उत्तराखण्ड के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट,आपदा से कई जगह नुकसान

आपदा में माता-पिता को खोने वाले बच्चों की शिक्षा के लिए जल्द ही योजना लाएंगे – सीएम धामी

दिल्ली से लौटते ही सीएम ने आपदा के हालात का लिया जायजा. कहा, पुल, सड़क, फसलों को भारी नुकसान

उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन पर रोक

अविकल उत्तराखण्ड

देहरादून। उत्तराखण्ड के टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, चम्पावत, नैनीताल एवं उधमसिंह नगर में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतने को कहा गया है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद राज्य सरकार ने जिलों की मशीनरी को अलर्ट मोड पर रखा है।

उधर, सीएम धामी ने दिल्ली से लौटते ही सचिवालय में आपदा के हालात का जायजा लिया।सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की ली जानकारी

अतिवृष्टि से बेघर हुए लोगों के लिए पुनर्वास एवं प्रशिक्षण तथा जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है, उनकी आगे की शिक्षा के लिए जल्द ही योजना लाई जायेगी।
 
        उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी एवं पौड़ी से फोन पर वार्ता कर इन जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी ली।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों में राज्य के अधिकांश जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखें एवं सभी सहयोगी संस्थाओं से निरन्तर समन्वय बनाये रखें। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जनपदों में खाद्यान से संबंधित सभी वस्तुओं के साथ ही दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता रखी जाएं। शासन के उच्चाधिकारियों एवं सचिव आपदा प्रबंधन को भी जिलाधिकारियों से निरन्तर समन्वय बनाये रखने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं।

        मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में बहुत लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। काफी लोग बेघर हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए जल्द ही एक योजना लाई जा रही है। बेघर हुए लोगों को पुनर्वास की व्यवस्था, उनके रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी। जिन बच्चों ने इस आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है, उन बच्चों के लिए शिक्षा का इस योजना के तहत प्रबंध किया जायेगा। अतिवृष्टि के कारण प्रदेश में आपदा की स्थिति है। सड़कों, पुलों, मकानों, फसलों, बिजली एवं पानी की लाईनों का भी काफी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में अतिवृष्टि से एक हजार करोड़ से भी अधिक की परिसम्पति का प्रदेश को नुकसान हुआ है। भारत सरकार की टीम ने राज्य में हो रहे नुकसान का प्रारंभिक रूप में सर्वे भी किया है। आपदा से हो रहे नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य सरकार से भी भारत सरकार को पत्र भेजा रहा है।

       इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव  शैलेश बगोली, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव  सविन बंसल एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

देखें, भारी बारिश का अलर्ट

महोदया /महोदय,

उपरोक्त विषयक अवगत कराना है कि निदेशक, भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून के द्वारा दिनांक 21.08.2023 के अपराहून: 02:00 बजे जारी पूर्वानुमान के अनुसार दिनांक 23.08.2023 दिनांक 24.08.2023 तक जनपद टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर चम्पावत, नैनीताल एवं उधमसिंह नगर कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ साथ कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने / वर्षा के अति तीव्र से अत्यन्त तीव्र दौर होने की संभावना व्यक्त की गयी है। इस स्थिति में अपने जनपदों में निम्न सावधानियां सुनिश्चित करने का कष्ट करें-

  1. प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये। 2. किसी भी आपदा / दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का

तत्काल आदान-प्रदान किया जायें। 3. आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे।

  1. NH. PWD, PMGSY, ADB, BRO, WB, CPWD आदि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे। 5. समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने

रहेंगे। 6. समस्त चौकी / थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे।

  1. उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी / कर्मचारी के मोबाईल / फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे। 8. अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे।
  2. उक्त अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था की

जायें। 10. विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में सावधानी बरती जायें। 11. असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों केआवागमन को अनुमति न दी जाये।

12 नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर किया जाये। 13. जिला सूचना अधिकारी उक्त सूचना को आम जनमानस तक दृश्य एवं प्रिन्ट मीडिया से + प्रसारित करना सुनिश्चित करेंगे।

  1. समस्त सम्बन्धित अधिकारी किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना SEOC / राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों 0135-2710335, 2664314, 2664315 2664316, फैक्स नं० 0135-2710334, 2664317, टोल फ्री नं0 1070, 9058441404 एवं 8218867005 पर तत्काल देना सुनिश्चित करेंगे।

Pls clik-कोटद्वार में भारी बरसात से नुकसान

बड़कोट में महाराष्ट्र का तीर्थयात्री बहा, कोटद्वार में बही कार

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *