बलूनी के बाद हरीश रावत की रेखा आर्य से सोशल मीडिया में हुई तकरार

और अब शुरू हुआ हरीश रावत-रेखा आर्य के बीच सोशल युद्ध

पूर्व सीएम हरीश रावत के आरोप का कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने दिया जवाब। कहा, सेवानिवृत दाज्यू और डेनिश शराब कंपनी का भी जिक्र कर हरीश रावत के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए लंबा चौड़ा जवाब दिया

बीते दिनों पूर्व सीएम हरीश रावत व राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी के बीच सोशल मीडिया में जमकर वाकयुद्ध चला। हरीश रावत को अनिल बलूनी ने “हरिद्वारी लाल” की उपाधि से नवाजा तो हरीश रावत ने बलूनी को “इतवारी लाल”का सेहरा पहना दिया। इधर, पूर्व सीएम हरीश रावत ने तीलू रौतेली पुरस्कार पर सवाल उठाते हुए अपने समय में शुरू किए गए “Take Home ” योजना का जिक्र करते हुए भाजपा सरकार के एक टेंडर पर सवाल उठा सीएम धामी व मंत्री रेखा आर्य पर निशाना साधा। बदले में मंत्री रेखा आर्य ने सोशल मीडिया में पूर्व सीएम हरीश रावत पर चोट की। हरदा को सेवानिवृत दाज्यू करार दिया। डेनिश नाम की शराब कंपनी का जिक्र कर हरदा को जवाब देने की कोशिश की। साथ में पूर्व सीएम के शासन से जुड़ी एक पुरानी लेकिन चर्चित फ़ोटो भी सोशल मीडिया में वॉयरल की। इस फोटो में एक दुखियारी महिला तत्कालीन सीएम का पैर पकड़ रो रही है। चुनावी साल में गड़े मुर्दे उखड़ रहे हैं। पूर्व सीएम हरदा व कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य की सोशल मीडिया में जारी जंग पर एक नजर-

मंत्री रेखा आर्य ने यह फोटो चस्पा किया

पूर्व सीएम हरीश रावत का ट्वीट

मुख्यमंत्री जी कल आपने #तीलूरौतेली पुरस्कार बांटा और पुरस्कार की राशि बढ़ाने का ऐलान किया और महिला शक्ति के शान में कई कसीदे कहे और हम सबको बहुत अच्छा लगा। क्योंकि अच्छी बात, अच्छी है। उसमें राजनीति नहीं आती है, मगर दूसरी तरफ #महिला सशक्तिकरण विभाग के तहत #टेकहोमराशन की जो स्कीम हमने प्रारंभ की थी, जिस स्कीम से अब तक लगभग 30-40 हजार महिलाएं जुड़ चुकी हैं और अपनी परिवार की आर्थिकी को सुधार रही हैं, उसमें सहयोग दे रही हैं। हमने यह भी कल्पना की थी कि इन महिलाओं को बहुत सारी दूसरी एक्टिविटीज भी देंगे ताकि कोई महिला समूह ऐसा न रह जाए जिसको किसी न किसी तरीके से वाणिज्यिक गतिविधियों से न जोड़ दिया जाय और आपने एक बाहरी कंपनी को जो आपके किसी सहयोगी की बहुत चहेती कंपनी हो, हजारों महिलाओं के जो सपने थे उनको लूट लिया, उनको बर्बाद कर दिया और मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि आपके भी खाने के दांत कुछ और, दिखाने के दांत कुछ और होंगे। जब आप महिला सशक्तिकरण कह रहे थे तो मुझे लगा कि आप वास्तविक अर्थों में #महिलासशक्तिकरण कर रहे हैं। एक तरफ आपने कुछ हमारी बेटियों व बहनों को पुरस्कृत किया और दूसरी तरफ हजारों बेटी व बहनों से आपने उनका काम छीन लिया! उनको हतोत्साहित कर दिया! एक मोमेंटम बनाकर, आर्थिक सशक्तिकरण की आवश्यकता है। यह कार्यक्रम किसने किया शुरू किया यह महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण यह है कि ये कार्यक्रम महिलाओं के लिए वरदान सिद्ध हो रहा था, आपने उस वरदान को उनसे छीनने का काम किया है। याद रखिएगा चाहे कदम किसने उठाया हो, अनंतोगत्वा दोष तो मुख्यमंत्री के ही सर पर ही आता है इस #टेंडर को यदि स्वीकृत भी कर दिया गया है तो इसे रद्द किया जाना चाहिये।

Uttarakhand

Pushkar Singh Dhami

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का जवाब

सेवानिवृत्त #दाज्यूफिर बोलें

बड़े दाज्यू #हरीशरावत जी आपको कुछ न कुछ बोलना ही है वैसे हमारे पहाड़ में एक किस्सा है कि #होशियारतोम्यरबौज्यूलैछीलेकिनउन्नरबातमाननमेरीईजलैनी_छी” यही कहावत आप पर लागू हो रही है क्योकि उम्र के इस पड़ाव में आप खुद को #२०२२ का स्वयंभू मुख्यमंत्री घोषित कर दे रहे हो और आपकी उस बात को आपकी पार्टी ही नहीं मान रही है ।
इधर दाज्यू T.H.R पर भी बोले कि “आपने हजारों महिलाओं के सपने को बर्बाद कर दिया”, दाज्यू बुरा मत मानना लेकिन इस प्रदेश की हजारों नहीं बल्कि लाखों महिलाओं के सपने तो आपने बर्बाद किये मुख्यमंत्री बनकर । जहा तक T.H.R का सवाल है यह केंद्र पोषित योजना है, इसमें केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के क्रम में T.H.R की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु T.H.R में कच्चे राशन के वितरण को प्रतिबंधित करते हुए माइक्रो न्यूट्रिएंट् फोर्टिफाइड ( विटामिन एवं मिनरल युक्त) पोषण आहार को लैब से टेस्टिंग करवाकर वितरण किया जाना अनिवार्य कर दिया है।

मंत्री रेखा आर्य

इसी दिशा में सरकार ने एक कदम बढ़ाया ही है कि आप बिना सोचे समझे फिर बोल गये, अब दाज्यू जितना भी बोल लो मुख्यमंत्री बनना आपके लिए मुंगेरी लाल के सपने ही हैं और इसके लिए दोष हमारा नहीं बल्कि सच स्वीकारो तो आपकी ही पार्टी आपको मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहती हैं।
दाज्यू T. H.R. की गुणवता अच्छी हो, गर्भवती महिलाओं व बच्चो को उच्च गुणवत्ता का पोषण आहार मिले क्या इसमें आपको तकलीक है? और सबसे बड़ी बात किं इससे स्वयं सहायता समूहों की मातृ शक्ति का काम छीना नहीं जां रहा बल्कि उसमें और अधिक स्वयं सहायता समूहों को कार्य देने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने लिए हमारी सरकार कार्य कर रही हैं।
दाज्यू क्या आप नहीं चाहते कि:-
●इस योजना में अधिक स्वयं सहायता समूह जुड़े?
●इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, बच्चो को उच्च गुणवत्ता का पोषण/ विटामिन युक्त आहार मिले?
●इस योजना से पारदर्शी तरीके से प्रत्येक लाभार्थी को समय से लैब टेस्टेड पोषाहार मिले?
●इस योजना में केद्रांश जो 90% प्रतिशत मिलता है और केंद्र के नियमों की अनदेखी कर इस 90% केद्रांश से राज्य के लाभार्थी बच्चो एवं महिलाओ को वंचित होने से बचाया जा सके?

दाज्यू आप टेंडर सुनते ही बोल जाते हो क्योंकि इसमें दोष आपका नहीं आपके पूर्व के क्रियाकलापों का है, आपका मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल राज्य सेवा के बजाय टेन्डर दिलाने में ही व्यतीत हुआ, आपकी इस उम्र में स्मरण शक्ति शून्य हो गयी है ऐसा कई बार प्रतीत हुआ है,इसलिए हर बार आपको मुझे आपकी पोस्ट से जुड़े हुए कारनामे याद दिलाने पड़ते हैं। आज आपको टेंडर से जुड़े आप के कार्यकाल के टेंडर की याद दिला रही हूँ,
आप के कार्यकाल में FL2 के संबंध में एक आदेश हुआ कि एक व्यक्ति को संपूर्ण प्रदेश का FL2 दे दिया जाय इस फाइल(पत्रावली) में अधिकारियों ने व्यक्ति विशेष की मोनोपोली होने की बात भी लिखी लेकिन आपको अपने चहेते ठेकेदार जी से जिन्हें डेनिश नाम से जाना जाता था और आपने सभी नियमों को ताक पर रखकर प्रदेश की शराब एक व्यक्ति को दे दी। इतना ही नहीं आपने एक और नया कीर्तिमान अपने नाम किया जिसमें संपूर्ण भारत में पहला केस होगा जहां शराब का काम मंडी को दे दिया था। और बाद में आप की सरकार समेत इस पॉलिसी का क्या हश्र हुआ वह जमाने ने देखा।


दाजू टेंडर के लिए चहेती कंपनी आपसे ज्यादा इस प्रदेश में कौन लाया, आपके तो यह टेंडर प्रेम ने आपका नाम भी बदल दिया था “डेनिस वाले हरदा” ऐसा नाम सुनकर हजारों नहीं लाखों महिलाओं के सपने को हमने नहीं,आप ने बर्बाद किया।
आपको महिलाओ और बच्चो की चिंता कभी भी नही रही,आपने अपने मुख्यमंत्रित्व काल मे प्रदेश के हर शहर, गाँव, गली, चौराहों पर शराब के ठेके व बार खुलवाए और अपने चहेतो को पैसा कमवाया और प्रदेश का भविष्य बर्बाद कर दिया।


दाज्यू आपका राज्य प्रेम तब कहाँ चला जाता है जब आप कुर्सी में होते हो क्योंकि आज आप भू कानून की भी बात कर रहे हैं लेकिन आप ये भूल गए कि आपने अपने कार्यकाल में प्रदेश की करोड़ो की जमीन कौड़ियों के भाव भू माफियाओं को दे दी थी ।
आपने जब आंख बंदकर चाहे जितना कमा लो मेरी सरकार बचा दो का ऑफर दिया तब आपका राज्य प्रेम कहाँ चला गया था इतना ही नही सरकार बचाने को आपने टॉप अप भी घोषित कर दिए थे तब आपको राज्य की चिंता क्यों नही हुई होगी ।


दाज्यू सारा राज्य जानता है कि आप सिर्फ फेसबुक में नौटंकी कर सकते हो सच्चाई यही कि आप कुर्सी मिलते ही तानाशाही अपनाकर राज्य को लुटाते हो इसलिए ये मातृ शक्ति की बातें और राज्य चिंता की बातें आपके मुख से बिल्कुल शोभा नही देती क्योंकि जब राज्य आंदोलन चल रहा था तब आप उसी सरकार के सहयोगी थे जिन्होंने यहां की माताओं बहनों को किस तरह मौत का शिकार बनाया था वो पूरी दुनियां ने देखा । इसलिए दाज्यू जितना बोलोगे उतना इतिहास खुलेगा जिन कारनामों को आप इस उम्र में भूल गए हो उसे आप बार बार याद दिलाने को मजबूर न करें तो अच्छा ही होगा क्योंकि बुढ़ापे में व्यक्ति का बचपन लौट आता है और आपका बुढापा खराब करना हम बिल्कुल नही चाहते क्योंकि मुझे आपके स्वास्थ्य की बहुत चिंता है तथा जनता की चिंता हमारी #धामी_सरकार पूर्ण मनोयोग से कर रही है आपको सोचना ही नही पड़ेगा क्योंकि आपसे कहीं अधिक चिंतित और विकसित मानसिकता के साथ हमारे #मुख्यमंत्री राज्य के विकास में लगे हैं ।

और हां मैं आपको आश्वस्त करती हूं कि हमने आपकी तरह एक व्यक्ति विशेष को शराब का कार्य देने का काम नही किया है बल्कि बच्चो एवं गर्भवती महिलाओं के उत्तम स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के दिशा- निर्देशो के क्रम में उच्च गुणवत्ता युक्त T.H.R वितरण इस प्रकार से करवाने की योजना बनाई है जिससे राज्य के अधिक से अधिक स्वंय सहायता समूह भी लाभान्वित हो सके।

#इसलिए_दाजू अब आप बोलो मत बस आराम ही सही रहेगा लड़ाई लड़ने के लिए तो आपके पास आपकी पार्टी में ही कई तैयार है

*यद्यपि लोकतांत्रिक,जनतांत्रिक, संसदीय जीवन में आपके आगे मेरा अनुभव कम है फिर भी मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि मुख्यमंत्री के लिए स्वयं का चेहरा घोषित करवाने के लिए शायद ही आज तक किसी राजनेता ने इतना संघर्ष किया हो और इतनी तड़पन मुख्यमंत्री पद पाने को हुई हो इसलिए दाज्यू अब उम्र भी बहुत हो गई है ऊपर वाले ने आपको कई पद दे भी दिए अब लालसा समाप्त कर आराम करें। क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में आपके रहते हुए कांग्रेस भी पूर्ण समाप्ति की घोषणा कर देगी तो हमें खुशी होगी।
और एक बात आपने कही है कि यह 2022 का चुनाव आपका आखिरी चुनाव होगा लेकिन आपका 2022 का नही 2017 का चुनाव ही आखिरी चुनाव था जब जनता ने आपको पूर्ण रूप से आराम करने के लिए #सेवानिवृत्त कर दिया था।

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