दून के बैडमिंटन कोर्ट से उठा धुआं खेल मंत्री के दरबार में छाया, विवाद गहराया

कई पूर्व इंटरनेशनल व नेशनल बैडमिंटन खिलाड़ी विभगीय बैडमिंटन खिलाड़ी अधिकारियों के पक्ष में उतरे

खेल मंत्री अरविंद पांडेय को लिखे पत्र में कतिपय व्यापारियों की शिकायत को झूठा करार दिया

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। परेड ग्राउंड के बहुउद्देशीय बैडमिंटन कोर्ट से उठा विवाद खेल मंत्री की चौखट तक जा पहुंचा है। कोर्ट में खेलने का सभी को बराबरी का मौका देने के लिए खिलाड़ी दो गुटों में बंट गए है। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व एक गुट दे जुड़े बैडमिंटन खिलाड़ियों ने विभिन्न विभागों से जुड़े खिलाड़ी अधिकारियों के व्यवहार की शिकायत कर विवाद को जन्म दे दिया था। बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाल में बैडमिंटन खेलने के लिए समय निर्धारित करने के मुद्दे पर दोनों गुटों के बीच जोर आजमाइश जारी है। और मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है।

झगड़ा इस बात को लेकर है कि कोर्ट में सभी को अपने समय में खेलने का बराबर मौका मिले। लेकिन अधिकारियों का आरोप है कि कतिपय व्यापारी व कुछ अन्य लोगों ने बैडमिंटन कोर्ट पर कब्जा किया हुआ है जिससे अन्य खिलाड़ियों को खेलने का मौका नहीं मिल पाता।

इस बार, कई इंटरनेशनल व राष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का जौहर दिख चुके खिलाड़ियों ने खेल मंत्री अरविंद पांडेय से मामले में हस्तक्षेप कर खिलाड़ियों के बीच उपजे मनमुटाव को दूर करने की अपील की है। साथ ही अनर्गल आरोपों का भी खंडन किया। पत्र में बैडमिंटन कोर्ट में खेल रहे कतिपय व्यापारियों की ओर से की गई शिकायत को भी अनर्गल करार दिया गया है।

इन खिलाड़ियों ने साफ कहा कि विभिन्न विभागों से जुड़े इन अधिकारियों के मधुर व्यवहार व बेहतर छवि से सभी लोग वाकिफ हैं। इन अधिकारियों ने बैडमिंटन कोर्ट में कभी भी किसी से दुर्व्यवहार नहीं किया।

इन खिलाड़ियों ने खेल मंत्री को दिये पत्र में उन पर लगाये झूठे आरोपों की भी घोर निंदा की है। पत्र में प्रमुख तौर पर    एस०के० पटेट, वरिष्ठतम अन्तर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी, कमलजीत सिंह कलसी, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के निर्णायक / सचिव, एथलेटिक्स एसोसिएशन उत्तराखण्ड एवं मुख्य निर्णायक, राजीव वर्मा, राष्ट्रीय स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी, वी०के० मिश्रा, राष्ट्रीय स्तर / राज्य स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी, मनीष गोयल, बैडमिंटन खिलाड़ी, ओएनजीसी, पराग, बैडमिंटन खिलाड़ी, डा० तुहिन कुमार, संयुक्त निदेशक, स्वास्थ्य विभाग, डा० पंकज सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के हस्ताक्षर हैं।

इससे पूर्व विभिन्न विभागों में जिम्मेदार पदों पर कार्य कर रहे इन बैडमिंटन खिलाड़ियों ने खेल सचिव एस मुरुगेशन को भी कुछ दिन पूर्व पत्र लिख मामले से अवगत कराया।

प्रदेश सरकार के खेल मंत्री अरविंद पांडेय को लिखे पत्र में एक प्रमुख दैनिक अखबार में छपी खबर का उल्लेख करते हुए कहा है कि अभिलाष गुप्ता एवं अन्य द्वारा देहरादून बहुददेशीय क्रीड़ा हॉल, परेड ग्राउण्ड में बैडमिंटन खेलने वाले उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न विभागों तथा स्वास्थ्य विभाग, ऊर्जा विभाग एवं अन्य विभागों के कतिपय अधिकारियों पर झूठे, मनगढंत एवं बिना तथ्यों के आरोप लगाकर एक शिकायती पत्र आपको प्रेषित किया गया है, जिसका कि उत्तराखण्ड के वरिष्ठतम अन्तर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी  एस०के० पटेट, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के निर्णायक एवं एथलेटिक्स फेडरेशन उत्तराखण्ड के मुख्य निर्णायक  कमलजीत सिंह कलसी एवं बहुद्देशीय क्रीडा हॉल, परेड ग्राउण्ड, देहरादून में वर्षों से खेल रहे अन्य राष्ट्रीय / राज्य स्तरीय वरिष्ठतम खिलाड़ियों द्वारा घोर निंदा की जाती है।

माननीय मंत्री जी के संज्ञान में लाना है कि उपरोक्त शिकायतकर्ताओं द्वारा जिन अधिकारियों की शिकायत की गयी है, उनके साथ हम वर्षों से बैडमिंटन खेल है, उक्त अधिकारियों की अपने विभाग में ही नहीं अपितु राज्य में भी अच्छी एवं लोकप्रिय छवि है, उनके द्वारा कभी भी उक्त क्रीडा हॉल में किसी के साथ भी दुर्व्यवहार नहीं किया गया है। उक्त अधिकारी मधुर, अनुशासित अधिकारी है उक्त अधिकारियों एवं अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मात्र प्रातः 6:00 बजे से 7:00 बजे तक का समय खेलने हेतु एक बैडमिंटन कोर्ट उत्तराखण्ड सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अभ्यास हेतु आरक्षित कराने हेतु खेल सचिव महोदय को एक अनुरोध पत्र प्रेषित किया गया है, जिसका कि शिकायतकर्ताओं से कोई सम्बन्ध नहीं है परन्तु शिकायतकर्ताओं द्वारा उक्त अधिकारियों पर अनर्गल आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल किये जाने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि खेल भावना के विरुद्ध है तथा उचित नहीं है।

अतः हम सभी प्रत्यक्षदर्शी खिलाड़ी शिकायतकर्ताओं (कतिपय व्यापरीगणों द्वारा अपने पत्र में प्रयोग किये गये अमार्यदित शब्दों/भाषा का खण्डन एवं निन्दा करते हैं तथा आपसे अनुरोध करते हैं कि इस प्रकार के झूठे प्रचार / बेबुनियाद आरोपों को रोकने की आवयकता है, जो कि उत्तराखण्ड राज्य के सभी बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए ठीक नहीं है एवं खेल भावना के विरुद्ध है। खेल विभाग के किसी भी उच्चधिकारी द्वारा इस विषय की जांच करके सभी खिलाड़ियों के बीच आपसी वैमनस्य दूर करने का प्रयास कराने की कृपा करें।

प्रार्थीगण

1. श्री एस०के० पटेट, वरिष्ठतम अन्तर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी

2. श्री कमलजीत सिंह कलसी, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के निर्णायक / सचिव, एथलेटिक्स एसोसिएशन उत्तराखण्ड एवं मुख्य निर्णायक ।

3. श्री राजीव वर्मा, राष्ट्रीय स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी।

4. श्री वी०के० मिश्रा, राष्ट्रीय स्तर / राज्य स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी,

5. श्री मनीष गोयल, बैडमिंटन खिलाड़ी, ओ०एनजी०सी० । manish

6. श्री पराग, बैडमिंटन खिलाड़ी।

7. डा० तुहिन कुमार, संयुक्त निदेशक, स्वास्थ्य विभाग।

8. डा० पंकज सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड ।

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