हर की पैड़ी में गंगा धारा को एस्केप चैनल घोषित करने सम्बन्धी शासनादेश निरस्त

सीएम त्रिवेंद्र ने हरीश सरकार का फैसला पलटा

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून।
तीर्थनगरी हरिद्वार में हर की पैड़ी से होकर बह रही गंगा की धारा को एस्केप चैनल घोषित करने वाले शासनासदेश को सरकार ने निरस्त कर दिया।

राज्यपाल की अनुमति के बाद बुधवार को सचिव शैलेश बगौली ने इसके आदेश जारी कर दिए। 22 नवंबर को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी घोषणा की थी। इस फैसले में राष्ट्रीय हरित ग्रीन ट्रिब्यूनल के गंगा व उसकी सहायक नदियों में तटीय विकास व निर्माण के बाबत पारित दिशा निर्देशों का भी उल्लेख किया गया है।

Uttarakhand, ganga
हर की पैड़ी

निरस्त करने का फैसला लिया है। रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी घोषणा की और कहा कि जल्द ही इसका नया शासनादेश जारी होगा।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि हरिद्वार में हर की पैड़ी का अविरल गंगा का दर्जा बरकरार रखा जाएगा। हर की पैड़ी को एस्केप चैनल से मुक्त रखा जाएगा। यह मुद्दा जनआस्था का बन गया था।

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गंगा सभा और अखाड़ा परिषद का भी कहना था कि गंगा को एस्केप चैनल घोषित करने से लोगों की आस्था पर चोट पहुंची है।

पूर्व सीएम हरीश रावत के कार्यकाल में यह आदेश हुआ था। हरीश रावत ने भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को निर्णय बदलने की बधाई दी थी। साथ ही गंगा सभा और अखाड़ा परिषद को भी बधाई दी ।

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