अविकल उत्त्तराखण्ड
उपर्युक्त विषयक उत्तराखण्ड शासन कार्मिक विभाग के शासनादेश संख्या 44 / XXX(2)/20213 (11) 2018 दिनांक 19 फरवरी 2021 के द्वारा उत्तराखण्ड लोक सेवकों के लिए वार्षिक स्थानान्तरण अधिनियम 2017 के प्रावधानों के अनुसर वार्षिक स्थानान्तरण सत्र 2021-22 हेतु स्थानान्तरण की प्रक्रिया प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। वार्षिक स्थानान्तरण सत्र 2021-22 हेतु स्थानान्तरण अधिनियम 2017 में उल्लिखित समय सारिणी के अनुसार समयबद्ध रूप से कार्यवाही की जानी है। माध्यमिक शिक्षा विभाग में समूह ‘क’ एवं ‘ख’ के अन्तर्गत प्रधानाचार्य एवं प्रधानाध्यापक के रिक्त पदों का विवरण एवं सुगम क्षेत्र से दुर्गम क्षेत्र में तथा दुर्गम क्षेत्र से सुगम क्षेत्र में अनिवार्य स्थानान्तरण हेतु राजकीय इण्टर कालेज (बालक/बालिका) के प्रधानाचार्य / प्रधानाचार्या एवं राजकीय हाईस्कूल (मालक/बालिका) के प्रधानाध्यापक / प्रधानाध्यापिकाओं की पात्रता सूची विद्यालयी शिक्षा की वेबसाईट Schooleducation uk.gov.in पर भी प्रदर्शित की जा चुकी है।अतः आपको अवगत कराना है कि सुगम क्षेत्र से दुर्गम क्षेत्र में एवं दुर्गम क्षेत्र से सुगम क्षेत्र में स्थानान्तरण हेतु पात्र प्रधानाचार्य एवं प्रधानाध्यापकों से स्थानान्तरण अधिनियम के अनुसार विकल्प पत्र एवं अनुरोध के आधार पर स्थानान्तरण हेतु आवेदन पत्र प्राप्त करते हुए दिनांक 15 मई 2021 तक निदेशालय को उपलब्ध कराने का कष्ट करे।
पत्र का सार
कोविड-19 के बचाव के दौरान विद्यालय बन्द होने के फलस्वरुप राजकीय विद्यालयों में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने के सम्बन्ध में।
जैसा विदित है कि कोविड-19 के बचाव के दृष्टिगत सभी प्राथमिक विद्यालय विगत शैक्षिक सत्र से बन्द चले आ रहे हैं तथा उच्च प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय भी कुछ समय खुलने के पश्चात् बन्द कर दिये गये हैं कक्षा 1 से 9 तक के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में कक्षोन्नत किया गया है। ऐसे में जबकि छात्र-छात्राऐं पूरे एक शैक्षिक सत्र में विद्यालयों से बाहर रहे हैं तथा बिना कक्षा-कक्ष शिक्षण के अगली कक्षाओं में प्रोन्नत हो गये हैं, तो यह आवश्यकता महसूस हो रही है कि छात्रों को पिछली कक्षा तथा कक्षोन्नत हुयी कक्षा के मध्य के पाठ्यक्रम के उन मूलभूत दक्षताओं का शिक्षण अनिवार्य रूप से करवाया जाय जो कक्षोन्नत कक्षा के पाठ्यक्रम की दक्षता प्राप्ति के लिए बहुत जरुरी है। गत वर्ष अध्यापकों द्वारा ऑनलाइन तथा वर्कशीट के माध्यम से शिक्षण कार्य किया जा रहा है, जो कि अत्यन्त सराहनीय है।
विगत वर्षों में नवीन शैक्षिक सत्र के प्रथम 02 माहों में मिशन कोशिश के अन्तर्गत पिछली कक्षा के उन मूलभूत सम्बोधों पर सुधारात्मक शिक्षण कार्य किया जाता रहा है जो अगली कक्षा के लिए बहुत आवश्यक हैं. इसी क्रम में इस वर्ष निदेशालय अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण के द्वारा कक्षा 01 से 09 तक के लिए मिशन कोशिश का सेतु पाठ्यक्रम तैयार कर प्रत्येक मुख्य शिक्षा अधिकारी तथा डायट प्राचार्य को इस आशय से ऑनलाइन तथा सी०डी० के माध्यम से प्रेषित किया गया है कि इस पाठ्यक्रम को सभी विद्यालयों को उपलब्ध कराया जाय। इसके साथ ही कक्षा 1 से 05 तक के लिए विशेष ब्रिज कोर्स पाठ्यक्रम तैयार कर समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत इसे मुद्रित कराकर प्रत्येक विद्यालय को उपलब्ध कराया गया है। चूंकि विद्यालय बन्द हैं, तो इस वर्ष में छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षण कार्य किया जाना होगा।
अतः आपको निर्देशित किया जाता है कि आप अपने जनपद के समस्त प्राथामिक, उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालयों को उक्त पाठ्यक्रम के अनुरूप ही ऑनलाइन शिक्षण कार्य करने हेतु निर्देशित करें तथा जहां ऑनलाइन शिक्षण कार्य सम्भव न हो वहां विगत वर्ष की भांति नोट शीट तैयार कर शिक्षण कार्य जारी रखने के लिए शिक्षकों को प्रेरित करें।
समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं डायट प्राचार्य इस सम्बन्ध में यह सुनिश्चित करे कि प्रत्येक विद्यालय तथा प्रत्येक अध्यापक को उक्त पाठ्यक्रम उपलब्ध हो जाय व अपने जनपद के जिला शिक्षा अधिकारी प्रा० / मा० खण्ड शिक्षा अधिकारी, उप शिक्षा अधिकारी, डायट फैकल्टी एवं समस्त प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्यों के साथ ऑनलाइन बैठक करते हुए उक्त कार्यक्रम को क्रियान्वित कराना सुनिश्चित करें प्रतिमाह कार्यक्रम की प्रगति से अधोहस्ताक्षरी को भी अवगत करायें।(
विवि व डिग्री कॉलेज बन्द,pls clik
कोरोना- उत्त्तराखण्ड के सभी विवि व महाविद्यालय अग्रिम आदेश तक बन्द
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