कर्मकार कल्याण बोर्ड से पहले मंत्री हरक फिर सचिव दमयंती हटीं
बोर्ड सदस्य भी हटाये जा चुके
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का कहना है कि कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को गजेटेड अधिकारी सचिव दमयंती रावत को हटाने का कोई अधिकार नही है। दमयंती रावत सचिव बनी रहेंगी।

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह ने गुरुवार को एक चैनल से बातचीत में सत्याल के निर्णय को अज्ञानता से भरा कदम करार दिया। उन्होंने कहा कि एक्ट के अनुसार सीएम,मंत्री व दायित्वधारी भी बोर्ड के पदाधिकारी को नही हटा सकते। वैसे भी बोर्ड भंग है और बोर्ड की मीटिंग नहीं बुलाई गई है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बोर्ड के मनोनीत 6 सदस्यों का कार्यकाल चार साल का होता है। लिहाजा, सभी सदस्य पद पर बने रहेंगे।
गौरतलब है कि बोर्ड के अध्यक्ष हरक सिंह रावत को कुछ दिन पहले पद से हटा दिया गया था। इस मुद्दे पर भी हरक सिंह ने नाराजगी दिखाई थी। और दो सरकारी कार्यक्रमों से गैरहाजिर रहे थे। साथ ही यह भी कहा कि सीएम से बातचीत के बाद ही वे कुछ बोलेंगे।
सूत्रों के मुताबिक बुधवार को वन विभाग से जुड़े मामले में हरक और सीएम की मुलाकात हुई। लेकिन कर्मकार बोर्ड में हुए बदलाव पर कोई चर्चा नहीं हुई। इधर,श्रम सचिव हरबंस चुघ भी दमयंती रावत को हटाए जाने की पुष्टि कर चुके हैं।
बहरहाल, इस मुद्दे पर सरकार और हरक सिंह में कोई भी झुकने को तैयार नही है। श्रम विभाग की साइकिल आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से बांटे जाने के बाद यह कहानी अलग ही मोड़ लेती दिखाई दे रही है। शासन ने इस मामले की जांच DM आशीष श्रीवास्तव को सौंपी है। इस जांच का भी प्रदेश बेसब्री से इन्तजार कर रहा है।
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