…तो आरआई आलोक गुप्ता के “सेवा विस्तार” पर कलम तोड़ दी आरटीओ ने

पूर्व मुख्य सचिव ओमप्रकाश के सेवा विस्तार सम्बन्धी आदेश का बिंदुवार पोस्टमार्टम करने से नहीं चूके RTO दिनेश चंद्र पठोई

आरआई आलोक गुप्ता 31 जुलाई को रिटायर हुए

सेवा विस्तार के लिए भाजपा सांसद अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीएम पुष्कर धामी को जून/जुलाई में लिख चुके है सिफारिशी पत्र

परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने साफ कहा कि उनके संज्ञान में नहीँ है विभाग में किसी के सेवा विस्तार का मामला

मई 2019 में डेढ़ करोड़ की डकैती की थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने पर तत्कालीन एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने की थी आरआई आलोक गुप्ता से पूछताछ

पड़ताल / अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। भाजपा के तीन बड़े नेताओं के सिफारिशी पत्र के बाद दून के RTO ने भी आरआई आलोक के सेवा विस्तार की जमकर पैरवी की। 8 सितम्बर 2020 के शासन के सेवा विस्तार सम्बन्धी कड़े आदेश के बिंदुओं की काट करते हुए RTO दिनेश चंद्र पठोई ने अपने जवाब में आलोक गुप्ता के सेवा विस्तार का रास्ता साफ करने में पूरी मदद की।

दरअसल, त्रिवेंद्र काल में तत्कालीन मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने प्रदेश में सेवा विस्तार को गैर जरूरी बताते हुए कुछ कड़े निर्देश जारी किए थे।

इधर, भाजपा सांसद अजय भट्ट (अब केंद्रीय राज्य मंत्री),  कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व मौजूदा प्रदेश अध्य्क्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के आर आई आलोक गुप्ता के सेवा विस्तार के लिए लिखे पत्र के बाद सचिवालय में भी हरकत हुई। सीएम धामी के संज्ञान में मामला आने के बाद शासन में फ़ाइल चली। शासन ने उप परिवहन आयुक्त से सेवा विस्तार के बाबत रिपोर्ट मांगी। उप परिवहन आयुक्त ने RTO दून से पूरे मामले में रिपोर्ट देने को कहा।

साथ ही उप परिवहन आयुक्त ने 8 सितम्बर 2020 के तत्कालीन मुख्य सचिव ओमप्रकाश के सेवा विस्तार सम्बन्धी आदेश के बिंदुओं पर भी अपना मत देने को कहा।

RTO दून दिनेश चंद्र पठाई ने एक एक कर आठ सितम्बर के आदेश के बिंदुओं का जवाब दिया। और   यह भी बताया कि तकनीकी श्रेणी के  08 पद रिक्त है। लिहाजा, आलोक गुप्ता का सेवा विस्तार किया जाना चाहिए। जबकि परिवहन विभाग में आधा दर्जन तकनीकी योग्यताधारी कर्मियों को प्रशासनिक अधिकारी बना कर बैठा रखा है। इन प्राविधिक योग्यता रखने वाले कर्मी पूर्व में R I के पद पर कार्य कर चुके हैं ।  कुल मिलाकर RTO ने आलोक गुप्ता के रिटायरमेंट से ठीक एक दिन पहले पूर्व मुख्य सचिव ओमप्रकाश के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए सेवा विस्तार के पक्ष में कलम तोड़ दी।

ये सभी अनुभवी कार्मिक अधिकारी हैंइन्होंने पूर्व में R I के पद पर कार्य भी किया है सभी अनुभवी कार्मिक अधिकारी हैं।

सईद अहमद प्रशासनिक अधिकारी हरिद्वार कार्यालय
संजीव मिश्रा प्रशासनिक अधिकारी देहरादून कार्यालय
दिलवर सिंह गुसाँई प्रशासनिक अधिकारी देहरादून।

रावत सिंह ए आर टी ओ कोटद्वार कार्यालय
सभी तकनीकी योग्यता धारी हैं

देखिये, RTO दून   दिनेश चंद्र पठोई   का उप परिवहन आयुक्त को भेजी गई रिपोर्ट। 30 जुलाई को दी गयी इस रिपोर्ट में त्रिवेंद्र शासन में जारी आदेश का बिंदुवार जवाब देते हुए आरआई के सेवा विस्तार को जरूरी बताया गया। आर आई आलोक गुप्ता 31 जुलाई को रिटायर हो गए थे।

देखिये पत्र की मूल भाषा

सम्भागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय देहरादून, 105- ए. राजपुर रोड देहरादून।
E-mail ID-dehraduartearmail.com

संख्या: 1374 / सा०प्रशा० / विविध / दो 32 / 2020

सेवा में,

उप परिवहन आयुक्त उत्तराखण्ड देहरादून।

विषय:- श्री आलोक कुमार संभागीय निरीक्षक प्राविधिक) देहरादून द्वारा प्रस्तुत प्रत्यावेदन के संबंध में वांछित आख्या।

महोदय

उपरोक्त विषयक कृपया अपने पत्र संख्या- 1946 / अधिo / पी0एफ0 / 2021 दिनांक 29 जुलाई 2021 का सादर संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करना चाहे जिसमें महोदय द्वारा श्री आलोक कुमार संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) देहरादून द्वारा अपने सेवा विस्तार हेतु प्रस्तुत प्रत्यावेदन के क्रम में शासनादेश संख्या-152/XXX (2)/2020/30 (1)/2021 दिनांक 08.09.2020 में विहित व्यवस्था के अंतर्गत प्रकरण पर अपनी स्पष्ट आख्या/ टिप्पणी उपलब्ध कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया है।

इस सम्बन्ध में अवगत कराना है कि उपरोक्त शासनादेश संख्या-152/XXXCX (2)/2020/30 (1)/2021 दिनांक 08.09.2020 में पुनर्नियुक्ति अथवा अनुबंधात्मक रूप में तैनाती प्रदान किए जाने के संबंध में निम्न शर्ते निर्धारित की गयी हैं। निर्धारित शर्तों के सापेक्ष आख्या निम्नवत सादर प्रेषित की जा रही है :

पूर्व मुख्य सचिव ओमप्रकाश के 8 सितम्बर के आदेश का बिंदु नंबर 1

01. पुनर्नियुक्ति / संविदा पर नियोजन विधिक, प्राविधिक, वैज्ञानिक एवं ऐसे प्रकृति के पदों, जिनके लिए विशेष प्रशिक्षण एवं दक्षता की आवश्यकता हो, के पदों पर पुर्ननियुक्ति अथवा अनुबंधात्मक रूप से तैनाती उसी दशा में की जाएगी जबकि संबंधित पद हेतु प्रयास के बाद भी उपयुक्त व्यक्ति उपलब्ध नहीं हो पा रहा हो और जनहित में तैनाती किया जाना अत्यंत आवश्यक हो गया हो।

बिंदु 1 का जवाब-RTO दून

उपरोक्त के संबंध में अवगत कराना है कि संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) का पद तकनीकी श्रेणी का है व जिसके लिए मोटर वाहन अधिनियम में उल्लेखित प्राविधानों के अंतर्गत सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार की अधिसूचना द्वारा न्यूनतम शैक्षिक अर्हता निर्धारित की गई है, जिसके अनुसार संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) का पद तकनीकी श्रेणी में आता है जिसके लिए विशेष प्रशिक्षण एवं दक्षता के अतिरिक्त मान्यता प्राप्त संस्थान से ऑटो मोबाइल इंजीनियरिंग अथवा यांत्रिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (3 वर्षीय पाठ्यक्रम की अनिवार्य रूप से आवश्यकता होती है। वर्तमान में परिवहन विभाग उत्तराखंड में संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) के 24 पद स्वीकृत हैं तथा श्री आलोक कुमार संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) देहरादून के सेवानिवृत्त होने के पश्चात उक्त के सापेक्ष मात्र 16 पदों पर संभागीय

निरीक्षक (प्राविधिक) कार्यरत रहेंगे। इस प्रकार दिनांक 01 अगस्त 2021 को संभागीय निरीक्षक के 8 पद रिक्त हो जाएगें ।

पूर्व मुख्य सचिव ओमप्रकाश के 8 सितम्बर के आदेश का बिंदु नंबर 2

02. यदि विभागों में तैनात विशिष्ट योग्यताधारी अधिकारियों द्वारा ससमय अन्य अधीनस्थों को भी प्रशिक्षित कर दिया गया होता तो पुनर्नियुक्ति जैसी प्रास्थिति उत्पन्न नहीं होती।

बिंदु 2 का जवाब-RTO दून

उपरोक्त के क्रम में अवगत कराना है कि संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) का पद तकनीकी पद होने के कारण उक्त पद हेतु विशेष तकनीकी अर्हता की आवश्यता है तथा विभाग में कार्यरत किसी अन्य प्रशासनिक अधिकारी के पास उक्त विशेष तकनीकी अर्हता न होने के कारण उक्त कार्य केवल संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) द्वारा ही संपादित किया जा सकता है। इस कारण शासनादेश संख्या- 152/xXxX(2)/2020/30(1)/2021 दिनांक 08.09.2020 कि बिन्दु संख्या 04 में अपेक्षित प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है।

पूर्व मुख्य सचिव ओमप्रकाश के 8 सितम्बर के आदेश का बिंदु नंबर 3

03. जिन विभागों के अंतर्गत अधिवर्षता आयु सामान्य अधिवर्षता आयु से अधिक है अर्थता 62 वर्ष या उससे अधिक हो, ऐसे कार्मिकों को पुनः नियुक्ति किसी भी दशा में ना दी जाए।

बिंदु 3 का जवाब-RTO दून

उक्त के क्रम में अवगत कराना है कि परिवहन विभाग उत्तराखण्ड में कार्मिकों की अधिवर्षता आयु 60 वर्ष है अतः उक्त शर्त सम्बंधित प्रकरण में लागू नही होती है।

उपरोक्त के अतिरिक्त यह भी अवगत कराना है कि

वर्तमान में संभागीय परिवहन कार्यालय, देहरादून के अन्तर्गत तकनीकी कार्यों के संपादन हेतु दो तकनीकी अधिकारी तैनात हैं जिनके द्वारा कार्यालय के समस्त तकनीकी कार्यों का संपादन यथा वाहनों की फिटनेस, वाहन का पंजीयन / नवीनीकरण, चालक दक्षता परीक्षण, राजकीय वाहनों का निरीक्षण, दुर्घटनाग्रस्त वाहनों का निरीक्षण, विभिन्न विभागों की निष्प्रयोज्य वाहनों का निरीक्षण, चालक प्रशिक्षण संस्थानों, प्रदूषण जांच केन्द्रों, गैराजों आदि का निरीक्षण किया जाता है।

वर्तमान में कार्यालय में तैनात उक्त तकनीकी अधिकारियों द्वारा देहरादून कार्यालय के साथ-साथ उपसंभागीय परिवहन कार्यालय, विकासनगर में तकनीकी अधिकारी की तैनाती न होने के कारण विकासनगर कार्यालय के भी उक्त उल्लिखित सभी कार्य किये जाते हैं।

• कार्यालय में तैनात उपरोक्त दो तकनीकी अधिकारियों द्वारा देहरादून कार्यालय एवं विकासनगर कार्यालय के तकनीकी कार्यों के साथ-साथ आशारोड़ी चैकपोस्ट पर फिटनेस परीक्षण एवं आईडीटीआर झाझरा, देहरादून में चालकों का चालन परीक्षण संबंधी कार्य भी किया जाता है। • उपरोक्त समस्त कार्यों के संपादन हेतु वर्तमान में 02 तकनीकी अधिकारी तैनात हैं जबकि उक्त कार्यों के संपादन हेतु कार्यालय को कम से कम 03 तकनीकी अधिकारियों की आवश्यकता है। • श्री आलोक कुमार, संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) देहरादून अधिवर्षता आयु पूर्ण करने पर दिनांक 31-07-2021 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं जिसके उपरान्त कार्यालय में केवल 01 तकनीकी अधिकारी कार्यरत रह जायेंगे।

अतः उपरोक्त तत्थों के आधार पर यह स्पष्ट है कि वर्तमान में देहरादून कार्यालय में संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) के स्वीकृत दो पदो के सापेक्ष दो कार्मिक तैनात हैं जिनमें से श्री आलोक कुमार भी दिनांक 31-07-2021 को सेवा निवृत्त हो रहे हैं। उक्त के अतिरिक्त उपसंभागीय परिवहन कार्यालय, विकासनगर में भी संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) का पद रिक्त होने के कारण देहरादून कार्यालय में उपलब्ध उक्त 02 तकनीकी अधिकारियों द्वारा ही देहरादून कार्यालय के साथ-साथ विकासनगर कार्यालय के तकनीकी कार्यों का सम्पादन किया जा रहा है।

इस प्रकार श्री आलोक कुमार, संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) देहरादून के सेवानिवृत्त हो जाने के उपरांत देहरादून परिवहन कार्यालय के साथ-साथ विकास नगर उप संभागीय परिवहन कार्यालय के तकनीकी कार्य भी प्रभावित होने की आशंका है। साथ ही विभाग में भी स्वीकृत पदों के सापेक्ष संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) के पद रिक्त हैं व भविष्य में उक्त पदों पर नियुक्ति में समय लगने की संभावना है जिसके दृष्टिगत जनहित एवं कार्यहित एवं शासनादेश संख्या- 152/XXX(2)/2020/30 (1)/2021 दिनांक 08.09.2020 में विहित प्राविधानों के आलोक में इस कार्यालय में तैनात श्री आलोक कुमार, संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) देहरादून द्वारा दिनांक 31-07-2021 को अधिवर्षता की आयु पूर्ण करने पर सेवानिवृत्त के उपरान्त संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) के पद पर पुनर्नियुक्ति अथवा अनुबंधात्मक रूप में तैनाती प्रदान की जानी आवश्यक प्रतीत होती है।

Pls clik

आर आई आलोक गुप्ता पर क्यों लट्टू हुए भाजपा के तीन वरिष्ठ नेता

डेढ़ करोड़ की डकैती छुपाने वाले पर क्यों लट्टू हुए भाजपा दिग्गज

..तो सियासी सोर्स से चर्चित आरआई को मिलने जा रहा सेवा विस्तार !

फ्रीज, इंजेक्शन व दवा सब हवा में, झेल रहे बारिश , जीतेंगे कैसे कोरोना से

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *