स्पीकर के फैसले के बाद अब दूध का दूध और पानी का पानी होगा-धामी

कांग्रेस ने कहा ,आग में पानी डाला। भाजपा संगठन ने स्पीकर व सीएम के साहस की सराहना की

अविकल उत्तराखंड

उत्तराखंड में शनिवार को खूब वार पे वार हुए। प्रदेश में यह यह पहली बार हो रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर हुई सरकारी भर्तियों पर जांच का फंदा तेजी से कसा जा रहा है। शनिवार को सबसे पहले स्पीकर ऋतु खंडूरी ने विधानसभा भर्ती मसले पर हाई लेवल एक्सपर्ट जांच टीम गठित की। इस टीम में शासन के पुराने व कार्मिक विभाग की बारीकियों के विशेष जानकार तीन रिटायर्ड आईएएस के हाथ में कमान सौंपी। बैकडोर भर्तियों का 1 महीने के अंदर खुलासा और फिर पटाक्षेप की उम्मीद बंध गयी है। पहले विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को जबरन अवकाश पर भेज और फिर उनका आफिस अपने सामने सील करा युवाओं के साथ पूरा न्याय करने का दावा कर गयी।

दूसरी ओर, घोटालों की परत खोलने का पूर्व में फैसला लेने और फिर uksssc भर्ती घपले में जारी गिरफ्तारियों के बीच सीएम धामी ने स्पीकर के फैसले को जमकर सराहा। राज्य गठन के बाद से भर्तियों में घपले के कई मामले सामने आए। लेकिन कोई भी सीएम बड़े पैमाने पर ठोस एक्शन लेने की हिम्मत नहीं कर पाया।

राज्य के 22 साल बाद नौकरियों पर हुए इस प्रहार के बाद कई नेता, अधिकारी व अन्य प्रभावशाली घटक से जुड़े लोगों की रंगत उड़ी हुई है। विधानसभा में तो भाजपा-कांग्रेस के कई नेताओं के करीबी बैकडोर से नौकरी पा गए।

चूंकि अब धामी और स्पीकर बिगुल फूंक चुके हैं। दोनों दलों के कई नेता व अन्य लोग लपेटे में आ रहे हैं। uksssc व विधानसभा भर्ती मामले में ठोस जांच के बाद निकलने वाले अमृत से योग्य बेरोजगारों को भी संजीवनी मिलने की उम्मीद बंधने लगी है। वैसे भी, पूर्व सीएम हरीश रावत कह ही चुके हैं कि सीएम धामी के लिए सिकंदर बनने का यह एक सुनहरा मौका है।

अवकाश पर भेजे गए विस सचिव मुकेश सिंघल के कार्यालय को सील करवातीं स्पीकर ऋतु खंडूड़ी

सीएम धामी ने स्पीकर की निर्णय को सराहा

देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा भर्ती प्रकरण में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा की गयी कार्यवाही का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु भूषण का निर्णय स्वागत योग्य है। उन्होंने राज्य सरकार और प्रदेश की जनता की अपेक्षाओं के अनुसार निर्णय लेकर सदन की गरिमा बढ़ाई है। हमें विश्वास है कि शीघ्र ही पूरे प्रकरण का विधि सम्मत समाधान निकलेगा और दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि “मैंने स्वयं भर्ती प्रकरण की निष्पक्ष जाँच और अनियमितता पाए जाने पर भर्तियों को निरस्त किए जाने के लिए स्पीकर से अनुरोध किया था ।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में अधीनस्थ सेवा चयन मामले में एसटीएफ जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा “हम राज्य के सभी नौजवानों और नागरिकों को आश्वस्त करते हैं कि राज्य सरकार आपकी आशाओं और अपेक्षाओं के अनुसार इन सभी मामलों में कड़ी कार्रवाई करेगी। किसी भी मेहनतकश युवा के साथ अन्याय नहीं होगा।

भाजपा संगठन ने स्पीकर के फैसले व सीएम धामी के संकल्प को सराहा

झूठ परोसने को कांग्रेस नेताओं मे चल रही प्रतिस्पर्धा: भट्ट

भर्तियों को लेकर विस स्पीकर का फैसला नैतिक और साहसिक

भाजपा ने कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीति करने और आरोप प्रत्यारोप मे प्रतिस्पर्धा का वातावरण होने का आरोप लगाया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि विधान सभा मे भर्तियों को लेकर विधान सभा अध्यक्ष ने साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इससे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उस संकल्प की पुष्टि हुई है की भाजपा हर काल खंड की जांच को लेकर गंभीर है और सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है।


भट्ट ने कहा कि कांग्रेस शोर मचाकर झूठ को सच साबित नही कर सकती है। जब जांच एजेंसियां निष्पक्ष रूप से सही दिशा मे कार्य कर रही है तो उन पर सवाल उठाना नैतिकता नही है। कांग्रेस का घपला घोटालों का इतिहास रहा है, लेकिन किसी भी काल खंड मे उसके द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जैसा नैतिक साहस नही दिखाया गया।

चयन आयोग की जांच एसटीएफ कर रही है तो दरोगा भर्ती प्रकरण की जांच विजिलेंस को सौंपी गयी है। वहीं अब विधान सभा की भर्तियों की जांच को लेकर कमेटी गठित कर भाजपा ने जीरो टॉलरेंस के संकल्प को पुख्ता किया है।
महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस मे एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ से कथित बयानबीर लोगों के बीच झूठ परोसकर नकारात्मक और निराशा का वातावरण बना रहे है।
भाजपा युवाओं को न्याय दिलाने के लिए कमर कसकर खड़ी है और युवा मुख्यमंत्री धामी पहले ही कह चुके है की जहा भी गड़बड़ी होगी उसकी जांच होगी। वह भविष्य मे दोबारा ऐसा न हो इसके लिए पारदर्शी नीति के लिए जुटे है।

कांग्रेस ने कहा,स्पीकर ने आग में पानी डाला

निवर्तमान प्रदेश मीडिया प्रभारी एवम वरिष्ठ पैनलिस्ट राजीव महर्षि ने विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु भूषण खंडूड़ी के जांच के आदेश पर कहा कि ऐसा करके उन्होंने आग में पानी डालने का प्रयास किया है । राजीव महर्षि ने सरकार से सवाल किया कि भाजपा और संघ के जिन पदाधिकारियों के करीबी नौकरी पा चुके हैं, क्या उनको बाहर का रास्ता दिखाने की हिम्मत भाजपा सरकार दिखाएगी?

उत्तराखंड के लोग इस समय हताश और निराश हैं। उन्हें सत्तारूढ़ दल के नेताओं के कथन पर जरा भी भरोसा नहीं है।

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