उदित नारायण की गढ़वाली फिल्म ़ ़ ़ ़ ़अब यादों में ही शेष

गढ़वाली फ़िल्म प्यारु रुमाल में उदित नारायण हीरो भी थे और गाने भी गाये

अविकल उत्तराखंड/विपिन बनियाल


-बॉलीवुड की मखमली आवाज उदित नारायण और गढ़वाली फिल्म। आप चौंक सकते हैं, यह सोच कर कि गढ़वाली फिल्म मेें उदित नारायण कब और कैसे जुडे़। मगर यह हकीकत है।1985 में रिलीज हुई गढ़वाली फिल्म प्यारू रूमाल में उदित नारायण हीरो थे और साथ ही कई बेहतरीन गानों के गायक भी।

इन स्थितियों के बीच, यह दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई है कि उदित नारायण की यह फिल्म अब सिर्फ यादों में रह गई है, क्योंकि डिजिटल युग में इसके प्रिंट को सुरक्षित नहीं रखा जा सका है। दरअसल, पहली गढ़वाली फिल्म जग्वाल के निर्माण के दौरान इसके निर्देशक तुलसी घिमिरे और सह निर्माता शिवनारायण सिंह रावत ने एक निर्णय ले लिया था।

देखें वीडियो

निर्णय था कि एक फिल्म कुसुमे रूमाल पहले नेपाली में बनाई जाएगी और फिर इसे गढ़वाली मेे डब किया जाएगा, कुछ हिस्सों को दोबारा शूट भी किया जाएगा। इस फिल्म का गढ़वाली वर्जन प्यारू रूमाल के नाम से सामने आया। हालांकि यह फिल्म जिस दौर में रिलीज हुई, उस समय उदित नारायण बॉलीवुड में जाना-पहचाना नाम नहीं था, लेकिन उनकी शानदार आवाज लोगों का ध्यान खींचने लगी थी।

1988 में कयामत से कयामत तक के रिलीज हो जाने के बाद उदित नारायण बॉलीवुड में छा गए। प्यारू रूमाल में उनकी गायिकी और अदाकारी ने सभी का ध्यान अपनी ओर जरूर खींचा था। विस्तृत जानकारी के लिए देखिए यू ट्यूब चैनल धुन पहाड़ की।

वरिष्ठ पत्रकार विपिन बनियाल की रिपोर्ट

Pls clik-उत्त्तराखण्ड लोक कला व संस्कृति पर रोचक सामग्री

मनोहर श्याम जोशी चाहते थे वे करें हिरदा के गीतों का अनुवाद

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *