनाश” के पोस्टर हाथों में लेकर पूरे मामले को देश-दुनिया के फलक पर चर्चा का विषय बना दिया।
कांग्रेस नेतृत्व ने सोची समझी रणनीति के तहत जोशीमठ त्रासदी को हिमालयी राज्य जम्मू कश्मीर में उठाया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत,पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन, पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत विधायक मदन बिष्ट , पूर्व विधायक रणजीत रावत, गणेश गोदियाल,विजयपाल सजवाण, राजकुमार, मनीष खंडूरी, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, ज्योति रौतेला, जयेंद्र रमोला, अनुकृति गुसाईं, वैभव वालिया ,राजपाल बिष्ट की मौजूदगी से साफ झलक रहा है कि कांग्रेस ने इस मुद्दे पर हाईकमान के सामने पूरी एकजुटता का प्रदर्शन किया। लम्बे समय बाद प्रदेश कांग्रेस के इतने दिग्गज एक साथ दिखे।
इस दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने राहुल गांधी से उत्तराखंड आकर जोशीमठ आपदा के प्रभावितों से मुलाकात करने का निवेदन भी किया ।
इधर, कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि ऐसा करने के पीछे कांग्रेस का मुख्य मकसद देश की मीडिया,कॉर्पोरेट जगत, केंद्र तथा राज्य सरकारों का ध्यान जोशीमठ के हालात के प्रति आकर्षित करने का था ताकि ज़्यादा से ज़्यादा सहायता और राहत मिल सके।
दसौनी ने कहा कि आज एक नया उदाहरण पेश करते हुए कहा कि जोशीमठ प्रभावितों के साथ कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व जिस तरह से समर्पित दिखा है वह अपने आप में एक मिसाल है।
प्रवक्ता गरिमा ने कहा कि जोशीमठ मुद्दे पर कांग्रेस बहुत गंभीर है और शुरुआत से लेकर आज तक एक सकारात्मक और रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभा रही है।और इसी के चलते कांग्रेस का प्रादेशिक नेतृत्व एक नहीं कई बार जोशीमठ जाकर वहां के राहत कार्यों का जायजा लेकर आ चुका है तथा वहां की स्थानीय जनता के साथ उनकी कष्ट और पीड़ा में उनके साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हुआ है।
दसौनी ने कहा कि प्रदेश की जनता 2013 की केदारनाथ दैवीय आपदा को भूला नहीं है जब तत्कालीन मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने असुरक्षित उत्तराखंड का संदेश देश-विदेश में प्रचारित प्रसारित किया था। और उत्तराखंड को तथा चार धाम यात्रा को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी ।
जोशीमठ को राजनैतिक रंग देने से कांग्रेस का दोहरा चरित्र उजागर:भट्ट
भाजपा ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में जोशीमठ आपदा को राजनैतिक रूप देने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे कांग्रेस का दोहरा चरित्र करार दिया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस नेता एक ओर मुख्यमंत्री धामी से मिलकर आपदा पर सुझाव देते है और अगले दिन यात्रा में शामिल होकर इस मुद्दे को राजनैतिक रंग देते हैं । अपने कार्यकाल मे जारी परियोजनाओं को राजनैतिक मुनाफे के लिए अब अनियंत्रित व अनियोजित विकास बता रहे हैं ।
महेन्द्र भट्ट ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह आपदा के पहले दिन से ही प्रभावितों की मदद के बजाय उनकी भावनाओं के खेलने और
भड़काने के मिशन में जुटी है । सरकार को बदनाम करने के इस प्रयास के चलते, सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों में जोशीमठ व पहाड़ की यात्रा को लेकर भय का माहौल बनाया जा रहा है । राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का एक दिन जोशीमठ आपदा को समर्पित करना भी उनकी इसी नकारात्मक रणनीति का हिस्सा है । एक दिन पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी से मिलकर अपने सुझावों की लंबी सूची के साथ सरकार पर विश्वास जताते हुए प्रशंसा करने वाले कांग्रेस के यही तमाम छोटे बड़े नेता दूसरे ही दिन कश्मीर में इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाने का प्रयास करते नही नज़र आते ।
भट्ट ने आरोप लगाया कि जोशीमठ आपदा ही नही, राष्ट्र की सुरक्षा व विकास से संबंधित परियोजनाओं को अपनी राजनैतिक यात्रा का हिस्सा बनाना उसका दोहरा चरित्र है। देश और ऊर्जा जरूरतों की दृष्टि से उत्तराखंड में निर्मित या निर्माणाधीन लगभग सभी परियोजनाओं में उनकी सरकारों के कार्यकाल से ही काम जारी है । वहीं इनके अतिरिक्त सैनिकों, देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं व स्थानीय निवासियों की जरूरतों को जोड़ते चारधाम प्रोजेक्ट व रेलमार्ग के राष्ट्रीय व क्षेत्रीय महत्व से भी वे अनजान नही हैं । लेकिन बिना किसी तकनीकी व वैज्ञानिक रिपोर्ट के इन तमाम परियोजनाओं को आज अपनी राजनैतिक यात्रा के माध्यम से पहाड़ में अनियंत्रित व अनियोजित विकास बताकर देश भर में प्रचारित किया गया है । जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व पहाड़ विरोधी है ।
उन्होंने कांग्रेस की इस कोशिश को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए, राष्ट्र व पहाड़ विरोधी ठहराया । उन्होंने कहा, हमारी सरकार शुरुआत से ही आपदा प्रभावितों को राहत एवं मदद पहुंचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है और जिससे सभी संतुष्ट भी हैं । जहां तक जोशीमठ में सुधार व पुनर्वास का विषय है तो केंद्र व राज्य की शीर्ष विशेषज्ञ एजेंसियों की फाइनल रिपोर्ट का सभी को इंतजार है ।
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