आदेश- पंजीकृत यात्री नहीं आने पर दूसरों को चारधाम जाने का मौका दें

चारों धामों में निर्धारित यात्रियों की संख्या के सापेक्ष प्रतिदिन पंजीकृत यात्रियों में से जो यात्री दर्शन के लिए नहीं आ रहे हैं उक्त के सापेक्ष अन्य पंजीकृत यात्रियों को धाम में दर्शन की अनुमति सम्बन्धित जिलाधिकारी को इस शर्त के साथ प्रदान की जाती है कि उक्त यात्रियों की संख्या निर्धारित संख्या से अधिक न हो।

सचिव हरीश चंद्र सेमवाल के आदेश की मूल भाषा

उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा 2021 के संचालन के सम्बन्ध में

उपरोक्त विषयक शासनादेश संख्या 603 दिनांक 17 सितम्बर 2021 का सन्दर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा चारधाम यात्रा 2021 दिनांक 18.09.2021 से प्रारम्भ किये जाने की अनुमति प्रदान की गई थी, शासनादेश संख्या 604 दिनांक 17 सितम्बर 2021 के द्वारा उक्त यात्रा के संचालन हेतु मानक प्रचालन विधि (एस०ओ०पी०) निर्गत की गई थी। मा० उच्च न्यायालय नैनीताल के पारित आदेश के अनुपालन में चारों धामों हेतु प्रतिदिन यात्रियों की संख्या निर्धारित की है, यथा श्री बद्रीनाथ हेतु 1000 (एक हजार), श्री केदारनाथ हेतु 800 (आठ सौ). श्री गंगोत्री हेतु 600 (छ: सौ ) एवं श्री यमुनोत्री हेतु 400(चार सौ) निर्धारित है।

  1. चारों धामों में दर्शन हेतु राज्य के बाहर एवं राज्य के यात्रियों को उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम् प्रबन्धन बोर्ड की वेबसाईट पर पंजीकरण कर ई-पास प्राप्त करना आवश्यक है। तदक्रम में यात्रियों के द्वारा बोर्ड की वेबसाईट पर पंजीकरण कर लिया गया है, 15 अक्टूबर तक उक्त धामों हेतु निर्धारित संख्या के सापेक्ष पंजीकरण हो चुका है। देवस्थानम् बोर्ड एवं शासन के सज्ञान में यह तथ्य भी आया है कि चारों धामों हेतु प्रतिदिन निर्धारित यात्रियों की संख्या के सापेक्ष पंजीकृत यात्री दर्शन हेतु धाम में नहीं आ रहे है। उक्त धामों में दर्शन हेतु यात्रियों द्वारा पंजीकरण लगातार कराया जा रहा है।
  2. उपरोक्त तथ्यों के दृष्टिगत मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि मा० उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में चारों धामों में निर्धारित यात्रियों की संख्या के सापेक्ष प्रतिदिन पंजीकृत यात्रियों में से जो यात्री दर्शन के लिए नहीं आ रहे हैं उक्त के सापेक्ष अन्य पंजीकृत यात्रियों को धाम में दर्शन की अनुमति सम्बन्धित जिलाधिकारी को इस शर्त के साथ प्रदान की जाती है कि उक्त यात्रियों की संख्या निर्धारित संख्या से अधिक न हो।

आयुक्त गढ़वाल ने लिया जायजा

गढ़वाल आयुक्त ने ऋषिकेश यात्रा बस टर्मिनल के निकट यात्रा प्रशासन संगठन कार्यालय सहित चारधाम यात्रा, श्री हेमकुंड जी यात्रा हेतु ब्यवस्थाओं का जायजा लिया।

• ऋषिकेश में पार्किंग हेतु चंद्रभागा नदी के किनारे खाली क्षेत्र को चिह्नित करने हेतु संबंधित विभाग को शासन को प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा।
• कहा कि शासन द्वारा जारी एसओपी के अनुरूप चल रही चारधाम यात्रा।

• कोरोना बचाव मानकों का पालन जरूरी बताया।

• चारधाम यात्रा टर्मिनल में यात्री सहायता डेस्क,कोविड अवेयरनेस काउंटर, यात्री परिहन सहायता डेस्क, चिकित्सा सहायता डेस्क, पंजीकरण संबंधित हेल्प डेस्क, आपदा सहायता डेस्क को संक्रिय करने के निर्देश दिए।

• देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट से बन रहे ई पास के सापेक्ष निर्धारित यात्रियों को चारों धामों में दर्शन की ब्यवस्था, नेशनल इंफोर्मेटिक सेंटर ( एनआईसी)को वेबसाइट अपडेट करने के दिये निर्देश।

ऋषिकेश । आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन ने चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव ऋषिकेश पहुंच कर ऋषिकेश चारधाम यात्रा बस टर्मिनल के निकट यात्रा प्रशासन संगठन के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। ब्यवस्थाओं का जायजा लिया। परिवहन, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता ब्यवस्था यात्रा ब्यवस्थाओं को परखा, तीर्थयात्रियों से भी बातचीत की।

यात्रियों से कोरोना गाईड लाईन का पालन कर समुचित पंजीकरण के पश्चात यात्रा शुरू करने की भी अपील की ताकि कोई परेशानी न हो। श्री बदरीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम हेतु ई -पास के पंजीकरण में देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट में आ रही दिक्कतों को दूर किया जा रहा है। इसके लिए एनआईसी को साफ्टवेयर में सुधार हेतु कहा गया है। श्री हेमकुंड यात्रा पर जानेवाले संगतों को समुचित सहायता हेतु भी कहा गया।

माननीय उच्च न्यायालय एवं शासन द्वारा जारी एसओपी के क्रम में ई पास के सापेक्ष पूरे यात्री चारधाम दर्शन कर सके शासन स्तर पर इस पर त्वरित गति से समाधान चल रहा है।


उल्लेखनीय है कि श्री बदरीनाथ हेतु 1000( एक हजार) श्री केदारनाथ हेतु 800( आठ सौ) श्री गंगोत्री धाम हेतु 600( छ सौ) यमुनोत्री धाम हेतु 400( चार सौ) तीर्थयात्री देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट से ई पास बनाकर प्रतिदिन दर्शन हेतु पहुंच सकते हैं। उत्तराखंड से बाहर के प्रदेशों के तीर्थयात्रियों को देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल में भी पंजीकरण अनिवार्य है।


इस दौरान यात्रा प्रशासन संगठन के विशेष कार्याधिकारी ए.के. श्रीवास्तव ने हेल्प डेस्कों के विषय में जानकारी दी।
गढ़वाल आयुक्त ने यात्री सहायता डेस्क,ई पास संबंधित सहायता, फर्स्ट एड चिकित्सा- स्वास्थ्य, स्वच्छ पेयजलापूर्ति, परिवहन संबंधित जानकारी, मौसम पूर्वानुमान, कोविड अवेयरनेस संबंधित हेल्प डेस्कों, पुलिस प्रशासन द्वारा तीर्थ यात्रियों को सहायता मार्गदर्शन हेतु सक्रिय करने के निर्देश दिये।


यात्रा मार्ग पर जाम की समस्या के निराकरण हेतु सुझाव मांगे गये। पार्किंग हेतु चंद्रभागा नदी के खाली क्षेत्र के उपयोग हेतु संबंधित विभाग से शासन को प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा गया। अपेक्षा की गयी कि चारधाम यात्रा के शुभारंभ के केंद्र योगनगरी ऋषिकेश में देश विदेश से चारधाम हेतु रवाना होनेवाले यात्रियों को समुचित सहायता उटपलब्ध हो सके।


इस दौरान अपर आयुक्त गढ़वाल नरेंद्र सिंह क्वीरियाल, नगर निगम आयुक्त गिरीश गुणवंत उपजिलाधिकारी, डा. अपूर्वा पांडेय, यात्रा प्रशासन संगठन के विशेष कार्याधिकारी ए.के. श्रीवास्तव, सीएमएस डा. विजयेश भारद्वाज, क्षेत्राधिकारी पुलिस डीसी ढोडियाल, थाना अध्यक्ष महेश जोशी, एआरटीओ अरविंद पाण्डेय, एआरटीओ ( ई) पंकज श्रीवास्तव जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अनिल नेगी, पीडब्ल्यूडी अभियंता आरसी कैंतुरा, संयुक्त रोटेशन अध्यक्ष मनोज ध्यानी, परिवहन कंपनियों के पदाधिकारीगण, जन प्रतिनिधि तथा मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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