पुलिस ग्रेड पे मसले पर कांग्रेस कूदी,
हरदा के ट्वीट से सत्ता में हलचल

धरना-प्रदर्शन की अनुमति के लिए प्रशासन को  पत्र लिखने वली कुसुम कुकरेती व आशा भंडारी का भाजपा से संबंध की चर्चा!

कहीं भाजपा का ही कोई गुट तो नही दे रहा मामले को हवा। खुफिया एजेंसी जांच में जुटी

परिजनों के प्रदर्शन व हरदा के ट्वीट से शासन में हलचल

ग्रेड पे पर बनी कैबिनेट की कमेटी, शासन व पुलिस मुख्यालय पर टिकी निगाहें

अविकल थपलियाल/अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे के मुद्दे पर परिजनों के प्रदर्शन से भौंचक शासन सत्ता को अब एक नये मोर्चे से भी जूझना होगा। अनुशासित बलों के परिजनों का सार्वजनिक प्रदर्शन और राजनीतिक दलों के तड़के के बाद मामले राजनीतिकरण की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। यह भी सवाल उठ रहा है कि पुलिस या अन्य फोर्सेज (बल) का राजनीतिकरण ऐसी अनुशासित यूनिट व सिस्टम के लिए कितना मुफीद या नुकसानदायक होगा।

चुनावी साल में मुद्दे की नजाकत को भांपते हुए पूर्व सीएम ने भी पुलिकर्मियों की अंगों के समर्थन में ट्वीट कर दिया। इस ट्वीट के बाद राजनीतिक दलों में मुद्दे के लपकने की होड़ दिखाई दे रही है।

कांग्रेस नेता हरीश रावत ने अपने ट्वीट में प्रदेश सरकार को घेरते हुए प्रदर्शन को कष्टपूर्ण बताया। साथ ही यह भी कहा कि ग्रेड पे के मुद्दे पर वो पुलिकर्मियों के साथ हैं। ट्वीट में यह भी कह दिया कि अगर प्रदेश सरकार पुलिकर्मियों को कुछ दे नहीं सकती तो कुछ छीनना भी नही चाहिए।

गौरतलब बात यह है कि पूर्व सीएम हरीश रावत ने आने ट्वीट में पुलिसकर्मियों के साथ खींची गई पुरानी फ़ोटो को टैग कर उनका हितैषी साबित करने की भी कोशिश की है।

कुसुम कुकरेती के प्रोफाइल से भाजपा से जुड़ाव की हो रही पुष्टि

कुसुम कुकरेती व आशा भंडारी की ओर से धरना प्रदर्शन की अनुमति के लिए नगर मजिस्ट्रेट को लिखा गया पत्र

काँग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष बने हरीश रावत के ट्वीट कर बाद अनुशासित पुलिस बल के परिजनों को अतिरिक्त ऊर्जा मिलने की भी संभावना जताई जा रही ये। कुछ अन्य दलों के भी इस आग में घी डालने की पूरी संभावना है।

इधर, खुफिया जानकारी में यह भी सामने आ रहा हूं कि धरना-प्रदर्शन में शामिल लोग भाजपा से भी जुड़े हैं। देहरादून के गांधी पार्क के सामने हुए धरने में शामिल लोगों के बैकग्राउंड का भी ओतल लगाया जा रहा है। 

पुलिसकर्मियों के परिजनों के प्रदर्शन का वीडियो

नगर मजिस्ट्रेट से धरना-प्रदर्शन की अनुमति सम्बन्धी पत्र देने वाली  कुसुम कुकरेती आशा भण्डारी के बारे में  भी खुफिया एजेंसी जानकारी जुटा रही है। अभी तक इनके भाजपा से जुड़ाव के तथ्य हाथ लगे हैं। खुफिया एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश में है कि कहीं आज के प्रदर्शन में भाजपा के किसी दूसरे गुट का हाथ तो नही है।

गांधी पार्क के सामने प्रदर्शन करते पुलिस कर्मियों के पारिवारिक सदस्य

सोशल मीडिया में वॉयरल हो रही कुसुम कुकरेती के प्रोफाइल में उनके भाजपा के प्रति झुकाव के भी संकेत मिले। यह जानकारी आला स्तर तक पहुंचाई भी गयी है।

रविवार के धरना प्रदर्शन में पुलिसकर्मियों।के परिजनों के अतिरिक्त किसी दल विशेष से सम्बंध रखने वालों के बारे में भी खुफिया एजेंसी सतर्क दिखाई दे रही है।

गौरतलब है कि ग्रेड पे के मुद्दे पर पुलिसकर्मी मिशन आक्रोश 1 और 2 के तहत काली पट्टी बांध कर विरोध जता चुके हैं। लेकिन इस बार परिजनों का खुलकर उतरना और नारेबाजी करने से शासन के सामने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है।

ग्रेड पे पर बनी कैबिनेट की कमेटी, शासन व पुलिस मुख्यालय पर टिकी निगाहें

इधर, इस मुद्दे के सड़क पर आने के बाद सत्ता के गलियारों में ग्रेड पे के मुद्दे पर नये सिरे से भी मंथन शुरू हो गया है। 27 जुलाई को कैबिनेट की उप समिति मामले पर चर्चा करेगी। पूर्व सीएम हरीश  रावत इस मुद्दे पर भाजपा सरकार को कठघरे में।खड़ा करने की पूरी जुगत में दिख रहे हैं।

Pls clik-प्रदर्शन की खबर

पुलिसकर्मियों के परिजनों के जोरदार दून प्रदर्शन से हड़कंप, देखें वीडियो

चुनौती- प्रमोशन प्रक्रिया पर सिविल व इंटेलीजेंस इंस्पेक्टर वर्ग में पनपे मतभेद

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *