कविता कृष्णमूर्ति ने पहली बार गढ़वाली फिल्म ‘कबि सुख कबि दुख’ में दी थी अपनी आवाज

रामी बौराणी को 38 साल से जानती है सिंगर कविता कृष्णामूर्ति

विपिन बनियाल/अविकल उत्तराखण्ड


-कविता कृष्णामूर्ति की आवाज कभी शांत झील के पानी जैसी लगती है, तो कभी एकदम चंचल, शोर मचाती एक नदी सरीखी। गायिकी का उनका हर अंदाज लोगों को भाता है, दीवाना बना देता है। कविता कृष्णामूर्ति ने अभी 25 जनवरी को ही अपना जन्मदिन मनाया है। उत्तराखंड से कविता कृष्णामूर्ति का 38 साल पुराना नाता है। तब से ही वह रामी बौराणी के बारे में भी जानती हैं।

देखें वीडियो

दरअसल, 38 साल पहले कविता कृष्णामूर्ति को पहली बार गढ़वाली गाना गाने का मौका मिला और यह गाना रामी बौराणी की कहानी पर आधारित था। गढ़वाली की दूसरी फिल्म कबि सुख कबि दुख के लिए कविता कृष्णामूर्ति की आवाज में यह गाना रिकार्ड कराया गया था। फिल्म के निर्माता निर्देशक बंदेश नौटियाल ने ही इस गाने की धुन तैयार की थी। इसमें कविता कृष्णामूर्ति के साथ दो अन्य सहगायक भी थे।

इस गाने को अपनी आवाज में रिकार्ड करके बंदेश नौटियाल ने मुकेश धस्माना को कविता कृष्णामूर्ति के बांद्रा स्थित निवास पर भेजा था। धस्माना से कहा गया था कि वह कविता कृष्णामूर्ति को गाने और गढ़वाली के शब्दों के बारे में जानकारी दे दें। धस्माना के मुताबिक-जब उन्होंने कविता कृष्णामूर्ति को गाने के बारे में बताया, तो रामी बौराणी की कहानी ने उन्हें प्रभावित किया। उन्होंने गढ़वाली के कई शब्दों का अर्थ पूछा और फिर बहुत शानदार ढंग से यह गाना गाया।


कबि सुख कबि दुख में गाना गाने के आठ साल बाद एक बार फिर मौका आया, जबकि कविता कृष्णामूर्ति की खनकती आवाज उत्तराखंडी संगीत से जुड़ी। वर्ष 1993 में उर्मि नेगी की फयोंली फिल्म के लिए कविता कृष्णामूर्ति ने गढ़वाली में गाने गाए। इनमें से एक गीत एकल था, जबकि दूसरा युगल। युगल गीत उन्होंने उदित नारायण के साथ गाया था, जिसके बोल थे-मैं छो तेरू भौर।

उर्मि नेगी बताती हैं कि कविता कृष्णामूर्ति ने रिकार्डिंग के दौरान बहुत सहयोग किया और अपनापन दिखाया। उन्हें अच्छी तरह से याद है कि कविता कृष्णामूर्ति ने उन्हें दक्षिण भारत का भोजन कराया था। कविता कृष्णामूर्ति के साथ उत्तराखंडी फिल्म संगीत के जुड़ाव से संबंधित पूरी बात जानने के लिए देखिए यू ट्यूब चैनल धुन पहाड़ की का खास यह वीडियो, जो इसी विषय पर केंद्रित है।

Pls clik

गढ़वाली फिल्म मेरू गौं – सिसकते, उजड़ते और कराहते गांव की दास्तान

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *