ऋषिकेश में अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का समापन
ग्रामीण महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता जरूरी- राज्यपाल
अविकल उत्त्तराखण्ड
ऋषिकेश।
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने रविवार को ऋषिकेश में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘योग’ पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को नई पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। वह ऐसे भारत का निर्माण करना चाहते हैं, जो पूरी तरह से विश्व का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता रखता हो।
यह आवश्यक है कि देश के नागरिक विशेषकर युवा पीढ़ी योग को अपनाये ताकि हम एक स्वस्थ एवं विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकें। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि भारत में तो योग एक संस्कृति है। सदियों से हमारे देश में ऋषि-मुनियों ने योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन का संदेश दिया। आज पूरे विश्व में योग का प्रचार-प्रसार हो रहा है।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड तपोभूमि और योगभूमि है। उत्तराखण्ड और योगभूमि ऋषिकेश प्रकृति की गोद में बसी हुई है। यहां पर आकर रोगी भी निरोग हो जाता है। आज पूरा विश्व कोविड-19 जैसी महामारी का सामना कर रहा है। आज प्रत्येक व्यक्ति प्रतिरोधक क्षमता का महत्व समझ रहा है। अच्छा स्वास्थ्य सबकी प्राथमिकता बन गया है। अच्छे स्वास्थ्य एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग का बहुत महत्व है। अतः अधिक से अधिक लोगों को योग को अपनाना चाहिये। बच्चों को बचपन से ही योगाभ्यास के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये। कोरोना काल में योग ने महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। योग एवं प्राणायाम अपना कर तथा आयुष काढ़े का सेवन कर लोगों ने अपने आपको स्वस्थ रखा है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि लोगों को योग के प्रति अधिक से अधिक जागरूक किया जाना चाहिये।
आयुष मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि योग तथा आयुर्वेद ने पूरी दुनिया में भारतीय ज्ञान के प्रति श्रद्धा एवं सम्मान का भाव उत्पन्न किया है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग में अद्भुत शक्ति है। योग के माध्यम से मन और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है। योग तथा ध्यान से मन को शांति और शरीर को शक्ति मिलती है।
इस अवसर पर जिला अधिकारी टिहरी श्रीमती इवा श्रीवास्तव, अपर सचिव आशीष चैहान एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
ग्रामीण महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता जरूरी- राज्यपाल
इसके अलावा राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने रविवार को एम्स ऋषिकेश में आयोजित ‘स्त्री वरदान’ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि महिलाओं को अपनी स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्याओं के निदान हेतु चिकित्सकों से बिना झिझक या भय के सलाह लेनी चाहिये तथा उचित उपचार करवाना चाहिये। बहुत सी ऐसी समस्याऐं होती है जो महिलाएं झिझक एवं शर्म के कारण बता नही पाती या उनका उपचार उपलब्ध नही होता और वे मानसिक अवसाद का शिकार भी हो जाती है।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि भारत में विशेषकर अशिक्षित एवं ग्रामीण महिलाओं में अपनी स्वास्थ्य समस्याओं एवं स्त्री रोगों के प्रति जागरूकता अपेक्षाकृत कम है। राज्यपाल ने कहा कि विभिन्न भ्रामक सामाजिक मान्यताओं के कारण भी महिलाएं अपनी स्वास्थ्य समस्याओं विशेषकर स्त्री रोगों के बारे में खुलकर बात नही कर पातीं। उनमें जानकारी का भी अभाव है। विभिन्न सामाजिक रूढ़ियां उन्हें स्वास्थ्य समस्याओं के चिकित्सीय उपचार हेतु प्रोत्साहित नही करती हैं।
इस अवसर पर एम्स ऋषिकेश के निदेशक डा रविकान्त ने कहा कि पन्द्रह वर्ष तक की बालिकाओं को सर्वाइकल तथा अन्य प्रकार के कैंसरों से बचाव हेतु एचपीवी टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये।
उल्लेखनीय है कि एम्स ऋषिकेश के गायनोकाॅलोजी विभाग की रिकंस्ट्रक्शन और काॅस्मेटिक सर्जरी यूनिट द्वारा स्त्री वरदान कार्यक्रम के अन्र्तगत महिलाओं की शारीरिक समस्याओं के उपचार एवं निदान का कार्य किया जा रहा है।
विधायक श्रीमती ऋतु खण्डूरी, दिव्य प्रेम सेवा मिशन से श्री आशीष गौतम, हंस फाउण्डेशन की संस्थापक माता मंगला जी, स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज, महिला वालयंटियर्स, एम्स के पदाधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित थे।
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