मुख्य शाही स्नान में भी टूटे कोरोना नियम, प्रशासन असहाय

साधु-संतों ने खुले दिल से सीएम व प्रशासन की तारीफ की

बुधवार को कुंभ क्षेत्र में मिले 525 कोरोना संक्रमित  मरीज
12 अप्रैल के दूसरे शाही स्नान के बाद 3 दिन में हरिद्वार में  कोरोना संक्रमित मरीजों   की तादाद पहुंची 1821

दूसरे शाही स्नान के मुकाबले मुख्य शाही स्नान में कम जुटे श्रद्धालु

अविकल उत्त्तराखण्ड

हरिद्वार । बेशक बुधवार को  हरिद्वार में महाकुंभ का  मुख्य शाही स्नान में सकुशल  संपन्न हो गया। अखाड़ों के साधु संतों ने भो प्रशासन के अधिकारियों व सीएम तीरथ रावत की जमकर तारीफ की। लेकिन कुम्भ के इस शाही स्नान के दिञ भी कोविड नियमों की खूब धज्जियां उड़ी। लेकिन व्यवस्था से खुश अखाड़ों के साधु संतों ने सीएम व प्रशासन की जमकर तारीफ की।

मुख्य शाही स्नान के दिन कुंभ नगरी हरिद्वार में 525 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए। इससे पूर्व, 12  अप्रैल के दूसरे शाही स्नान  के बाद पिछले 3 दिन में कुंभ नगर हरिद्वार में कोरोना मरीजों की तादाद 1821 पहुंच गई है।
         12 अप्रैल को चैत्र सोमवती अमावस्या के दूसरे शाही स्नान के दिन 600 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे जबकि 13 अप्रैल को 696 कोरोना के मरीज पाए गए और मुख्य शाही स्नान के दिन हरिद्वार कुंभ नगरी में 525 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई ।
           कोरोना की दहशत के बीच कुंभ के  मुख्य शाही स्नान के दिन  हरिद्वार कुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की तादाद  बेहद कम रही । सीएम तीरथ के अनुसार मुख्य शाही स्नान के दिन 13.5 लाख लोगों ने डुबकी लगाई।

जबकि  12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या दूसरे शाही स्नान के समय श्रद्धालु और साधु संतों की भारी भीड़ जुटी थी और 35 लाख लोगों के डुबकी लगाने का दावा किया गया था। इस दिन भी कोरोना दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ा दी । इस दूसरे शाही स्नान के बाद हरिद्वार कुंभ नगरी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या  एकाएक बढ़ गई थी जिससे कुंभ नगरी में भय का वातावरण छा गया जिसका असर आज के तीसरे मुख्य शाही स्नान में दिखाई दिया जबकि कुंभ मेला प्रशासन आज कुंभ के मुख्य स्नान  मेष संक्रांति के दिन  शाम 6बजे तक  संपूर्ण कुंभ क्षेत्र  में 13 लाख 51 हजार श्रद्धालुओं के गंगा स्नान का दावा कर रहा है  जो  वास्तविकता से परे है  आज हरिद्वार ऋषिकेश की  सड़कें और घाट सूने पड़े रहे कोरोना के भय के कारण तीर्थयात्री हरिद्वार ऋषिकेश नहीं पहुंचे ।

        बुधवार की शाम 6 बजे तक  तेरह अखाड़ों  ने  अपने क्रम के अनुसार  हर की पैड़ी पर ब्रह्मकुंड में  कुंभ का  मुख्य स्नान  किया । सबसे पहले  सुबह सवा दस बजे दशनाम नागा संन्यासियों का श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा और आनंद अखाड़ा ब्रह्मकुंड हरकी पैड़ी में स्नान के लिए गाजे बाजे के साथ पहुंचे । उसके बाद  श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा  आवाहन अखाड़ा  और पंच अग्नि अखाड़ा  तथा किन्नर अखाड़ा  के साधु संत  ब्रह्मकुंड में  गंगा स्नान के लिए पहुंचे  उनके बाद बैरागीयों के तीन अखाड़े निर्मोही अनी अखाड़ा  निर्वाणी अनी अखाड़ा  और दिगंबर अनी अखाड़ा  हर की पैड़ी  में पहुंचे। उनके बाद  उदासीन संप्रदाय के दो अखाड़े श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा और श्री पंचायती उदासीन अखाड़ा ने ब्रह्मकुंड में गंगा में डुबकी लगाई और आखिर में सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा स्थापित श्री निर्मल पंचायती अखाड़े के साधु-संतों ने कुंभ का मुख्य स्नान किया ।

अखाड़ों के हर की पैड़ी पर गंगा स्नान के कारण सुबह 7बजे आम श्रद्धालुओं के लिए हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड बंद कर दिया गया था  जो शाम 5बजे तक बंद रहा  उसके बाद आम लोगों के लिए हर की पैड़ी खोली गई ।

अब तक हरिद्वार में कुंभ मेले के 3 शाही स्नान संपन्न  हो चुके हैं और अभी एक शाही स्नान 27 अप्रैल को बाकी है जो बैरागी अखाड़े करते जिसमें दशनामी नागा साधुओं के सात अखाड़े भाग नहीं लेते हैं ।

परंतु इन दो शाही स्नानों ने पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में कोरोना को फैला दिया है अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महन्त नरेंद्र गिरी कोरोना संक्रमित हो गए और  ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती है उनसे उनके निरंजनी अखाड़े में मिलने गए सपा नेता उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोरोना संक्रमित हो गए।

कोविड नियमों का पालन नहीं

          तीसरे और मुख्य शाही स्नान मेष संक्रांति के दिन कुंभ के अमृत योग के अवसर पर हर की पैड़ी पर सुबह तड़के 3 बजे से ही तीर्थ यात्रियों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई थी और वहां पर कोई भी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन ना आम श्रद्धालु कर रहे थे ना साधु संत  और ना दो गज की दूरी का कोई ख्याल रख रहा था और अधिकांश लोगों ने मास्क भी मुंह में नहीं बांध रखे थे साधु संतों की हर की पैड़ी की ओर जाने वाली पेशवाई में भी कई  महंतों महामंडलेश्वर और उनके कई अनुयायियों ने भी मास्क  नहीं बांध रखे थे और ना  सामाजिक दूरी का पालन किया नागा साधु तो एक दूसरे से चिपक कर बिना मास्क बांधे भागे चले जा रहे  थे।

पुलिस प्रशासन का खुद कहना था कि ऐसी भीड़ में लोगों को रोक कर 6 गज की दूरी बनाना संभव नहीं था क्योंकि उससे भीड़ इकट्ठे होने पर दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है  हरिद्वार में 12 अप्रैल को दूसरे शाही स्नान के समय हरकी पैड़ी और अन्य घाटों पर भारी भीड़ जमा थी वहीं आज कोरोना के फैलने के कारण हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत कम थी और हर की पैड़ी पर जब नागा साधु और अन्य अखाड़े स्नान के लिए आए तो प्रशासन ने श्रद्धालुओं को हर की पेडी से हटा दिया था और पूरा घाट खाली करा दिया था ताकि केवल अखाड़ों के साधु स्नान कर सके उसके बाद हर की पेडी के आसपास के सुभाष घाट , गऊघाट ,मालवीय घाट तथा हरिद्वार के अन्य सभी घाट खाली पड़े थे और प्रशासन पूरे कुंभ क्षेत्र में लाखों के तीर्थ यात्रियों के आने के दावे कर रहा था जबकि खाली घाट प्रशासन के दावों को झुठला रहे  थे।

गंगा मैया महामारी भगाएगी

         हर की पैड़ी पर जो लोग स्नान करने आए थे जब उनसे मास्क ना लगाने और सामाजिक दूरी ना बनाने के कारण कोरोना बढ़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गंगा के तट पर आए हैं गंगा भाई सब ठीक कर देगी । साधुओं के अखाड़ों में चल रहे साधु खुद कह रहे थे कि आज गंगा में अमृत गिरा था इसलिए गंगा स्नान के बाद सारे कष्ट और बीमारियां महामारी या दूर हो जाएंगे चाहे वो कोई कोरोना हो या कोई और बीमारी, एक साधु  महंत रविंद्रानंद महाराज ने तो यह तक कह दिया कि साधु तप करते हैं इसलिए उन्हें कोई बीमारी महामारी हो ही नहीं सकती है ।

          कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल का कहना है कि नागा साधु अपने वस्त्र त्याग कर दिगंबर अवस्था में रहते हैं इसलिए उनको हम कपड़े के मास्क बांधने के लिए मजबूर नहीं कर सकते उन से विनती करते हैं हमने उनसे विनती की तो कुछ नागा साधुओं ने आज मास्क बांधा । आईजी गुंज्याल ने कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ को रोक कर सामाजिक दूरी   का पालन कराना संभव नहीं है क्योंकि उससे भीड़ एक जगह एकत्र हो जाएगी और कोई दुर्घटना होने की ऐसे मेलों में संभावना रहती है पुलिस प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने हाथ खड़े कर दिया है ।

कुम्भ मेला इलाके में 100 से ज्यादा कोविड जांच सेंटर


  मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुंभ मेला डॉक्टर अर्जुन सिंह सेंगर का कहना है कि कुंभ मेले के दो शाही स्नानों के बाद कोरोना के मरीजों में तेजी से बढ़ोतरी आई है उन्होंने बताया कि 100 से ज्यादा कोविड-19 जांच के सेंटर पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में खोले गए हैं कुंभ क्षेत्र की सीमाओं में लगातार सैंपल सेंपल लिए जा रहे हैं साधुओं के अखाड़ों के क्षेत्रों में सेक्टर अस्पताल बनाए गए हैं जहां कोविड-19 की जांच  की जा रही
        कुंभ मेला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अर्जुन

सिंह सेंगर ने बताया कि 12 अप्रैल को दूसरे शाही स्नान के बाद हरिद्वार कुंभ क्षेत्र में कोरोना  संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी क्योंकि कुंभ क्षेत्र में विभिन्न प्रदेशों से लोग आ रहे हैं और उन प्रदेशों से भी लोग आ रहे हैं जिन प्रदेशों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है इस कारण कुंभ में शाही स्नान  में भारी भीड़ आने से हरिद्वार कुंभ क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों  की तादाद बढ़ने की संभावना और आशंका बनी हुई है उन्होंने बताया कि 100 केंद्र हमने कुंभ क्षेत्र में कोरोना जांच के लिए  खोल रखे हैं  जिनमें लगातार जांच जिनमें लगातार जांच जारी है । उन्होंने कहा कि आज कुंभ मेला क्षेत्र में 525 संक्रमित मरीज पाए गए और 12 अप्रैल के दूसरे शाही स्नान के बाद से अब तक हरिद्वार मैं 1821 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं।

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महाकुंभ- मुख्य शाही स्नान की गंगा डुबकी में झलके इंद्रधनुषी रंग

कोरोना टेस्ट नेगेटिव होना कोरोना नहीं होने की गारंटी नहीं

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