स्मृति शेष- बुड्ढे की बात और आंवले का स्वाद बाद में पता चलता है…

हिमालयी सरोकारों से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार जेपी पंवार से विख्यात पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा ने कम शब्दों…