अविकल उत्त्तराखण्ड
दिल्ली/देहरादून। फटी जीन्स के हल्ले व माफी के बीच नये नवेले सीएम तीरथ रावत ने दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। शुक्रवार की देर रात्रि हुई मुलाकात में दोनों के बीच हालिया बयान से उपजी स्थिति व प्रदेश के उपचुनाव में पार्टी की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। इसके अलावा सीएम ने राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष व राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी से भी मुलाकात की। दोनों के बीच राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर केंद्र से बेहतर सहयोग को लेकर चर्चा हुई। सीएम ने नड्डा को कुम्भ के लिए भी आमंत्रित किया।और अब तक लिए फैसलों से भी अवगत कराया।
मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम तीरथ रावत का यह पहला दिल्ली दौरा था। राष्ट्रीय अध्यक्ष का आभार जताने के बाद सीएम शनिवार की सुबह हरिद्वार के लिए रवाना हुए यहां कुम्भ से जुड़े विभिन्न कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इससे पूर्व दिल्ली पहुंचने पर सीएम का भव्य स्वागत किया गया। सीएम से मिलने के लिए उत्त्तराखण्ड सदन में सुबह से देर रात तक लोगों का तांता तांता लगा रहा।
मोदी विजन व स्थानीय लोगों के हितों के अनुरूप हो बद्री-केदार धाम का विकास
मुख्यमंत्री, तीरथ सिंह रावत नेउत्तराखण्ड सदन में श्री केदारनाथ धाम के पुर्ननिर्माण एवं बद्रीनाथ धाम को स्मार्ट टाउन के रूप में विकसित करने हेतु विडियों कान्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक की गई। रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि परियोजना का क्रियान्वयन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी विजन के अनुरूप किया जाय और इस प्रक्रिया में स्थानीय व्यक्तियों के हितों को सर्वोपरि रखा जाय।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर द्वारा केदारनाथ धाम के पुर्ननिर्माण एवं बद्रीनाथ धाम को स्मार्ट टाउन के रूप में विकसित करने हेतु प्रस्तुतीकरण दिया गया। उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ धाम को स्मार्ट टाउन प्लान के अन्तर्गत प्रस्तावित विभिन्न कार्यों यथाः-मंदिर परिसर विकास, प्लाजा विकास, रोड निर्माण, घाटों का निर्माण कमांड कंट्रोल सेंटर, स्ट्रीट फसाड, साइनेज की स्थापना, रास्ते पर चलने वाले संकेत आदि विकास कार्य किये जाएंगे। केदारनाथ धाम के पुर्ननिर्माण के अन्तर्गत मंदाकिनी नदी में आस्था पथ, कतार प्रबन्धन, तीर्थ यात्रिओं को बैठने की व्यवस्था तथा रेन शेल्टर का निर्माण, आदि विकास कार्य किये जाने प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री द्वारा सीएसआर के रूप में केदारनाथ के विकास कार्यों के लिए एकत्रित राशि रू0 128.00 करोड़ तथा श्री बद्रीनाथ धाम के विकास कार्यों के लिए एकत्रित राशि रू0 245.00 करोड़ का उपयोग मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप यथासमय पूर्ण करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री जी द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिये कि विकास कार्यों के अन्तर्गत पंडासमाज एवं स्थानीय हितधारकों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाय और विस्थापन की सम्भावनाओं को न्यूनतम किया जायय यदि ऐसा करना आवश्यक हो तो स्थानीय व्यक्तियों से वार्ता कर उनकी सहमति प्राप्त कर ली जाय तथा उनके पुर्नवास को सर्वप्रथम सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में जबरन अधिग्रहण नहीं किया जायेगा।
मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि केदारनाथ रोपवे को मूर्त रूप देने के लिए सकारात्मक प्रयास किये जायं जिससे कि यात्रा सीजन में श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े और उन पर अधिक आर्थिक बोझ भी न पड़े। उन्होंने 2013 की आपदा में विस्थापित लोगों के पुनर्वास पर भी अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली।
बैठक में ओम प्रकाश, मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड सरकार एवं दिलीप जावलकर, सचिव पर्यटन, जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग, जिलाधिकारी चमोली विडियो कांफ्रेंसिग द्वारा,, डा पराग मधुकर धकाते, विशेष सचिव, मुख्यमंत्री, एसडीसिंह, मुख्य वन संरक्षक, श्रीमती इला गिरी, अपर स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली, रजंन मिश्रा, व्यवस्थाधिकारी एवं कमल किशोर जोशी, जनसम्पर्क अधिकारी, उत्तराखण्ड पर्यटन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से उनके आवास पर भेंट की। सांसद बलूनी ने उनका स्वागत किया और कहा कि तीरथ जी के नेतृत्व में उत्तराखंड के विकास अभियान में निरंतर उनके साथ हैं। हम उत्तराखंड को विकसित, संपन्न और समृद्ध राज्य बनाने के लिए कृत संकल्प है। मुख्यमंत्री के साथ उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और वरिष्ठ नेता बलराज पासी भी थे।
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