हमारी तैयारी पूरी, फैसला सरकार को करना है- स्पीकर.सर्वदलीय बैठक में नेताओं ने रखे अपने तर्क
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। उत्तराखण्ड विधानसभा का शीतकालीन सत्र गैरसैंण में ही होगा, इस बाबत अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। चूंकि, विधानसभा का सत्र 16 दिसम्बर से पहले आहूत किया जाना है। लिहाजा, तैयारियों को लेकर बैठकों का दौर जारी है।
सोमवार को भी विस अध्यक्ष ऋतु खंडूडी के आमंत्रण पर सर्वदलीय बैठक में सत्र गैरसैंण में हो या फिर देहरादून में,इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा हुई। और भाजपा, कांग्रेस व बसपा ने अपने अपने तर्क रखे।
चूंकि, दिसम्बर के पहले सप्ताह में विस सत्र आहूत किया जाना है। और गैरसैंण की ठंड के नाम पर जनप्रतिनिधियों के माथे पर पसीने की बूंदे छलक जाया करती है। पूर्व में भी ठंड को देखते हुए गैरसैंण में कम अवधि के लिए सत्र चलाया गया। या तीन चार दिन में विस का बिज़नेस पूरा कर लिया गया। गैरसैंण में सत्र को लेकर कांग्रेस व विपक्ष के बीच अक्सर तलवारें खिंची रहती हैं।
हालांकि, सरकार का कहना है कि सत्र को लेकर तैयारियां पूरी है।

सोमवार को हुई दलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, बहुजन समाज पार्टी से मौ शहजाद एवं निर्दलीय विधायक संजय डोभाल मौजूद रहे।
बैठक में आगामी विधानसभा सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण अथवा अस्थायी राजधानी देहरादून में आहुत किए जाने संबंधित विषय पर बातचीत हुई। बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने बैठक में सरकार के समक्ष सत्र को गैरसैंण अथवा देहरादून में आहूत किए जाने के संबंध में अपनी बात रखी है। सरकार द्वारा निर्णय लिया जाना है कि सत्र गैरसैंण में हो या फिर देहरादून में।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधान सभा सचिवालय भराड़ीसैंण विधानसभा भवन एवं देहरादून किसी में भी सत्र संचालित किए जाने के लिए पूर्ण रुप से तैयार है| विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आगामी सत्र 16 दिसंबर से पहले आहूत किया जाना है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन प्रदेश की सामूहिक आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है और यह सदस्यों की जिम्मेदारी है कि वे सदन की मर्यादा और नियमों के बीच उन लोगों की चिंताओं को आवाज दें जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं।उन्होंने कहा कि सदन सभी सदस्यों का है और वह सभी को कार्यवाही में भाग लेने के लिए पर्याप्त अवसर देंगी ताकि जनहित के अधिक से अधिक मुद्दों पर चर्चा की जा सके।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के विकास एवं जनहित में उठाये गए मुद्दों पर सदन में सकारात्मक चर्चा होगी विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सभी सदस्यों को साथ लेकर समान अवसर प्रदान करेंगी।

