आइडिया पिचिंग बूट कैंप- गन्ने के अर्क से बना सकते हैं फर्नीचर

ग्राफिक एरा में आइडिया पिचिंग बूट कैंप

नए स्टार्टअप्स के रोचक आइडिया दिए ग्राफिक एरा के स्टूडेंट्स ने


बीएसएफ अधिकारियों ने ग्राफिक एरा में सीखी ड्रोन की तकनीक

अविकल उत्तराखण्ड

देहरादून। गन्ने के अर्क से प्लास्टिक रहित मोल्डेड फर्नीचर बनाना, चार धाम यात्रियों के लिए मोबाइल एप के माध्यम से जरूरी जानकारी उपलब्ध कराना और भीमताल जैसे छोटे शहरों के लिए एमेजॉन जैसे मिनी एप्स निर्मित करना। ऐसे ही कुछ दिलचस्प स्टार्टअप्स आइडिया दिए ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के देहरादून, भीमताल और हल्द्वानी परिसरों के छात्र छात्राओं ने। मौका था विश्वविद्यालय के रिसर्च एंड इनोवेशन सेल फॉर एंटरप्रेन्योरशिप ( राइस) के आइडिया पिचिंग बूट कैंप का।

राइस विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं को सफल उद्यमी बनाने की पहल है जिसे यूकॉस्ट स्पॉन्सर कर रहा है। आयोजन में उद्यमी और कंसल्टेंट, श्री राजेश पी जैन, डिवाइन प्रो कंपनी की फाउंडर और सीईओ, डॉ जूही गर्ग, पेटीएम के प्रमुख निवेशकों में से एक, श्री अशोक सक्सेना, और सीआईआई, वाई आई के चेयर, डॉ उदय नंदा मजूद रहे।

कार्यक्रम के शुरुवाती सत्र में विश्वाधिलाय के भीमताल परिसर के निदेशक, डॉ मनोज लोहनी ने छात्र छात्राओं और विशेषज्ञों का स्वागत किया। इस के बाद राइस के को-कोऑर्डिनेटर, सौमित्रो चट्टोपाध्याय ने राइस के बारे में विस्तार से बताया और फिर विशेषज्ञों ने छात्र छात्राओं के साथ अपने अनुभव साझा किए। विशेषज्ञों ने उदम्यिता के क्षेत्र में आने वाली बाधाओं और उन्हें दूर करने के तरीकों के बारे में बताया।

आइडिया पिचिंग बूट कैंप में विश्वधालय के देहरादून, हल्द्वानी और भीमताल परिसरों के छात्र छात्राओं की 35 टीमों ने प्रतिभाग किया। विशेषज्ञों ने छात्र छात्राओं के कई स्टार्टअप्स जैसे फैशन ब्रांडिंग और स्टाइलिंग और फैशन ब्रांड के कंसेप्चुअल शूट्स जैसे प्रस्तावों और उन के गुण दोष पर चर्चा की। कार्यक्रम का आयोजन दो राउंड्स में हुआ। पहले राउंड में विषाशज्ञों के साथ छात्र छात्रों के आईस ब्रेकिंग सैशन का आयोजन किया गया। दूसरे राउंड में छात्र छात्राओं की टीमों ने अपने स्टार्टअप आइडिया विशेषज्ञों के सामने प्रेजेंटेशन के रूप में प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डायरेक्टर जनरल, डॉ एच एन नागराजा राइस की पीआई और कोऑर्डिनेटर, डॉ ज्योति छाबरा और तीनों परिसरों के छात्र छात्राएं और शिक्षक माजूद रहे।


बीएसएफ अधिकारियों ने ग्राफिक एरा में सीखी ड्रोन की तकनीक

देहरादून । ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में आज बीएसएफ के अधिकारियों को एयरोस्पेस और ड्रोन टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग दी गई। देश की सुरक्षा में ड्रोन टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रयोग और सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन घुसपैठ की चुनौतियों को देखते हुए, बीएसएफ के इंस्टिट्यूट ऑफ एडवेंचर एंड एडवांस ट्रेनिंग के 27 अधिकारियों को ड्रोन की आधुनिक तकनीक, निर्माण, ऑपरेट करने के साथ-साथ मॉनिटरिंग करने के तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया।


इसके लिए आयोजित वर्कशॉप में ड्रोन घुसपैठ की आशंकाओं, चुनौतियों और संभावित समाधान पर भी चर्चा हुई।
बीएसएफ के मनोज पैन्यूली ने ड्रोन निर्माण की तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डाला। डिप्टी कमांडेंट कृष्णपाल सिंह ने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय में बीएसएफ कर्मियों के लिए इस तरह के एडवांस सत्र किए जाएंगे।
विश्वविद्यालय के मैकेनिकल और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को ड्रोन संचालन की तकनीकी जानकारी दी।
वर्कशॉप का संचालन डॉ सुधीर जोशी और पुनीत गुप्ता ने किया।

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