हरिद्वार कुम्भ- उत्त्तराखण्ड पुलिस ने संघ से मांगी मदद, प्रान्त संघ संचालक को लिखी चिठ्ठी

पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने प्रान्त संघ संचालक व प्रान्त कार्यवाह को लिखा पत्र

राजनीतिक हलकों में सरगर्मी

राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ को अनुशासित बताते हुए कुम्भ में सहयोग की अपेक्षा जतायी

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। इन दिनों राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत हरिद्वार कुम्भ के प्रवास पर हैं। और उनके आगमन के समय उत्त्तराखण्ड पुलिस ने हरिद्वार कुम्भ की यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रीय स्वंय सेवकों के सहयोग मांगा है।

Haridwar kumbh 2021

उत्त्तराखण्ड के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने कुम्भ मेला की व्यवस्था में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से सहयोग मांगा है।
इस बाबत कुम्भ मेला की व्यवस्था देख रहे पुलिस महानिरीक्षक ने बाकायदा प्रांत संघ संचालक व प्रांत कार्यवाह को पत्र भी लिखा है।

Haridwar kumbh 2021


तीन अप्रैल के पत्र में पुलिस उपमहानिरीक्षक गुंज्याल ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ को अनुशासित बताते हुए लिखा है कि  राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ राष्ट्रीय सेवा का सर्वोपरि अनुशासित संघ है।

Haridwar kumbh 2021

गुंज्याल लिखते हैं कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने उत्त्तराखण्ड समेत पूरे देश में हुए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय आयोजनों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।  पत्र में हर 12 साल बाद होने वाली नंद राजजात यात्रा में भी स्वंय सेवकों की भूमिका का उल्लेख किया गया है।

पुलिस महानिरीक्षक ने कुम्भ व कोविड का जिक्र करते हुए कहा है कि ऐसे समय में हरिद्वार कुम्भ मेला इलाके में यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने में स्वंय सेवक महत्वपूर्ण जिंम्मेदारी निभा सकते हैं।

Haridwar kumbh 2021

हरिद्वार कुम्भ मेला में भीड़ नियंत्रण व यातायात प्रबंधन में स्वंय सेवक संघ का पूर्व की तरह सहयोग मिलेगा। गुंज्याल ने अपने पत्र में पूर्व में प्रान्त प्रचारक से हुई वार्ता का भी जिक्र किया है।

गौरतलब है हरिद्वार कुम्भ की व्यवस्था संभालने के लिए उत्त्तराखण्ड पुलिस के अलावा अन्य राज्यों की पुलिस भी सहयोग करेगी। इस बीच, बड़े अधिकारी के संघ प्रचारकों को लिखे पत्र से प्रशासनिक व राजनीतिक हलके में सरगर्मियां देखी जा रही है।

Haridwar kumbh 2021
बीच में डीजीपी अशोक कुमार, बाएं आईपीएस संजय गुंज्याल व दाएं पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी (फ़ाइल फ़ोटो)

डीजीपी अशोक कुमार का बयान भी हुआ था बहुत चर्चित

पूर्व में डीजीपी अशोक कुमार के फरवरी माह में दिए गए एक बयान को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर काफी बहस हुई थी। डीजीपी ने कहा था कि सोशल मीडिया में राष्ट्रविरोधी टिप्पणी करने पर उस व्यक्ति का शस्त्र लाइसेंस व पासपोर्ट वेरीफिकेशन नहीं होगा।

.. सुर्खियों में तो अपने नये डीजीपी साहब ही हैं.. बल्ल..क्यूँ भुला चैतू

उत्त्तराखण्ड के चार जिलों के जज कोरोना पॉजिटिव

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