पत्रकार विमल मर्डर केस में चार अपराधी गिरफ्तार

छोटे भाई की हत्या के मुख्य गवाह थे विमल कुमार

आज 19 अगस्त को होनी थी सुनवाई

अविकल उत्तराखंड 

पटना/अररिया। बिहार के अररिया में पत्रकार विमल कुमार यादव हत्याकांड मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इस मर्डर मामले में मृतक के पिता की शिकायत पर 8 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी, जिसमें चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, जिन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें दो पर पत्रकार की हत्या का आरोप था।

बताया जा रहा है कि पत्रकार विमल यादव हत्याकांड में रानीगंज पुलिस ने चारों आरोपियों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है। अररिया एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इनमें से दो पत्रकार विमल की हत्या करने में शामिल थे।

चारों गिफ्तार अपराधियों के नाम

इसको लेकर अररिया पुलिस ने इसके लिए एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की है जिसमें इन गिरफ्तार आरोपियों के नाम बताए गए हैं। इनमें विपिन कुमार यादव जो भरना थाना भरगामा के छेदी यादव के बेटे हैं। वहीं, बेलसर थाना रानीगंज के भावेश यादव को गिरफ्तार किया गया है। इसके पिता का नाम लस्सी यादव है। तीसरा आरोपी आशीष यादव बेलसर थाना रानीगंज का रहनेवाला है। इसके पिता का नाम देवानंद यादव है। वहीं, चौथा आरोपी उमेश यादव कोशिकापुर उत्तर थाना रानीगंज का निवासी है और वह तेज नारायण यादव का पुत्र है।


गिरफ्तार अपराधियों में दो हत्यारे?

पुलिस ने जानकारी दी है कि इन नामजद दो में दो अभियुक्त वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में बंद है। जिनमें से रूपेश यादव वर्तमान में सुपौल में जेल में बंद है। वहीं, उमेश यादव उर्फ क्रांति यादव अररिया जेल में बंद है। इन दोनों अभियुक्तों को भी विधिवत रिमांड पर लेने की कार्यवाही की जा रही है।

विमल के पिता ने दर्ज करवाया केस

पुलिस ने बताया कि पत्रकार विमल कुमार यादव के पिता हरेंद्र प्रसाद सिंह के फर्द बयान के आधार पर रानीगंज थाना कांड संख्या 338/2023 में धारा 302, 120 बी, 34 भारतीय दंड विधान एवं 27 शस्त्र अधिनियम नियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिन 8 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है, उनमें से 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है।

क्या था मामला और कैसे हुई घटना?

बता दें कि शुक्रवार अहले सुबह चार बजे चार की संख्या में आए अपराधियों ने रानीगंज स्थित विमल यादव के घर पहुंचकर उसे घर से बाहर बुलाया और सीने में ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं। सबसे खास बात यह कि हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अपराधी बड़े आराम से चलते बने। विमल अपने छोटे भाई के हत्या केस में विमल गवाह थे और सुपौल जेल से उनको फोन पर धमकी दी जा रही थी।

छोटे भाई की हत्या मामले में गवाह थे विमल

यहां यह भी बता दें कि अपराधियों ने 2019 में पत्रकार विमल के छोटे भाई शशिभूषण यादव उर्फ गब्बू यादव की हत्या कर दी थी। वह सरपंच थे। पत्रकार विमल उस केस में गवाह थे। आशंका जताई जा रही है कि उसी मामले में पत्रकार की हत्या हुई है। इस मामले में अभी ट्रायल चल रहा है, जिसकी सुनवाई 19 अगस्त यानी आज सुनवाई होने वाली थी। (इनपुट्स News 18)

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