पॉश सोसाइटी दून ट्राफलगर में बवाल…धक्का मुक्की.. वीडियो देखें

हाई वोल्टेज ड्रामा … तनाव व नोक झोंक

…Basterd.. you basterd …Dont take my video….. get lost… i will slap you…खूब चला ये बदजुबानी का दौर

कैबिनेट मंत्री का नाम लेकर दिखाई धौंस

एक्सपायर हो चुकी एसोसिएशन व नयी एसोसिएशन के सदस्यों के बीच हुआ घपला

नयी व एक्सपायर दो एसोसिएशन के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग, मौके पर पुलिस

राजनीतिक दबाव में पुलिस भी नहीं ले पायी कोई एक्शन

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून की बेहतरीन सोसाइटी में से एक दून ट्राफलगर में बवाल मचा हुआ है। सोसाइटी के दो ग्रुप्स में तीखी नोक झोंक के बाद राजपुर पुलिस को मौके पर हस्तक्षेप करना पड़ा। दोनों ग्रुप के बीच सोसायटी के अंदर ही जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। यही नहीं, धक्का मुक्की के बीच हाथापाई तक की नौबत भी आयी। मामले का कोई हल नहीं होने पर सोसाइटी के बाशिंदे गेट के सामने धरना दे नारेबाजी कर रहे हैं।

वीडियो देखें

अपने पक्ष में एक ग्रुप की ओर से मंत्रियों और पुलिस को फोन करने का सिलसिला भी काफी देर तक चलता रहा। मौके पर एक व्यक्ति भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री का नाम भी लेता देखा गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने सोसायटी से जुड़े कागजात भी चेक किये। लेकिन किसी भी प्रकार का एक्शन लेने से बची।

समाचार लिखे जाने तक नयी सोसाइटी के सदस्य गेट पर धरने पर बैठे हुए हैं और विवाद करने वालों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। धरने पर महिलाएं व बुजुर्ग बैठे हुए थे।

नयी एसोसिएशन के गठन हुआ

 

 

मिली जानकारी के मुताबिक, पुरानी सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन एक्सपायर होने के बाद दूसरे ग्रुप के नई सोसाइटी बनाने से झगड़ा शुरू हुआ।

मंगलवार को दून ट्राफलगर के रेजिडेंट , ट्राफलगर ओनरस्वैंड ऑक्यूपेंट्स एसोसिएशन ने व्यवस्थागत कार्यों को शुरू करने के साथ ही झगड़ा शुरू हुआ। सोसायटी के परिसर में महिलाओं की काम रोकने वाले व्यक्ति के साथ जमकर तू तू मैं मैं हुई। झगड़ा बढ़ता देख राजपुर पुलिस मौके पर पहुंची। और दोनों पक्षों को सुना।

नयी रजिस्टर्ड एसोसिएशन के सदस्यों का आरोप है आलोक श्रीवास्तव एव मृणाल डोवल ने सभी सदस्यों से पिछले 8 सालों में सोसाइटी के संबंध में आवश्यक तथ्य छिपाए है । इसके अलावा, रजिस्ट्रार को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सोसाइटी के नवीनीकरण की प्रक्रिया चलाई है। जबकि पुरानी संस्था के नवीनीकरण की डेट 2020 में खत्म हो चुकी है।

पुरानी एसोसिएशन जिसका नवीनीकरण नही हुआ। 24 मॉर्च 2020 को एक्सपायर हो चुकी

सदस्यों ने सोसायटी की जमा धनराशि का हिसाब नहीं देने का आरोप भी लगाया।

आरोप यह भी है कि उप निबंधक संजीव कुमार भी राजनीतिक दबाव में तथ्यों का सही संज्ञान नहीं ले रहे हैं।
लगता है की उप निबंधक  संजीव कुमार, आलोक श्रीवास्तव एवम
मृणाल डोवल के दबाव में प्रस्तुत तथों को नकार रहे है। और DTRWA का नवीनीकरण करने पर तत्पर है।

नयी एसोसिएशन नयी सिक्योरिटी लगाने की भी मांग कर रही है। किंतु पुरानी कार्यकारणी के लोग  आलोक श्रीवास्तव एव  मृणाल डोवल ने पुलिस पर दबाव बना कर ट्राफलगर ऑनर्स एंड ऑक्यूपेंटस एसोसिएशन के आग्रह पर भी अपनी सिक्योरिटी नही लगानी दी।

नयी सोसाइटी के सदस्यों का आरोप है कि पुरानी सोसायटी से जुड़े लोगों की निष्क्रियता के कारण लिफ्ट, स्विमिंग पूल समेत कई अन्य सुविधाएं बाधित हो गयी थी। पुरानी सोसाइटी के सदस्यों के लिफ्ट बन्द करने से कई बुजुर्ग रेजिडेंट को घरेलू सामान लाने में काफी परेशानी उठानी पड़ी थी।और सोसायटी के नवीनीकरण नहीं होने के बाद मजबूर होकर लगभग 90 रेजिडेंट ने नई सोसाइटी के गठन कर सुविधाएं बहाल करने के क्रम में कुछ लोगों ने हंगामा किया।

सदस्यों का आरोप है कि उन्हें सत्ता की धौंस दिखाकर डराया धमकाया जा रहा है। फिलहाल, दून ट्राफलगर सोसाइटी में तनाव बना हुआ है। और नयी एसोसिएशन के सदस्य जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।

बताया जाता है कि कुछ समय पहले भी सोसाइटी के एक महिला का पदाधिकारी से झगड़ा हुआ था। यह मामला भी पुलिस तक पहुंचा था।

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