युवती ने कहा, बेटी को बाप का नाम मिले, भाजपा विधायक के डीएनए टेस्ट की मांग
विधायक पत्नी ने युवती व परिजनों पर लगाया ब्लैकमेलिंग का आरोप
मामले की जांच हो रही-अरुण मोहन जोशी एसएसपी
देहरादून।
शारीरिक शोषण…डीएनए टेस्ट व ब्लैकमेलिंग के एक ताजे हाई प्रोफाइल मामले से उत्तराखंड की सियासत एक बार फिर एक नये सेक्स स्कैंडल में डूब उतर रही है। युवती ने भाजपा विधायक को कठघरे में खड़ा करते हुए बेटी को बाप का नाम दिये जाने व डीएनए टेस्ट की मांग कर बवंडर मचा दिया।
दूसरी ओर, स्वतन्त्रता दिवस से ठीक एक दिन पूर्व द्वाराहाट से भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्नी की शिकायत पर एक युवती को देहरादून की नेहरू थाना पुलिस घर से उठा लेती है। युवती पर आरोप है कि वह विधायक परिवार को ब्लैकमेल करते हुए 5 करोड़ की डिमांड कर रही है।
शाम तक पुलिस चौकी पर महिला को बैठाए जाने की खबर है। युवती का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें वह भाजपा विधायक पर दो साल से शारीरिक शोषण का आरोप लगाती व DNA टेस्ट की मांग करती नजर आती है। एसएसपी अरुण मोहन जोशी मामले को संवेदनशील बताते हुए जांच कहे जाने की बात कहते हैं।
सीन no 1- सत्ता, शबाब, शोषण और ब्लैकमेलिंग की दिलचस्प कहानी से धीरे धीरे पर्दा उठना शुरू होता है। विधायक पत्नी के दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया है उक्त युवती ब्लैकमेल कर 5 करोड़ की मांग कर रही है। कहा गया कि उनके बेटे को फोन कर पैसों की मांग की गई। यही नही,देहरादून के एक रेस्टॉरेंट में भी बुलाकर 5 करोड़ मांगे गए। उक्त महिला,पति व सास पर मुकदमा दर्ज किया गया। चूंकि, मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा था लिहाजा पुलिस ने उक्त महिला को पुलिस चौकी में बैठा लिया। दिन भर मामले की चर्चा से भाजपा व कांग्रेस के किलों में हलचल होती रही।
सीन no 2- द्वाराहाट की युवती का 1 मिनट 47 सेकंड का बेबाक वीडियो सामने आता है। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वाराहाट को लिखे पत्र में शारीरिक शोषण व जान के डर का उल्लेख भी अलग से किया गया है। वीडियो में युवती साफ कह रही है कि विधायक दो साल से शारीरिक शोषण कर रहे है। वह यह कहने से भी नही चूकती कि जांच के बाद उसकी बेटी का DNA उसके पति से नही मिलता।
लिहाजा कोर्ट के मार्फ़त विधायक के डीएनए का भी परीक्षण करवा लिया जाय। वह यह भी कह रही है कि वह अपनी बेटी को अधिकार दिलवाना चाहती है। वह यह भी कहती नजर आ रही है कि मेरी बेटी को उसके भविष्य के लिए बाप का नाम मिलना चाहिए। मुझे उनके पैसे नही चाहिए । मुझे पर झूठे मुकदमे व आरोप लगाए गए हैं। वह कहती है कि कोविड जांच के नाम पर उसे सुबह पुलिस ने घर से उठाया। पुलिस उसे मीडिया से नहीं मिलने दे रही और न ही बयान दर्ज कर रही है।
इस वीडियो से पूरी कहानी ही बदलती नजर आ रही है। दूसरी ओर, एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने माना कि एक अप्लीकेशन मिली है जिसमें कहा गया है कि एक युवती पर उनके पति को रेप में फंसाने की साजिश कर रही है। एसएसपी जांच की बात कह रहे हैं। युवती ने अल्मोड़ा की जिला पंचायत अध्यक्षा को लिखे पत्र में अपनी बात कही है। राज्य महिला आयोग के भी मामले का संज्ञान लेने की खबर है।
हरक-जेनी सेक्स स्कैंडल 2003
इस पूरे मामले से सत्रह साल पुराने 2003 में तिवारी सरकार के मंत्री हरक सिंह रावत पर असमी युवती जेनी के आरोप की यादें ताजा कर दी।
उस समय जेनी ने कहा था कि हरक सिंह उसके बच्चे के पिता है। हालांकि, डीएनए टेस्ट में हरक सिंह साफ बच निकले थे लेकिन मंत्री पद से हाथ धो बैठे थे।
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